

Shivay Kidnapping Case : ग्वालियर में 7 साल के शिवाय के अपहरण के पीछे मामा और मौसी की साजिश!
Gwalior : इस समय सात साल के बच्चे के अपहरण का मामला जोरों पर चर्चा में है। इस घटना से शहर में सनसनी फैल गई। हालांकि, पुलिस की मुस्तैदी से बच्चा सही सलामत अपने माता-पिता के पास पहुंच गया। उन दो बदमाशों को भी पुलिस ने पकड़ लिया, जिन्होंने बच्चे का अपहरण किया था। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, ताकि मामले की तह तक पहुंचा जाए। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ जारी है। पूछताछ में एक बड़ा चौंकाने वाला खुलासा यह हुआ कि अपहरण की साजिश बच्चे की मौसी और मामा के परिवार से जुड़े लोगों ने 50 लाख की फिरौती के लालच में करवाई थी।
घटना वाले दिन शिवाय को उसकी मां घर से स्कूल वैन तक छोड़ने जा रही थी। इसी दौरान सड़क पर दो बाइक सवार बदमाशों ने मां की आंखों में मिर्ची डाली और बच्चे शिवाय को उठाकर भाग गए। अपहरण की यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। किडनैप हुए 7 साल के शिवाय को पुलिस ने मुरैना उसी रात सकुशल बरामद कर लिया। जिन बदमाशों ने शिवाय का अपहरण किया था, वो पुलिस के दबाव के कारण बच्चे को मुरैना में छोड़कर फरार हो गए।
रिक्शेवाले ने दी थी जानकारी
पुलिस का दावा है कि अपहरणकर्ता जिले के काजी बसई गांव में एक ईंट-भट्टे के पास बच्चे को छोड़कर भाग गए थे। इस दौरान एक रिक्शेवाले ने बच्चे को रोते हुए देखा और बच्चे को पहचान लिया और उसे अपने साथ बैठाकर अपने गांव के सरपंच के घर ले गया। इसके बाद सरपंच ने पुलिस को सूचना दी।
जब शिवाय अपने घर पहुंचा तो ग्वालियर स्थित मुरार कॉलोनी में भारी भीड़ उमड़ पड़ी और लोग पुलिस जिंदाबाद के नारे लगाने लगे. साथ ही जमकर आतिशबाजी भी हुई।
पकड़े गए बदमाशों का चौंकाने वाला खुलासा
मुरैना पुलिस ने रविवार सुबह इस अपहरणकांड से जुड़े राहुल गुर्जर ओर बंटी गुर्जर को दबोच लिया था। न्यायिक प्रक्रिया के बाद पुलिस बदमाशों को ग्वालियर ला रही है। इससे अपहरण के पीछे की वजह सामने आ सकेगी। वहीं पूछताछ में शिवाय गुप्ता अपहरण कांड में चौकानें वाला तथ्य समाने आया। अपहरण की साजिश बच्चों के मामा और मौसी के परिवार से जुड़े हुए लोगों ने रची थी। आरोपी न केवल परिवार के आर्थिक स्थिति से वाकिफ थे, बल्कि उन्होंने सोच समझकर शिवाय गुप्ता का अपहरण करवाया। उनकी प्लानिंग थी कि अपहरण कर 50 लाख रुपए की फिरौती की मांग करेंगे। मगर, यह साजिश पुलिस के दबाव में पूरी नहीं हो सकी और बदमाश बच्चे को मुरैना में छोड़कर फरार हो गए।
पुलिस एनकाउंटर भी फर्जी बताया जा रहा
पुलिस के मुताबिक इस अपहरण कांड में दो लोगों का हाथ नही, बल्कि पांच से ज्यादा लोग शामिल हैं। इन सबके बीच, मुरैना में हुए शॉर्ट एनकाउंटर के वीडियो पर भी सवाल खड़े हो रहे। कहा जा रहा है कि किसी नेता के कहने पर इन लोगों ने मुरैना में सरेंडर किया। इसके बाद मुरैना पुलिस ने नाटकीय अंदाज में शार्ट एनकाउंटर करके वाहवाही लूटने की कोशिश की है।
एसआईटी के जरिए पूरी साजिश का पता होगा
इस मामले पर ग्वालियर रेंज के आईजी अरविंद सक्सेना ने एक एसआईटी का गठन किया है, जो इस मामले की पड़ताल में लगे है। आईजी ने बताया कि शिवाय के अपहरण मामले में एसआईटी का गठन किया गया है। एसएसपी ग्वालियर धर्मवीर सिंह लगातार मामले पर नजर बनाए हैं। एसआईटी के सदस्य के साथ विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है। समझा जा रहा है कि अभी और चौंकाने वाले खुलासे सामने आ सकते हैं।