Reality of Murder : दो पत्नियों को प्रताड़ित किया, तीसरी को भी किया तो उसने ठिकाने लगाया!

बोरे में बंद मिली लाश का राज मारने वाली पत्नी ने पुलिस के सामने खोला

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Indore : चार दिन पहले बोरे में बंद मिली लाश के मामले में पुलिस ने अब पूरा खुलासा किया। पति की हरकतों से परेशान होकर मृतक की तीसरी पत्नी ने ही पति की हत्या कर की थी। मृतक देवेंद्र अग्रवाल की आदतों से परेशान दो पत्नियां ने उसे छोड़ दिया था। 15 साल छोटी इस तीसरी पत्नी नेहा ने भी प्रताड़ना से तंग आकर पहले अलग रहने लगी, पर जब उसने फिर परेशान करना शुरू किया तो उसे मार डाला।

पुलिस ने मृतक की शिनाख्त और पूरे मामले के खुलासे के बाद उसकी पत्नी और प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पत्नी ने बताया कि वो मृतक की तीसरी पत्नी है। मृतक देवेंद्र अग्रवाल की तीसरी पत्नी नेहा ने पुलिस को बताया कि वो मूलतः उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद की रहने वाली है। उसकी 2011 में रवि ठाकुर से शादी हुई थी। शादी के बाद रवि और नेहा इंदौर आ गए। वह हेल्पर का काम करता था। लेकिन, 2013 में सरिए से भरे ट्रक से हादसा हुआ, जिसमें पति रवि और ड्राइवर की मौत हो गई। इस दौरान उसकी एक साल की बेटी थी। पति की मौत के बाद मैं अपने माता-पिता के पास जाकर रहने लगी और यहां सिलाई का काम करने लगी।

देवेंद्र उनके गांव का ही रहने वाला था और नेहा के पिता उसे पहचानते थे। उन्हें यह भी पता था कि देवेंद्र की दो पत्नियां उसे छोड़कर जा चुकी हैं। उसकी उम्र तब 36 साल के लगभग थी। नेहा ने कि वो बताया कि वो मेरे से करीब 15 साल बड़ा था। शादी के बाद एक साल तक तो देवेंद्र ठीक रहा। लेकिन, फिर उसका व्यवहार बदलने लगा। बात-बात पर विवाद करता और मुझे पीटता था। प्रेग्नेंसी के दौरान भी उसने कई बार मारपीट की। बेटे का जन्म हुआ, फिर भी उसकी प्रताड़ना बंद नहीं हुई। परेशान होकर नेहा वापस माता-पिता के पास आ गई। यहां आकर भी देवेंद्र विवाद करने लगा। तंग आकर माता-पिता ने मुझे अलग रहने के लिए कह दिया।

मृतक के भांजा भी आरोपी
देवेंद्र का भांजा विक्की घर के पास ही रहता था। विक्की ने मेरे साथ रहने की इच्छा जताई और कहा कि दोनों नौकरी करके बच्चों को पाल लेंगे। मैं विक्की के पास रहने चली गई। देवेंद्र को पता चला तो वह हमारे घर आकर विक्की को जान से मारने की धमकी देने लगा। 12 सितंबर को भी देवेंद्र अग्रवाल घर के बाहर पहुंचा और मेरे साथ मारपीट करने लगा। यह देख विक्की ने गुस्से में देवेंद्र को घर में खींच लाया। यहां मैंने रस्सी से उसका गला घोंट दिया। पति की हत्या कर मैं काफी देर तक रोती रही। इसके बाद विक्की और मैंने शव को बोरे में बंद कर स्कीम नंबर 155 में फेंक दिया। 12 सितंबर की सुबह पुलिस को स्कीम नंबर 155 के खाली प्लाट में लाश पड़ी होने की सूचना मिली। लाश सफेद बोरे में बंद थी। पुलिस ने बोरा खोला तो लाश के हाथ और पैर कपड़े की करतन से बंधे थे। कतरन देखकर अधिकारियों ने अनुमान लगाया कि हत्या वाली जगह या मृतक दोनों में से किसी ना किसी का सिलाई के काम से कनेक्शन है।

भाई ने पहचाना शव
सोशल मीडिया पर मृतक के फोटो वायरल होने के बाद उसके बड़े भाई आत्माराम ने पहचान पप्पू उर्फ देवेंद्र के रूप में की। आत्माराम ने सबसे पहले पप्पू की पत्नी नेहा और भांजे विक्की पर आरोप लगाया। जिसके बाद पुलिस दोनों की तलाश में जुट गई। जब पुलिस इनके घर पहुंची तो दोनों फरार मिलें। लेकिन बाद में रिश्तेदार के यहां से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई जारी है।