

Jaipur: राजस्थान के चर्चित जिला अलवर में विकास के नाम पर 300 साल पुराने एक मंदिर को बुलडोजर से ढहा दिया गया। ये मंदिर राजगढ़ के सराय मोहल्ले में था। कटर से मूर्तियों को तोड़ दिया गया।
अनेक सामाजिक संगठनों ने इसका विरोध भी किया पर बल पूर्वक उन्हें दरकिनार कर दिया गया। यहां कुल तीन मंदिर तोड़े गए, लोगों की भीड़ ने इसका विरोध भी किया लेकिन नगरपालिका के दस्ते ने मंदिर को ध्वस्त कर दिया।
नगर पालिका का कहना है कि मास्टर प्लान में मंदिर नहीं था। उन्होंने मास्टरप्लान के आधार पर कार्रवाई की है।
जब उनसे पूछा गया कि तोड़ा गया मंदिर तीन सौ साल पुराना था, इसका ऐतिहासिक महत्व भी था तो उनके पास कोई जवाब नहीं था।
हिंदू संगठनों ने इस घटना का विरोध करते हुए पुलिस को शिकायत की है।
घटना की जानकारी मिलने के बाद तनाव बढ़ने पर क्षेत्र में पुलिस बल बढ़ा दिया गया है।
राजस्थान के अलवर में 300 वर्ष पुराने मंदिर को तो ध्वस्त किया ही, भगवान की मूर्तियों को भी खण्डित करने से नहीं चूकी कांग्रेस सरकार!!
जहांगीरपुरी पर रुदन करने वाली कांग्रेस का यह कुकृत्य ही राजस्थान में उसकी शव यात्रा निकालेगा। शर्म करो.. pic.twitter.com/zzF71gB6kc— विनोद बंसल Vinod Bansal (@vinod_bansal) April 22, 2022
विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि “राजस्थान के अलवर में 300 वर्ष पुराने मंदिर को तो ध्वस्त किया ही, भगवान की मूर्तियों को भी खण्डित करने से नहीं चूकी कांग्रेस सरकार!! जहांगीरपुरी पर रुदन करने वाली कांग्रेस का यह कुकृत्य ही राजस्थान में उसकी शव यात्रा निकालेगा। शर्म करो..”