Problem With One-Way : वन-वे पर जाने से रोका तो गलियों में घुसे लोग, जाम लगा!
Indore : शहर के दो प्रमुख मार्गों के बड़े हिस्सों को वन-वे करने के प्रयोग के पहले दिन लोग बहुत परेशान हुए। पुलिस ने वाहन चालकों को जबरन रोक तो दिया, पर जवाहर मार्ग को जोड़ने वाली सभी रहवासी गलियों में ट्रैफ़िक टर्न हो गया। लगभग सभी गलियां जाम का शिकार हो गई हैं।
ट्रैफिक पुलिस के जवान सुबह से ही इस नए प्रयोग को कामयाब करने के लिए तैनात किए गए हैं। गंगवाल बस स्टैंड और एमओजी लाइन की तरफ का जो ट्रैफिक साउथ राजमोहल्ला से जो जवाहर मार्ग आकर राजबाड़ा तरफ जाता था, उसे रोकने के बंदोबस्त नाकाफी साबित हुए। लोग आसपास की गलियों से निकलकर फिर जवाहर मार्ग पर आ गए। क्योंकि, जो महू नाका से चला और जिसे इतवारिया बाजार आना है वो बड़ा गणपति होकर टोरी कॉर्नर या गोराकुंड से इतवारिया या कपड़ा मार्केट क्यों आएगा।
कलेक्टर आशीष सिंह, महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इसका निरीक्षण किया। ट्रैफिक व्यवस्था देखते हुए व्यापारियों और वाहन चालकों से अपील की कि वे निगम के इस प्रयास को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करें। व्यापारियों को आश्वस्त किया कि इस नवाचार का ट्रायल सात दिन तक चलेगा। ट्रायल के बाद व्यापारियों और आमजनों से फीडबैक लेंगे। फीडबैक लेने के बाद आगे की रणनीति पर काम करेंगे। संभवतया सीएम मोहन यादव के 17 को होने वाले रोड शो के पश्चात वनवे को लेकर स्थायी निर्णय लिया जाएगा।
स्वच्छता में नंबर वन के पायदान पर पहुंचने के बाद निगम लंबे समय से ट्रैफिक में भी नंबर वन पोजीशन पर आने की तैयारी में जुट गया है। इसके लिए नए प्रयोग किए जा रहे हैं। इस क्रम में मध्य क्षेत्र के बाजारों से सड़कों पर व्याप्त अतिक्रमण को सख्ती से हटाया गया। लेफ्ट टर्न पर रखे दुकानों के बोर्ड हटवाए गए। फुटपाथों को ट्रेफिक के लिए मुक्त कराया। इसमें निगम को सफलता मिली है। वनवे भी ट्रैफिक सुधार को लेकर निगम का अगला कदम है।
पहले दिन परेशान हुए लोग
एमजी रोड पर बड़ा गणपति से कृष्णपुरा छत्री और राजमोहल्ला से नंदलालपुरा तक वन-वे का पहला दिन था। वाहन चालक कार्रवाई के भय से गलियों की मदद लेने लगे, जिससे गलियों में हर 10 से 15 मिनट में वाहन फंसते रहे। गलियां संकरी होने से वाहन रेंगते हुए निकले। कई जगह बहुत अधिक जाम लगा। कृष्णपुरा से राजवाड़ा वाले मार्ग पर तो वाहन चालक लंबे समय तक जाम में फंसे रहे। इंदौर का मुख्य व्यापारी क्षेत्र होने की वजह से यहां पर कई व्यापारी भी इस व्यवस्था की वजह से नाराज हैं। वहीं ऑटो ड्राइवर का काम बंद होने से वे भी प्रदर्शन कर रहे हैं।
सात दिन बाद अंतिम फैसला
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि ट्रैफिक सुधार के लिए यह बदलाव किया है। सात दिन के बाद तय करेंगे कि इसे पूरी तरह से लागू करना है या नहीं। इस बदलाव से मध्य क्षेत्र में लोगों को नया अनुभव मिलेगा। महापौर ने कहा कि हम अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई भी तेज करेंगे। शहर के ट्रैफिक में नंबर वन बनाने का लक्ष्य है और इसके लिए हम हरसंभव प्रयास करेंगे। कलेक्टर आशीष सिंह, ट्रैफिक डीसीपी मनीष अग्रवाल और अन्य अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि शहरवासी नए प्लान को समझें और सहयोग करें। सभी से बातचीत के बाद ही इस पर निर्णय लिया जाएगा। हम सभी को इंदौर को स्वच्छता के बाद ट्रैफिक में भी नंबर वन बनाना है।
ऑटो चालक परेशान
नए ट्रैफिक प्लान की वजह से नंदलालपुरा से लेकर राजमोहल्ला तक और बड़ा गणपति से लेकर कृष्णपुरा छत्री तक वनवे कर दिया गया है। इसमें बीच के मार्गों से लोग आ जा सकते हैं। लेकिन, बाकी के दोनों मुख्य मार्ग पर लोग सिर्फ वनवे में ही आ सकते हैं। इस व्यवस्था का विरोध भी हो रहा है। ऑटो रिक्शा चालकों ने कहा कि हमारी तो रोजी-रोटी छिन गई। राजवाड़ा पर बने इनके आटो स्टैंड को भी हटा दिया गया है। ये अपने आटो राजवाड़ा से बड़ा गणपति की और ले जाते थे, लेकिन यह रास्ता अब वन-वे हो गया है। इनका कहना है कि इस स्टैंड पर बड़ी संख्या में ऑटो चालक हैं और अब वे अपना घर कैसे चलाएंगे!
क्या कहते हैं दुकानदार
प्रशासन का यह प्रयास तभी सार्थक हो सकता है, जब वाहन चालकों को निकलने में आसानी रहे। वाहन चालक गलियों की मदद लेंगे, जिससे गलियों में कारोबार करने वालों को दिक्कत आएगी। पहले भी इस तरह का प्रयास किया था, जो विफल रहा था। इस व्यवस्था से वाहन चालकों के साथ व्यापारियों को भी फायदा मिलेगा। कड़ाबीन से मल्हारगंज के आसपास सड़क का कुछ हिस्सा सुधर जाए तो आवाजाही सुगम हो जाएगी। व्यापारी भी निगम के प्रयास की सराहना करते हैं।