Shivay Kidnapping: 14 घंटे पल-पल की अपडेट और मॉनिटरिंग करता रहा PHQ, DGP ने अफसरों की पीठ थपथपाई

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Shivay Kidnapping: 14 घंटे पल-पल की अपडेट और मॉनिटरिंग करता रहा PHQ, DGP ने अफसरों की पीठ थपथपाई

 

भोपाल: Shivay Kidnapping: ग्वालियर के मासूम शिवाय अपहरण मामले में PHQ लगातार 14 घंटे पल-पल की अपडेट और मॉनिटरिंग करता रहा। इस मामले में सफलता के बाद DGP कैलाश मकवाना ने ग्वालियर के अफसरों के साथ चंबल रेंज के अफसरों की भी पीठ थपथपाई।

ग्वालियर में 6 साल के मासूम शिवाय के अपहरण से लेकर बच्चे के मिल जाने तक के 14 घंटों में प्रदेश पुलिस की सांसे कई बार ऊपर नीचे होती रही। इस दौरान न सिर्फ ग्वालियर के आईजी अरविंद सक्सेना और एसपी धर्मवीर सिंह सक्रिय रहे, बल्कि पुलिस मुख्यालय में भी DGP कैलाश मकवाना से लेकर कई अफसर भी पल-पल की मॉनिटरिंग करते रहे और वहां की पुलिस की मदद से यहां से भी प्रयास करते रहे। इन सब की मेहतन रंग लाई और शिवाय सकुशल मिल गया। पुलिस की इस सफलता पर DGP से अफसरों को तारीफ कर पीठ थपथपाई।

 

सुबह आठ बजे शिवाय का अपरहण हुआ। ग्वालियर पुलिस को सूचना मिली, इसके बाद इस सूचना को पुलिस मुख्यालय तक पहुंचाया गया। पुलिस मुख्यालय तक सूचना आते ही, डीजीपी कैलाश मकवाना एक्टिव हुए। उन्होंने आईजी अरविंद सक्सेना से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और उन्हें कुछ निर्देश दिए। इधर डीजीपी ने प्रदेश पुलिस के इंटेजीजेंस के अफसरों को एक्टिव किया। यहां से ग्वालियर स्पेशल ब्रांच के अफसर सक्रिय हुए। वहीं प्रदेश सायबर पुलिस को भी डीजीपी ने इस मामले में एक्टिव किया। साथ की चंबल रेंज के आईजी के साथ ही भिंड एसपी डॉ. असित यादव और मुरैना एसपी समीर सौरभ को भी सक्रिय किया।

इधर ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह हर सूचना पर स्वयं भी मूवमेंट कर रहे थे और अपने जिले की पुलिस का भी मूवमेंट करवा रहे थे। सूचना मिलने के बाद दस मिनट के भीतर उन्होंने पूरे शहर की नाकेबंदी कर दी। पुलिस ने कई जगह से मिले सीसीटीवी फुटेज भी खंगालना शुरू किए। जिससे यह तय हो गया था कि बदमाश मुरैना की तरफ गए हैं। इधर मुरैना पुलिस को एक्टिव किया गया। इस बीच दोपहर दो बजे के आसपास आरोपियों की मोटर साइकिल लक्ष्मणगढ़ से मुरैना की तरफ जाती हुई दिखाई दी। इसके बाद महज आधे घंटे में ग्वालियर से पांच टीमे पुलिस की मुरैना की ओर रवाना हुई। इसके बाद पुलिस के डर से बदमाश, बच्चे को छोड़कर भाग गए।