MP की 18 जिला, जनपद और ग्राम पंचायतों को पुरस्कृत करेंगे पीएम मोदी

देशभर की पंचायतों की रैंकिंग में अव्वल आए हैं एमपी के ये निकाय

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भोपाल: प्रदेश की दो जिला पंचायतों भोपाल और नरसिंहपुर तथा दो जनपद पंचायतों समेत 18 पंचायत निकायों को 24 अप्रेल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंचायत राज पुरस्कार प्रदान करेंगे। इन पंचायतों को पीएम मोदी जम्मू कश्मीर के सांबा जिले की ग्राम पंचायत पाली में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित करेंगे।

प्रधानमंत्री पाली ग्राम पंचायत की ग्रामसभा में सम्मिलित होंगे और पुरस्कृत पंचायत संस्थानों को पुरस्कार की राशि खाते में स्थानांतरित करेंगे। इन पंचायतों को देश भर की पंचायत और ग्रामीण क्षेत्र में किए गए कार्यों की रैंकिंग के आधार पर सम्मानित किया जाएगा।

 

इन पंचायतों को मिलेगा पुरस्कार

प्रदेश की जिन पंचायतों को पुरस्कार के लिए चुना गया है उनमें दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार के लिए भोपाल और नरसिंहपुर जिला पंचायत का चयन हुआ है। जनपद पंचायतों में सागर जिले की राहतगढ़ और छतरपुर जिले की बिजावर जनपद को यह पुरस्कार मिलेगा। पंचायत स्तर के पुरस्कारों में सीधी जिले की पंवार चौहान, खंडवा की जेतापुर कला और बिल्लोद माल, हरदा की धनवाड़ा, उज्जैन की धेड़िया, जबलपुर की सिहोदा, इंदौर की गवली पलासिया, नीमच की केशरपुरा, सागर की हडली, गुना की भुलाया और सनवाड़ा पंचायतों के नाम हैं।

इसके अलावा नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार के लिए झाबुआ की गंगाखेड़ी को चुना गया है। ग्राम पंचायत विकास पुरस्कार की श्रेणी में ग्वालियर की जौरासी और बाल हितैषी ग्राम पंचायत पुरस्कार पाने वालों में सीधी जिले की पंवार चौहान ग्राम पंचायत शामिल हैं। पंवार चौहान पंचायत ऐसी पंचायतों में शामिल है जिसे एक साथ दो पुरस्कार के लिए चुना गया है।

इन मापदंडों पर फिट बैठीं एमपी की जिला, जनपद और ग्राम पंचायतें

दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार सेवाओं और सार्वजनिक वस्तुओं के वितरण में सुधार के लिए दिया जाता है। यह प्राइज हर स्तर पर पंचायती राज संस्थानों द्वारा किए गए अच्छे कार्य के लिए सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली जिला, जनपद और ग्राम पंचायतों को दिया जाता है । इसमें ग्राम पंचायतों के लिए नौ विषयगत/ थीमैटिक श्रेणियां हैं। स्वच्छता, नागरिक सेवाएं (पीने का पानी, स्ट्रीट लाइट, बुनियादी ढांचा), प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, दुर्बल वर्ग की सेवा (महिला, एस.सी / एस.टी, विकलांग, वरिष्ठ नागरिक), सामाजिक क्षेत्र का प्रदर्शन, आपदा प्रबंधन, समुदाय आधारित संगठन कम्युनिटी बेस्ड आर्गेनाइजेशन /ग्राम पंचायतों का समर्थन करने के लिए स्वैच्छिक कार्रवाई करने वाले व्यक्तियों, राजस्व सृजन में नवाचार एवं ई-गवर्नेंस के आधार पर यह चयन होता है। नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार ग्राम सभाओं के माध्यम से गाँवों की सामाजिक और आर्थिक संरचना में सुधार से संबंधी उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली ग्राम पंचायतों / ग्राम परिषदों को दिया जाता है। ग्राम पंचायत विकास योजना पुरस्कार पंचायती राज मंत्रालय द्वारा जारी मॉडल दिशा निर्देशों के अनुरूप तैयार किए गए राज्य / केन्द्र शासित प्रदेशों के विशिष्ट दिशा निर्देशों के अनुसार अपनी जीपीडीपी तैयार करने वाली ग्राम पंचायतों / ग्राम परिषदों को दिया जाता है। इसके साथ ही बाल हितैषी ग्राम पंचायत पुरस्कार बाल-सुलभ प्रथाओं को अपनाने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली ग्राम पंचायतों / ग्राम परिषदों को दिया जाता है।