Bhopal : केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को राजधानी भोपाल में सरकारी बंगला मिल गया था। आज वे पत्नी सहित भोपाल आए और औपचारिक रूप से गृह प्रवेश किया।
राजनीतिक रूप से इसे सिंधिया का प्रदेश की राजनीति में भी प्रवेश समझा जा रहा है।
वे कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के पड़ोसी बन गए। इस बंगले पर आज जब सिंधिया पहुंचे, तो मीडिया से कहा कि कई नेताओं को मेरे नाम की खुजली होती है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भोपाल में श्यामला हिल्स स्थित सरकारी बंगला मिला है। उनके पड़ोसियों में दिग्विजय सिंह के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी हैं।
उमा भारती का बंगला सिंधिया के ठीक पास में है तो दिग्विजय का कुछ फासले पर।
सिंधिया आज गृह प्रवेश करने भोपाल प्रवास पर आए और उन्होंने यहां मीडिया से बातचीत भी की। सिंधिया ने कहा कि कई नेताओं को मेरे नाम की खुजली लगी है।
जब वे कांग्रेस में थे, तब भी खुजली होती थी और आज में भाजपा में हूं तब भी खुजली होती है। सिंधिया ने कहा कि वे अपनी राह पर चला हूं और जनसेवा की राह पर चला हूं। उनका संकल्प और भगवान क्षेत्र की जनता है।
कमलनाथ ने बंगला नहीं दिया
कमलनाथ सरकार बनने के बाद सांसद की हैसियत से ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से सरकारी बंगला मांगा था। मगर उन्हें बंगला नहीं मिल सका था।
इस बीच लोकसभा चुनाव में वे हार गए तो उन्होंने फिर बंगले की मांग नहीं की। वे भोपाल प्रवास के दौरान होटल या सरकारी गेस्ट हाउस में ही रुकते रहे।
दिल्ली में भी बंगला मिला
ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिल्ली में भी हाल ही में वही बंगला मिला, जो चुनाव हारने के बाद उन्हें खाली करना पड़ा था। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद उन्हें मोदी सरकार ने दोबारा वही बंगला आवंटित किया है।
उस बंगले से उनका पिता स्व माधवराव सिंधिया का पुराना संबंध और यादें जुड़ी हुई हैं।