
सौरभ, शरद की कंपनियों से जुड़े कर्मचारियों की बढ़ सकती है मुश्किलें, इनके नाम पर भी सम्पत्ति खरीदने का शक!
भोपाल:परिवहन विभाग में काली कमाई करने वाले पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और शरद जायसवाल की कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों की मुश्किल बढ़ सकती है। लोकायुक्त पुलिस को यह आशंका है कि इन दोनों ने अपने कर्मचारियों के नाम से भी प्रापर्टी खरीदी है और बड़े पैमाने पर इंवेस्टमेंट किया है। इनके सभी कर्मचारियों की जानकारी जुटाई जा रही है, यदि जरुरत हुई तो लोकायुक्त पुलिस इन्हें नोटिस देकर बयान के लिए बुला सकती है।
सौरभ शर्मा ने अपने साथी शरद जायसवाल के साथ मिलकर अविरल इंटरप्राइजेज, अविरल कंट्रक्शन, फिशरीज, पेट्रोल पम्प के लिए अलग-अलग कंपनियां बनाई थी। इन सभी कंपनियों में एक दर्जन ऐसे कर्मचारी थे, जिन पर सौरभ और शरद ज्यादा भरोसा करते थे। इसके चलते ही इन्हें उन कंपनियों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दे रखी थी।
अब लोकायुक्त को आशंका है कि कहीं सौरभ ने इन एक दर्जन कर्मचारियों के नाम पर प्रापर्टी में निवेश के अलावा कहीं और तो निवेश नहीं किया। सौरभ की कंपनियों सभी कर्मचारियों की जानकारी लोकायुक्त पुलिस ने जुटा ली है। हालांकि अभी तक किसी भी कर्मचारी को पूछताछ के संबंध में नोटिस नहीं दिया गया है, लेकिन यदि इनके नाम पर निवेश को लेकर दस्तावेज मिले या सौरभ, शरद से पूछताछ में ऐसी कोई बात सामने आई तब इन्हें भी बयान के लिए बुलाया जा सकता है।