“समाधान आपके द्वार” योजना:  जानी दुश्मन बन चुके भाईयों ने एक – दूसरे को पहनाईं मालाएँ  

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“समाधान आपके द्वार” योजना: 

जानी दुश्मन बन चुके भाईयों ने एक – दूसरे को पहनाईं मालाएँ  

ग्वालियर:घर के रोशनदान से कचरा फेंकने को लेकर देवरानी – जेठानी के बीच शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ा कि बात पुलिस थाने तक पहुँच गई। मुकदमा दर्ज हुआ तो जाहिर है सगे भाई एक – दूसरे के लिये जानी दुश्मन बन गए। आए दिन देवरानी – जेठानी छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ने लगीं। दोनों घरों में अशांति का बसेरा छा गया। ऐसे विपरीत हालातों में “समाधान आपके द्वार” ने आपस में झगड़ने वाले इन सगे संबंधियों को फिर से एक कर दिया।
ग्वालियर शहर के विनय नगर सेक्टर नं.3 के अंतर्गत उरवाई गेट के समीप सरदारों वाली गली में सगे भाई बंटी कुशवाह व रवि कुशवाह रहते हैं। एक भाई का परिवार ऊपरी मंजिल पर और दूसरे का नीचे की मंजिल पर रहता है। कुछ समय पूर्व दोनों की धर्मपत्नियों के बीच घर के रोशनदान से कचरा फेंकने को लेकर बहस हो गई। अगले ही दिन जेठानी और देवरानी के बीच इस बात को लेकर झगड़ा हुआ कि हमारे हिस्से में कचरा फेंका जा रहा है। बात गाली-गलौच तक पहुँची और फिर थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई।
उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर की पहल पर “समाधान आपके द्वार” ग्वालियर जिले में भी शनिवार 22 जुलाई को चौथे चरण के शिविर लगाए गए। विनय नगर क्षेत्र में लगे शिविर में तहसीलदार श्री श्यामू श्रीवास्तव के संज्ञान में यह दांडिक प्रकरण आया। उन्होंने दोनों पक्षों को बुलाकर एक – एक कर सभी की बात ध्यानपूर्वक सुनी और उन्हें समझाया कि यदि आप लम्बे समय तक इसी तरह झगड़ते रहे तो आपका खर्चा तो होगा ही, परिवार में अशांति रहेगी। आपकी प्रगति के सारे रास्ते भी बंद हो जायेंगे। दोनों भाईयों और उनकी धर्मपत्नियों पर इस समझाइश का गहरा असर हुआ । एक – दूसरे ने अपनी गलती मानी। छोटे भाई ने बड़े भाई के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद एक – दूसरे को मालाएँ पहनाकर परिवार के फिर से एक हो जाने का संदेश दिया और खुशी-खुशी अपने घर लौटे।