Remarriage After Divorce : शादी, तलाक और 5 साल बाद फिर शादी की अनूठी कहानी!

आखिर ऐसा क्या हुआ कि दोनों मिले और फिर अलग नहीं हो सके!

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Remarriage After Divorce : शादी, तलाक और 5 साल बाद फिर शादी की अनूठी कहानी!

Ghaziabad (UP) : ये कहानी है शादी, फिर तलाक़ और फिर शादी करके के मिलने की। इसलिए कि प्यार कभी मरता नहीं है। विनय जायसवाल और पूजा चौधरी ने तलाक के 5 साल बाद दोबारा शादी कर ली। शादी के बाद दोनों एडजस्ट नहीं कर पा रहे थे और उनकी शादी में परेशानी आने लगी थी। इसलिए दोनों ने तलाक ले लिया। लेकिन, दोनों कहीं न कहीं दिल जुदा नहीं हो सके। विनय की बीमारी ने इस जोड़े को फिर एक कर दिया। दोनों अब फिर से 11 साल बाद एक हो गए।

इस कहानी की शुरुआत होती है 2012 से, जब गाजियाबाद के विनय जायसवाल और पटना की रहने वाली पूजा चौधरी की। 2012 में दोनों की शादी हुई थी। शादी के एक साल बाद ही दोनों में विवाद होने लगा। जब बात ज्यादा बढ़ गई तो दोनों ने तलाक लेने का फैसला किया और पांच साल चले केस के बाद 2018 में दोनों अलग हो गए।

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पर अभी इस कहानी का क्लाइमैक्स बाकी था। 2023 में जिंदगी में नया मोड़ लिया। विनय जायसवाल को हार्ट अटैक आया था और उन्हें ओपन हार्ट सर्जरी करानी पड़ी। विनय की बीमारी की जानकारी जब पूजा को पता चली, तो वह अपने आपको नहीं रोक पाईं। वह विनय को देखने के लिए गाजियाबाद आईं। दोनों में लम्बी बातचीत हुई। इसके बाद फिर नजदीकियां बढ़ीं और उनके बीच का प्यार फिर परवान चढ़ा। दोनों ने फिर से साथ रहने का फैसला किया और विनय और पूजा ने 23 नवंबर को फिर शादी कर ली। इस तरह 5 साल अलग रहने के बाद विनय और पूजा फिर एक बंधन में बंध गए।

अपने जीवन की इस अनोखी कहानी को विनय ने सोशल मीडिया पर साझा किया है। उन्होंने लिखा कि हम कई बार सोचते हैं कि काश हम समय में पीछे लौट पाते और बिगड़ी बातों को फिर से बना पाते। हम ऐसा सोचते ज़रूर हैं, लेकिन ऐसा हो नहीं पाता क्योंकि बहुत से अगर-मगर और किंतु-परंतु के सवाल ऐसे होते हैं जो हमारी समय के साथ पुरानी पड़ चुकी बिगड़ी बातों को भी सही करने में सबसे बड़ी रूकावट का काम करते हैं।

विनय ने आगे लिखा कि, इन सभी अगर-मगर और किन्तु-परन्तु के सवालों को पीछे धकेलते हुए, हमने एक दूसरे से अलग होने के 11 साल बाद फिर से एक होने का निश्चय किया। दोनों के परिवारों की उपस्थिति में एक पारिवारिक आयोजन के दौरान विधिवत विवाह संस्कार और विवाह रजिस्ट्रेशन के साथ तलाक की डिक्री को शून्य कर दिया। हम दोनों एक दूसरे के साथ हैं।