स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाने का संकल्प…

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स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाने का संकल्प…

कौशल किशोर चतुर्वेदी

भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव से छह दिन पहले संकल्प पत्र जारी कर प्रदेश के मतदाताओं को दीपावली का तोहफा दिया है। भाजपा ने भरोसा दिलाया है कि अब यात्रा स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाने की है। संकल्पों के जरिए बार-बार यह भरोसा दिलाया गया है कि ‘एमपी के मन में मोदी है’ और आश्वस्त किया गया है कि संकल्पों को पूरा करने की गारंटी मोदी की है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि प्रदेश की जनता से ये हमारा वादा है कि आने वाले सालों में हम मध्यप्रदेश को एक विकसित राज्य बनाएंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने टिप्पणी की है कि नरक चतुर्दशी के दिन भाजपा अपना संकल्प पत्र क्यों ला रही है। कांग्रेस और कांग्रेस के नेताओं को भारतीय संस्कृति, हमारे जीवन मूल्य, इतिहास का ज्ञान ही नहीं है। नरक चतुर्दशी के दिन ही भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध करके 16 हजार रानियों को मुक्त कराया था। यह बहनों की मुक्ति का दिवस भी है, उनके आत्म-सम्मान और स्वाभिमान से जीने का दिवस भी है। हम इस संकल्प पत्र को अक्षरशः रोडमैप बनाकर मध्यप्रदेश के विकास के लिए कार्य करेंगे और मध्यप्रदेश को देश का नंबर एक राज्य बनाकर ही चैन की सांस लेंगे।भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि यह संकल्प-पत्र मध्यप्रदेश की जनता के सर्व कल्याण का रोडमैप है। यह जन आकांक्षाओं के आधार पर तैयार किया गया है। यह कुछ पन्नों का दस्तावेज नहीं है, पिछले 20 सालों से जनता ने जिस भरोसे से हमारा साथ दिया है, उसको साकार करने की जिम्मेदारी इस संकल्प पत्र में निहित हैं। भाजपा ने बीमारू मध्यप्रदेश को विकसित मध्यप्रदेश बनाया है। हमारा संकल्प-पत्र उसे स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाने का रोडमैप है। मध्यप्रदेश में विकास की जो धारा पिछले बीस वर्षों से चली है, इस धारा को गति प्रदान करने और प्रदेश के स्वर्ण काल के मार्ग को प्रशस्त करने की दृष्टि से हमारा संकल्प पत्र अत्यंत महत्वपूर्ण है।

भारतीय जनता पार्टी के दस अति महत्वपूर्ण संकल्पों से संकल्प पत्र की एक झलक मिलती है। पहला महत्वपूर्ण संकल्प कि पांच वर्षों के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का क्रियान्वयन करते हुए सभी गरीब परिवार को मुफ्त राशन के साथ रियायती दर पर दाल, सरसों का तेल एवं चीनी उपलब्ध करवाएंगे। दूसरा महत्वपूर्ण संकल्प कि मध्य प्रदेश का कोई भी परिवार बेघर नहीं रहेगा। इसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के साथ ही मुख्यमंत्री जन आवास योजना शुरू करेंगे। तीसरा महत्वपूर्ण संकल्प कि लाड़ली बहनों को मासिक आर्थिक सहायता के साथ आवास का लाभ मिलेगा। चौथा महत्वपूर्ण संकल्प कि एमएसपी के साथ बोनस 2,700 रूपए प्रति क्विंटल पर गेहूं एवं 3,100 रूपए प्रति क्विंटल पर धान की खरीद की व्यवस्था करेंगे। पांचवां महत्वपूर्ण संकल्प कि पीएम किसान सम्मान निधि एवं मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के लाभार्थियों को वार्षिक ₹12,000 देंगे। छठवां महत्वपूर्ण संकल्प कि तेंदूपत्ता संग्रहण दर 4,000 रूपए प्रति बोरा देना सुनिश्चित करेंगे। सातवां संकल्प कि गरीब परिवार के सभी छात्रों को 12वीं कक्षा तक मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था करेंगे। आठवां महत्वपूर्ण संकल्प कि सरकारी स्कूल में मिड-डे मील के साथ अब पौष्टिक नाश्ता भी उपलब्ध कराया जाएगा। नौवां महत्वपूर्ण संकल्प कि प्रत्येक संभाग में आईआईटी के तर्ज पर मध्य प्रदेश इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एवं एम्स की तर्ज पर मध्य प्रदेश इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस स्थापित किया जाएगा। और दसवां महत्वपूर्ण संकल्प कि प्रत्येक परिवार में कम से कम एक रोजगार अथवा स्वरोजगार के अवसर सुनिश्चित करेंगे।

जेपी नड्डा ने स्वीकार किया कि घोषणा पत्र, मेनिफेस्टो, संकल्प पत्र या विजन डॉक्यूमेंट की महत्ता धीरे-धीरे घटती जा रही है। इसकी वजह यह है कि कई राजनीतिक दलों ने चुनाव से पहले जनता को लुभाने का काम किया और बाद में वादे भुलाने का काम किया है। वादा करो, भूल जाओ और जनता को गुमराह करो। लेकिन भारतीय जनता पार्टी अकेली ऐसी पार्टी है, जिसने इस डॉक्यूमेंट को अपने काम का रोड मैप बनाया है। यह हमारा रिकॉर्ड है कि हम अपने संकल्प पत्र का अक्षरशः पालन करते हैं। हमारी योजनाओं की मूल बात गरीब कल्याण है और इसके लिए हमारी पार्टी रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म और परफॉर्म पर जोर देती है। तो संकल्प पत्र पढ़कर मध्यप्रदेश के मतदाताओं को अब अपनी राय बनानी है। वचनों की बगिया पहले ही मतदाता निहार चुके हैं और अब संकल्पों के सागर में गोता लगाकर अपने मन में मोदी को टटोलकर यह फैसला सुनाना है कि “मध्यप्रदेश के मतदाताओं के मन में क्या है” …!