Email उगलने लगे राज, तलाशे जा रहे SAGE Group के कर्मचारियों के खातों के लिंक
भोपाल: सेज ग्रुप (SAGE Group )के मालिक द्वारा टैक्स चोरी के लिए तैयार किए गए 400 ई मेल अब राज उगलने लगे हैं। इन ई मेल आईडी के जरिये आयकर विभाग के अफसर सेज ग्रुप से पिछले पांच सालों मे जुड़े कर्मचारियों, बिजनेसमैन और निवेशकों के खातों को लिंक कर ट्रांजेक्शन की जांच कर रहा है। टीम के अधिकारी इसके आधार पर इस ग्रुप में निवेश करने वाले कुछ उच्चााधिकारियों को भी जांच के दायरे में ले रहे हैं जो पैसों के लेन-देन में इनसे जुड़े हैं। इस मामले में अफसरों की जांच अभी पूरी तरह खत्म नहीं हो सकी है।
आयकर विभाग द्वारा की जा रही जांच में यह भी साफ हुआ है कि कर्मचारियों के नाम पर निवेश करने का काम इस ग्रुप द्वारा किया गया है और कई कर्मचारी इससे अनजान भी हैं। इसके बाद यह माना जा रहा है कि इस तरह का खेल व्यापक पैमाने संभावित है जिसके कारण अब तकनीकी जांच में और भी खुलासे होने की उम्मीद है। उधर शिक्षा में निवेश के बाद कालोनियों और अस्पताल के निर्माण को मुख्य कारोबार बनाने वाले इस ग्रुप के द्वारा बिल्डिंग मटेरियल में घालमेल किए जाने की बात सामने आई है। जांच टीम को पता चला है कि कंस्ट्रक्शन के लिए जो सरिया खरीदा जाता था, वह भी दो नंबर में खरीदा जाता था। रेत, गिट्टी की खरीदी में भी ऐसा ही किया गया जिसमें चेक देकर नकदी लेने की बात कही जा रही है। ग्रुप की फर्जी फर्मों के जरिये भी लेन देन की जांच जारी है।