

Sad Story of Love Affair : युवक की आत्महत्या में परिजनों को नाबालिग लड़की से प्रेम प्रसंग की आशंका, लड़की की हत्या का आरोप लगा!
Chhatarpur : शनिवार को जिला मुख्यालय के ओरछा रोड थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम देरी में एक युवक ने आत्महत्या कर ली। उसकी आत्महत्या के पीछे परिवार को एक नाबालिग लड़की से प्रेम-प्रसंग का संदेह हुआ। पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक इस नाबालिग लड़की को आत्महत्या करने वाले लड़के के परिजनों ने जबरन जहर खिलाकर मार दिया। ओरछा रोड पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में मामले की जांच शुरु की है। इस घटना में युवक और नाबालिग लड़की की मौत हुई। लड़की की मां और भाई ने आत्महत्या करने वाले युवक की पत्नी और उसके परिजनों पर मारपीट करने तथा लड़की को जबरन जहर खिलाकर उसकी हत्या करने के आरोप लगाए।
जानकारी के मुताबिक ग्राम देरी के 35 वर्षीय भरत सिंह चंदेल (सेंगर) पुत्र महाराज सिंह ने शुक्रवार शाम को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। शनिवार दोपहर भरत सिंह के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जहां मृतक के परिजन सचिन सिंह ने बताया कि भरत सिंह शराब पीने और जुआ खेलने का आदी था। संभवत: उसने शराब के नशे में आत्महत्या की है। वहीं मृतक के बड़े भाई विक्रम सिंह ने बताया कि शुक्रवार की शाम को आत्महत्या करने से पहले भरत सिंह शराब के नशे में गांव के कई लोगों से पैसे भी मांगता रहा।
शनिवार को ही शाम के वक्त देरी गांव की रहने वाली 12वीं की 16 वर्षीय छात्रा को उसकी मां तथा भाई गंभीर हालत में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया। नाबालिग लड़की की मौत के बाद उसके परिजनों ने मीडिया को जो बताया, उससे पूरे मामले ने दूसरा रुख ले लिया। लड़की के भाई और मां ने भरत सिंह के परिवार पर गंभीर आरोप लगाए। भाई ने बताया कि भरत सिंह की पत्नी सोनम सिंह को अपने पति और मेरी बहन के बीच प्रेम-संबंध का संदेह था। शनिवार को जब पोस्टमार्टम के बाद भरत सिंह का शव गांव पहुंचा तो सोनम आक्रोशित हो गई और परिवार के डब्बू तथा सचिन को साथ लेकर उसके घर जा पहुंची।
मृतक नाबालिग के भाई के मुताबिक पहले उन लोगों ने उसकी बहन और मां सहित परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की। इसके बाद बहन को घसीटकर अपने साथ ले गए। आरोपियों ने परिवार के अन्य सदस्यों को घर के अंदर कैद कर दिया। आरोप है कि सोनम सिंह, डब्बू और सचिन ने उसे अपने घर ले जाकर जबरन सल्फास खिलाई, जिससे उसे उल्टियां होने लगीं।
गांव का एक व्यक्ति उसे गंभीर हालत में ल घर लाया जहां घर के अन्य सदस्य अंदर कैद थे। उस व्यक्ति ने घर के दरवाजे खोलकर अंदर बंद परिजनों को बाहर निकाला और जानकारी दी। लड़की की हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी, इसलिए परिवार वाले उसे जिला अस्पताल ले जाने लगे। लड़की की मां का आरोप है कि जब वे लड़की को लेकर अस्पताल जा रहे थे, तभी रास्ते में डब्बू और सचिन ने उन्हें रोक लिया, इस कारण से उसे अस्पताल पहुंचने में देरी हुई। जब तक वे जिला अस्पताल पहुंचे, तब तक उसने दम तोड़ दिया।
छतरपुर के ओरछा रोड थाना के प्रभारी दीपक यादव ने बताया कि ग्राम देरी निवासी नाबालिग लड़की की मौत की सूचना प्राप्त हुई है। लड़की के परिजनों के कथन लेकर मामले की जांच की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।