Scindia Removed PA : सिंधिया के PA पाराशर को क्या RSS के दबाव में निकाला गया!

कार्यमुक्त करके वापस मूल जगह भेजे गए, शिकायतों का भी जिक्र!

1188

Scindia Removed PA : सिंधिया के PA पाराशर को क्या RSS के दबाव में निकाला गया!

New Delhi : केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के निज सचिव पुरुषोत्तम पाराशर को हटा दिया गया। वे पिछले 15 साल से इस पद पर काम कर रहे थे और उनके बेहद नजदीक माने जाते थे। उन्हें हटाए जाने को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया। बताया गया है कि पाराशर के खिलाफ सिंधिया को लंबे समय से शिकायतें मिल रहीं थीं, इसलिए उन्हें हटाना पड़ा।

पुरुषोत्तम पाराशर 15 साल से ज्योतिरादित्य सिंधिया से जुड़े थे। मूलतः वे नेशनल थर्मल पावर कार्पोरेशन में इंजीनियर है। उन्हें फिर उनके मूल विभाग में भेज दिया गया है। सियासी गलियारों में अब इसकी वजह तलाशी जा रही है कि अचानक ऐसा क्या हुआ कि केंद्रीय मंत्री सिंधिया को उन्हें हटाना पड़ा। चर्चा यह भी है कि उन्हें आरएसएस के दबाव में हटाया गया। आरएसएस के बड़े पदाधिकारियों के पास पाराशर को लेकर इशारे पर हुआ है, खैर सच्चाई क्या है, यह भी सामने आएगा।

बताया जा रहा है कि यह फैसला दो दिन पहले हो चुका है, पर मीडिया में सामने अब आया। जानकारी के मुताबिक़ ज्योतिरादित्य सिंधिया को पुरुषोत्तम पाराशर की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। कुछ शिकायतों के प्रमाण भी अलग-अलग स्तर पर सिंधिया तक पहुंचाए गए। इसके बाद सिंधिया की और से यह फैसला लिया गया।

यह भी माना जाता है, कि सिंधिया के दलबदल के पीछे पुरुषोत्तम पाराशर का बड़ा योगदान है। सिंधिया समर्थक विधायक जब बेंगलुरु के रिसोर्ट में थे, तब पाराशर लगातार बंधक विधायकों के संपर्क में थे। यह भी माना जाता है कि पुरुषोत्तम पाराशर बहुत महत्वाकांक्षी हैं और उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा भी रही हैं।

उनके साथ यह विवाद भी जुड़ा 
पुरुषोत्तम पाराशर मूलत: एक पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग के कर्मचारी थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया के स्टाफ में तब आए जब वे केंद्र में मंत्री थे। दतिया के रहने वाले पुरुषोत्तम पाराशर का विवादों में नाम तब आया जब पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ने एक ऑडियो जारी किया, जिसमें एक विधायक उम्मीदवार पुरुषोत्तम पाराशर के पास पैसे रखने की बात कहते नजर आ रहे थे। इस वीडियो पर बड़ा सियासी घमासान हुआ था।

एमपीसीए में एंट्री पर कयास
मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (MPCA) में पांच नए सदस्य नियुक्त किए गए हैं। उनमें केंद्रीय मंत्री और एमपीसीए के पूर्व चेयरमैन ज्योतिरादित्य सिंधिया के निज सचिव रहे पुरुषोत्तम पाराशर का भी नाम है। पाराशर की MPCA में एंट्री के भी कई मायने निकाले गए। उनका नाम आने के बाद ये नियुक्तियां विवादों में आ गईं।