Raja Murder Mystry : आशंका सच निकली,हनीमून का काला अन्धकारमय सच !

4074

Raja Murder Mystry: आशंका सच निकली,हनीमून का काला अन्धकारमय सच !

डॉ. स्वाति तिवारी की त्वरित टिप्पणी

इंदौर के राजा और सोनम की कहानी  एक सबक है, माता पिता और समाज में लिए.  ख़ास कर रिश्तों को जोड़ने से पहले तलाश लेने के लिए। मैं देख रही थी समाचारों में इन्दौरी लोग सह्रदय भाव से अपनी बहू बेटी सोनम को लेकर दुखी थे ,रैली निकाली गई थी इस गुमशुदगी को लेकर,लड़की को बांग्लादेशी उठा  ले गए जैसी बातें भी सामने आ रही थी तो मानव तस्करी की तरफ भी लोगों की आशंकाएं थी,पर जाने क्यों मेरा सिक्सैंस मुझे यह कह रहा था कि नव विवाहिता पति की ह्त्या वाले स्थान पर केवल अपना एक जैकेट भर छोड़ गई। अरे ! सीताजी भी अपने अपहरण के वक्त अपने निशान मुंदरी को रास्ते में गिरा गई थी कि कोई ढूँढ़ने आये तो रास्ता और दिशा मिल  सके।  ये तो आज की लड़की है कोई क्ल्यू क्यूँ नहीं छोड़ पाई ? मेरा दिमाग बार बार इस और जाता रहा कि इसमें सोनम शामिल हैं और वही सच निकला।

  दाम्पत्य के नए नए रिश्तें की उष्मा इतनी भयावह हो सकती हैं यह कल्पना से परे है और यह बदलते हुए समाज, आधुनिक जीवन शैली और संस्कार हीनता की कहानी है. एक भयावह सच जिससे अब और ज्यादा अलर्ट रहने का सबक,  सिर्फ लड़के का ही  चाल चलन देखने के बजाय अब  लड़कियों  पर भी इस दृष्टि से ध्यान  देने की जरूरत है. मैं सोनम के माता पिता भी एक प्रश्न  करना चाहती हूँ दरवाजे पर गुमशुदा बेटी की उलटी तस्वीर भर टांग देने से नहीं होता कुछ, उसका रिश्ता तय करने से पहले क्या उन्हें जरा भी अपनी बेटी के इस तरह के रिश्ते की भनक तक नहीं थी ? उलटी तस्वीर से देखिये क्या हुआ ? उलटे और गलत रास्ते पर चल रही बेटी को वहां से वापस लाने के लिए कभी सोचा क्यूँ नहीं ?उससे पूछा क्यों नहीं कि वो विवाह किससे करना चाहती हैं ,यह दुर्भाग्य पूर्ण कथा कोई  मनोहर कहानिया नहीं है यह आज की सच्चाई है ,सोनम ही निकली  बेवफा ? एक अच्छे खासे परिवार का चिराग बुझ गया।

रिश्तों की उष्मा का मर जाना ही इस हनीमून का काला अन्धकारमय सच है। दुःख इस बात का है की इस दुनियाभर में चर्चित हनीमून कहानी में इंदौर भी कहीं ना कहीं बदनाम हो गया। सबसे स्वच्छ,संस्कारी और सांस्कृतिक शहर ? एक और सबक लेना होगा  और बेटियां ही नहीं बेटों को भी बचाने के लिए हमें सोचना होगा ! अब हनीमून क्या हनीमून रह पायगा नव विवाहितों के लिए ?

सोनम का काला सच सामने आने के बाद उन लोगों पर बहुत गहरा असर पड़ा होगा जो सोनम की गुमशुदगी के दौरान उसकी सलामती के लिए दुआ कर रहे थे, सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल रहे थे, और भगवान महाकाल से उसकी रक्षा की प्रार्थना कर रहे थे।परिवार और जानने वालों ने तो यहां तक किया कि घर के बाहर सोनम की उल्टी तस्वीर भी लगा दी, ताकि वह सुरक्षित लौट आए।अब जब सच सामने आया कि वही सोनम अपने पति की हत्या की साजिशकर्ता निकली, तो उन सबकी भावनाओं को झटका लगा होगा—दुख, गुस्सा, और विश्वासघात का अहसास एक साथ! सोचिए, जिन्होंने उसकी सलामती के लिए रातें जागकर प्रार्थना की, अब वही लोग खुद से सवाल कर रहे होंगे कि आखिर उन्होंने किसके लिए दुआ की थी।ऐसे मामलों में भरोसा और उम्मीद दोनों ही बुरी तरह टूट जाते हैं।जाने  क्यूँ बाबा खड्ग सिंह की कहानी भी याद आ रही है ,किसी को बताना मत  लोगों का विश्वास उठ जायगा के सन्देश की तरह यह भी दुखद हनीमून का सच है ,अब जोड़े प्रेम करते हुए भयभीत भी हो सकते है! 

राजा रघुवंशी के मामले में मुझे पहले दिन से यह शंका थी कि कहीं यह हत्या उसकी नवनवेली पत्नी सोनम तो नहीं करवाई! आपको विश्वास नहीं होगा लेकिन यह 100% सही है कि मैंने  इस बारे में तिवारी जी को भी कई बार बताया कि मुझे इस मामले में सोनम कहीं ना कहीं जवाबदारी दिख रही है और आखिर वही सच निकला!
जो मुझे दिखाई दे रहा था, मुझे यह ऐसे ही नहीं लगा था। दरअसल पहली बात तो यह है कि शिलांग में जब भरी बरसात और मौसम खराब था तो ऐसे में वहां हनीमून पर जाने का प्लान ही गलत था। माना जा सकता है कि सोनम ने ही राजा को शिलांग जाने का प्लान बनाया था ताकि वह अपने खुद के बनाए हत्या के प्लान को मूर्त रूप दे सके।

मुझे पता चला है कि सोनम रघुवंशी जब अपने हनीमून पर गई तब अपने सारे गहने अपने साथ लेकर गई और अपने घर वालों को यह कहा कि वहां वह फोटो शूट करवाएगी। उससे ही किसी का भी माथा ठनक जाएगा कि कोई भी महिला हनीमून मनाने अपने सारे के सारे गहने लेकर क्यों जाएगी? इसके अलावा सोनम ने अपने बैंक अकाउंट में 9 लाख रुपये निकाले थे। मुझे शुरू से यह मामला एकदम संदिग्ध लगता था,खासकर जब उसके पति की डेड बॉडी मिल गई तब तो यह मामला धीरे-धीरे कहीं ना कहीं मेरे जेहन में यह चल रहा था कि सोनम ही इसके पीछे हो सकती है।

अब सोनम रघुवंशी को गाज़ीपुर उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया गया है। मेघालय पुलिस का कहना है कि सोनम रघुवंशी अपने पति के हत्या में शामिल थी और उसने ही अपने पति के हत्या की सुपारी दी थी। पुलिस ने सोनम को गिरफ्तार भी कर लिया है।

इस मामले में सबसे बड़ा क्लू जब मिला कि जब एक होटल वाले और टूर गाइड ने मेघालय पुलिस को बताया की अंतिम बार सोनम रघुवंशी से मिलने जो व्यक्ति आए थे वह हिंदी में बात कर रहे थे। तभी से मेघालय पुलिस का माथा ठनका था।

मैं यह समझ नहीं पा रही हूं कि अगर किसी लड़की का किसी और से प्यार मोहब्बत या चक्कर चल रहा है तब वह शादी ही क्यों करती है ..??
वह क्यों किसी के घर के चिराग को बर्बाद करती है ..?? क्यों है जिंदगी भर पतिहंता का कलंक लेकर या तो जेल में रहती है या समाज में रहती है ..?? वह साफ मना कर दे तो कम से कम उसके माथे पर पति की हत्यारी का कलंक तो नहीं लगेगा।

लेकिन आप यह सोचिए कि सोनम कितनी शातिर थी जिस खाई में उसके पति का शव मिला वहां उसने अपनी जैकेट फेंक दी थी ताकि यह पता चले कि सोनम की भी यहीं हत्या हुई है और बाद में इस मामले में बांग्लादेश पुलिस भी जांच में जुट गई थी।

ये घटना वाकई सोचने पर मजबूर कर देती है कि धर्म और संस्कार सिर्फ दिखावे या शब्दों तक सीमित नहीं होने चाहिए, बल्कि उन्हें मन, वचन और कर्म से निभाना जरूरी है।
सोनम का अपनी सासू मां से उपवास और धर्म की बातें करना, और फिर उसी के उलट ऐसा बड़ा अपराध करना—यही दिखाता है कि असली धर्म आचरण में झलकता है, न कि सिर्फ बातों में।
अब लोग वाकई सवाल कर रहे हैं कि सोनम ने कैसी पढ़ाई की, कौन-से संस्कार मिले और आखिर उसके अंदर ऐसी सोच आई कहां से।
ऐसी घटनाएं समाज को ये सोचने पर मजबूर कर देती हैं कि असली संस्कार और मूल्य क्या हैं और उन्हें बच्चों में कैसे रोपा जाए। साजिशें और सुपारीदेना  अब  लड़कियां भी कर सकती हैं इसे  भूलना नहीं चाहिए !

Swati

डॉ. स्वाति तिवारी

Sonam Killed Raja : राजा की हत्या का राज खुला, क्या सोनम ने ही हनीमून पर करवाई पति की हत्या! 

Breaking News: गाजीपुर के ढाबे पर बदहवास मिली सोनम रघुवंशी!