CM मानिट के मामलों में निचला अमला विधायकों को नहीं दे रहा जवाब, ACS ने जताई नाराजगी

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CM मानिट के मामलों में निचला अमला विधायकों को नहीं दे रहा जवाब, ACS ने जताई नाराजगी

भोपाल:प्रदेश के सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधि और आमजन विभागों द्वारा काम नहीं किए जाने पर सीएम को सीधे शिकायत करते है। फिर मामले सीएम मॉनिट में लेकर ये काम शीघ्रता से करवाए जाते है लेकिन निचले स्तर का अमला इनको लेकर गंभीर नहीं है। वहां से सवालों के जवाब ही नहीं भेजे जा हरे है।

इसको लेकर मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव डॉ राजेश राजौरा ने नाराजगी जताईU है।

पशुपालन राज्य मंत्री लखन पटेल ने पथरिया में नहरों के निर्माण, पथरिया में नर्मदा सुनार कोपा लिंक परियोजना की स्वीकृति और मध्यम लघु सिचाई परियोजनाओं की स्वीकृति को लेकर पत्र लिखा था लेकिन इस मामले में निम्नस्तर से कार्यवाही नहीं हुई है उत्तर भी नहीं दिया गया।

विधायक निर्मला सप्रे ने बीना विधानसभा क्षेत्र के जनहित के मुद्दों पर मांग पत्र भेजा था लेकिन इस मामले में गांवों में सिचाई के लिए जल की उपलब्धता नहीं होंने के बावजूद इसका उत्तर नहीं भेजा गया है।

पूर्व मंत्री और विधायक जयंत मलैया ने सेवानिवृत्त उपयंत्री बीएस गांधी के निर्वाह भत्ते, गेच्युइटी, अवकाश नगदीकण, पेंशन, भविष्य निधि भुगतान के लिए पत्र लिखा था लेकिन इसका कोई उत्तर एक साल में नहीं आ पाया है।

इसी तरह विधायक वीरेन्द्र सिंह लोधी ने ग्राम सलैया खुर्द के मुआवजा में वृद्धि किए जाने का प्रस्ताव दिया था। इसका जवाब भी नहीं दिया गया है।

टीकमगढ़ में भारत भवन पुरानी टेहरी निवासी डॉ काश प्रसाद त्रिपाठी ने धसान नदी के बरायटा पर बांध बनवाने के लिए पिछले साल 21 फरवरी को आवेदन दिया था। सीएम मानिट में यह मामला आया और मार्च और अगस्त में प्रकरण का फालोअप किया गया लेकिन निचले स्तर से इसका उत्तर तक नहीं दिया जा रहा है।

दमोह निवासी विधायक रामसिया भारती ने बड़ा मलहा में सिचाई तालाब स्वीकृत करने आवेदन दिया था। पिछले साल चौदह फरवरी के इस आवेदन पर सीएम मॉनिट में आने के बाद मार्च और जून में इसका फालोअप हुआ नवीन तालाब निर्माण के लिए स्थल निरीक्षण चल रहा है तकनीकी रुप से साध्यता देखी जा रही है लेकिन अभी तक विभाग ने इसका उत्तर ही नहीं भेजा है। गौरिहार निवासी रामविशाल बाजपेयी पूर्व अध्यक्ष ने गौरहार की जनसमस्याओं के संबंध में ज्ञापन दिया था लेकिन निचले स्तर से इसका उत्तर ही नहीं दिया गया।

भारतीय खाद्य निगम की परामर्श समिति के सदस्य अंशुल खरे ने टीकमगढ़ नगर की पेयजल समस्या को लेकर आवेदन दिया था। अभी तक इसका उत्तर निम्न स्तर कार्यालय से नहीं आया है।

गुन्नौर विधायक ने विकास कार्यो के लिए पत्र लिखा था लेकिन उत्त ही नहीं आया। विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने जून 2024 में पन्ना में डीएमएफ मद से बडगड़ी में पुखा बांध निर्माण एवं पन्ना अजयगढ़ के चंदेल कालीन तालाबों के जीर्णोद्धा के संबंध में पत्र लिखा था। इसका उत्तर अभी तक नहीं आया है। विधायक प्रहलाद लोधी ने पवई विधानसभा में नवीन बांधों का निर्माण कराये जाने के लिए पत्र लिखा था। इसमें कुछ काम पूरे हुए है, कुछ में सर्वेक्षण और डीपीआर लिखी जा हरी है लेकिन उत्तर नहीं आया है।