Tehsildar of Sonkutch Attached : किसानों को चूजा कहने वाली तहसीलदार को CM ने अटैच किया! 

इससे पहले CM ने शाजापुर कलेक्टर को भी ऐसे ही अपशब्द बोलने पर हटाया था!

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Tehsildar of Sonkutch Attached : किसानों को चूजा कहने वाली तहसीलदार को CM ने अटैच किया! 

Bhopal : मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने देवास जिले के सोनकच्छ तहसीलदार अंजली गुप्ता के वायरल हो रहे वीडियो को संज्ञान में लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, अधिकारी आम लोगों के साथ सभ्य और शालीन भाषा का इस्तेमाल करें। इस तरह की अभद्र भाषा बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मेरे निर्देश के बाद कलेक्टर द्वारा तहसीलदार को जिला मुख्यालय अटैच कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन हमारी सरकार का मूल मंत्र है। कुछ दिन पहले शाजापुर कलेक्टर को इसी तरह एक ड्राइवर के साथ बदसलूकी की वजह से हटा दिया गया था। कलेक्टर ने कहा था कि ‘तेरी औकात क्या है?’

जबकि, जिला मुख्यालय में अटैच की गई सोनकच्छ की तहसीलदार ने किसानों से बदसलूकी करते हुए कहा था कि चूजे हैं ये, अंडे से निकले नहीं, बड़ी बड़ी मरने-मारने की बातें करते है। वायरल वीडियो में कुछ किसान कह रहे हैं, हमने नहीं किया हम आराम से बात कर रहे है! जबकि, तहसीलदार ऊंची आवाज में बोल रही है ‘आराम से बात कर रहे थे, तो आज इसने कैसे मुझे कैसे बोला कि तुम रिस्पांसिबल हो? मैं हूं क्या, मैं तहसीलदार हूं, शासन का प्रोजेक्ट है, शासन को किसने चुना, सरकार को आप लोगों ने चुना? मैंने चुना क्या? मैंने बोला क्या, ऐसी पेटी रखो, मैं लगाऊं क्या इसको? मैं कैसे रिस्पांसिबल हूं। किसान बोल रहे है कि, अरे साहब हम तो आपसे हाथ जोड़कर निवेदन कर रहे हैं। इस पर तहसीलदार ने कहा ‘बहुत शब्द पढ़ लिए अंग्रेजी में यू आर रिस्पांसिबल, आगे बढ़! किसान बोल रहे है हम तो अनपढ़ है साहब!

यह घटना चार दिन पुरानी है जब सोनकच्छ से 5 किमी दूर कुमारियाराव में पिछले दिनों से चौबाराधीरा से सोनकच्छ तक 132 केवी की लाइन के तार लाए जा रहे हैं। कुमारियाराव गांव में खड़ी फसल में लाइट के पोल लगाने को लेकर किसान और तहसीदार आमने-सामने हो गए। तहसीलदार अंजली गुप्ता ने गुस्से में जो बोला उसका वहां मौजूद एक अन्य किसान ने वीडियो बना लिया, जो घटना के चार दिन बाद इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में अंत में वे रिकॉर्डिंग करने वाले पर झपटती भी दिखाई दी। बाद में सफाई भी दी!

वीडियो वायरल होने के बाद तहसीलदार का एक और वीडियो जारी हुआ, जिसमें उन्होंने मामले पर लीपापोती की और कहा कि पहले गांव वालों ने अपशब्दों का उपयोग किया था और फिर माफ़ी भी मांग ली। इसके बाद पूरा मामला रिसॉल्व कर लिया गया है। मैंने पूरी घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को भी दे दी है।