Statue of Vagdevi Placed : देर रात भोजशाला में वाग्देवी की प्रतिमा रखी, पुलिस ने प्रतिमा हटाई!

फेंसिंग काटकर भोजशाला के गर्भगृह में घुसने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई होगी!

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Statue of Vagdevi Placed : देर रात भोजशाला में वाग्देवी की प्रतिमा रखी, पुलिस ने प्रतिमा हटाई!

धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट

Dhar : शनिवार-रविवार की दरमियानी रात कुछ अज्ञात लोगों ने भोजशाला में वाग्देवी की प्रतिमा रखने का प्रयास किया। हिंदूवादी संगठनों ने इस घटना को प्रतिमा का प्रकट होना बताने की कोशिश की है। इसके बाद पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई कर सुबह करीब 4 बजे भोजशाला के गर्भ गृह से उक्त प्रतिमा को हटा दिया। अब सीसीटीवी फुटेज देखकर प्रतिमा रखने के आरोपियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी। पुलिस ने प्रतिमा को जब्त कर अज्ञात स्थान पर रखवा दिया। शहर में शांति है, अतिरिक्त बल भी तैनात कर दिया गया।

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भोजशाला के आसपास अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ इंद्रजीत सिंह बाकरवाल ने बताया कि प्रशासन ने भारतीय पुरातत्व के अधीन में स्थित भोजशाला के बाहर तार फेंसिंग को अज्ञात असामाजिक तत्वों द्वारा रात्रि में काटकर उक्त स्मारक में मूर्ति रखने का प्रयास किया। भोजशाला की सुरक्षा में लगी तार फेंसिंग काटकर आधी रात में कुछ शरारती लोगों द्वारा उक्त घटना किए जाना बताया गया।

 

 

पुलिस ने इस प्रकरण में संज्ञान लेकर कृत्य करने वाले आरोपियों की पहचान कर पुरातत्व विभाग के नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई करेगी। सीसीटीवी फुटेज व वीडियो की जांच की जा रही है। जांच के आधार पर उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने मूर्ति को गुप्त स्थान पर भेज दिया है। शहर में शांति है और पुलिस प्रशासन पैनी निगाहें बनाए है। प्रशासन ने भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी। जगह-जगह पुलिस जवान बड़ी संख्या में तैनात किए हैं।

भोजशाला आंदोलन समिति उत्साहित
इस घटना से भोजशाला आंदोलन समिति उत्साहित है और इसे भोजशाला आंदोलन का एक हिस्सा मानती है। समिति ने प्रतिमा रखने वालों को धन्यवाद भी दिया। गोपाल शर्मा ने कहा कि मैं उसे साधुवाद और धन्यवाद देता हूं कि उसने हिम्मत तो की, हम तो 30 साल से केवल घंटा घडियाल ही बजा रहे हैं। अपने लोगों से ही हम सत्याग्रह कर रहे है कि भैया प्रतिमा ला दो। ये संगठन का काम नहीं है। लेकिन, जिसने भी किया वो साधुवाद का पात्र है, धन्यवाद का पात्र है कि हिम्मत करके प्रतिमा को गर्भगृह में स्थापित किया। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि हमारे सत्याग्रह का भी उद्देश्य है कि भोजशाला की मुक्ति और प्रतिमा की स्थापना है। उसने अपने तरीके से की है हमारा तरीका अलग है। इसलिए हम साधुवाद करते है जिसने प्रतिमा स्थापित की है।