उधर भारत जोड़ो यात्रा, इधर यात्रा पर तंज…
कन्याकुमारी से कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा शुरू हो गई है। राहुल गांधी ने इस यात्रा को हरी झंडी दिखा दी है। 3570 किलोमीटर की यह यात्रा 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों तक जाएगी। राहुल गांधी के लिए यह क्षण निश्चित तौर से वेदना भरे होंगे, जब यात्रा से पहले वह पिता स्वर्गीय राजीव गांधी की शहादत स्थल पर थे। तो वह इसलिए भी भावुक होंगे, क्योंकि कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष उनकी मां सोनिया गांधी भी स्वास्थ्य कारणों से यात्रा में शामिल नहीं हो पाईं। कांग्रेस ने इस यात्रा को नफरत छोड़ो भारत जोड़ो टैगलाइन दी है, तो भारतीय जनता पार्टी इसे परिवार जोड़ो यात्रा नाम दे रही है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को गांधी परिवार तक सीमित बताया। तो यह दावा भी किया कि मध्यप्रदेश में राहुल गांधी की यात्रा की हवा निकलने वाली है।
सोनिया गांधी ने पत्र के जरिए लिखा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए यह एक ऐतिहासिक अवसर है। मुझे विश्वास है कि हमारे संगठन का कायाकल्प होगा। यह भारतीय राजनीति में एक परिवर्तनकारी क्षण भी है। उन्होंने कहा कि मैं हर दिन भारत जोड़ी यात्रा में विचार और भावना से भाग लूंगी। मैं निश्चित रूप से इसे लाइव देखूंगी। तो आइए हम अपने संकल्प में एकजुट और दृढ़ रहें। जय हिन्द। यानि यात्रा का मुख्य उद्देश्य यही है कि कैसे भी तो पार्टी का कायाकल्प हो, तब बात बने। यात्रा के शुभारंभ के बाद राहुल गांधी का दर्द भी सामने आया। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि वे सीबीआई और ईडी का उपयोग करके विपक्ष को डरा सकते हैं। समस्या यह है कि भारतीय लोग डरे नहीं। उन्होंने कहा कि कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे कितने घंटे पूछताछ करते हैं। कोई भी विपक्षी नेता डरने वाला नहीं है। बीजेपी को लगता है कि वे धर्म और भाषा के आधार पर देश को बांट सकते हैं लेकिन इस देश का बंटवारा नहीं हो सकता। यह देश अखंड रहेगा। कुल मिलाकर एक ही उद्देश्य नफरत छोड़ो-भारत जोड़ो। वहीं एकता का संदेश और मिशन 2024 के रास्ते की तलाश। यहां भी ईडी-सीबीआई का दर्द राहुल की जुबां पर आ गया। इन्हीं हालातों में वह अपने काम के जरिए नाम हासिल करने का प्रण कर चुके हैं।
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तो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने तंज कसा कि लोगों को आपस में बाँटकर लड़ाने की अंग्रेज़ों की नीति पर चलने वाली कांग्रेस ऐसे समय भारत जोड़ने की झूठी बात कर रही है, जब देश एक होकर “आज़ादी का अमृत महोत्सव“ मना रहा है। राहुल की “भारत जोड़ो यात्रा“ का जनता से कोई सरोकार नहीं है। यह यात्रा केवल गांधी परिवार तक सीमित है। भारत जोड़ो यात्रा राहुल गांधी का राजनीतिक पर्यटन है, जिसे वे हमेशा चुनाव आने के पहले करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि गुटबाज़ी के कारण विखंडित कांग्रेस तीन साल से पूर्णकालिक अध्यक्ष नहीं बना पा रही है, उनके बड़े नेता पार्टी छोड़ रहे हैं। धड़ों में बँटी कांग्रेस देश की जनता के साथ भावनात्मक झूठ के सहारे फिर छलने आ रही है, लेकिन जनता समझदार और सजग है। वो कांग्रेस को अच्छी तरह से पहचान चुकी है। उन्होंने चुटकी ली कि मध्यप्रदेश में राहुल गांधी की इस यात्रा की हवा निकलने वाली है। सच्चाई भाँपते हुए कमलनाथ जी यात्रा में शामिल नहीं हो रहे, क्योंकि राहुल गांधी के मध्यप्रदेश आने पर जनता उनसे पूछेगी कि चुनाव के समय उनके वादों पर 15 महीने सत्ता में रही कमलनाथ सरकार ने अमल क्यों नहीं किया? शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा भारत गौरवशाली, सशक्त, समृद्ध और अपने पुराने वैभव की ओर वापस लौट रहा है। राहुल गांधी पहले कांग्रेस को जोड़ने के लिए काम करें। भारत पहले से ही जुड़ा हुआ है, अब कांग्रेस झूठे भ्रम फैलाना बंद करें।
बात वहीं आकर खत्म होती है कि पक्ष-विपक्ष के खेल चलते रहेंगे। वास्तव में देश को जोड़ने के दावों के बीच कांग्रेस जहां यात्रा को लेकर काफी उत्साहित है, तो भाजपा अखंड भारत का हवाला देकर इसकी आलोचना कर अपना फर्ज निभा रही है। लोकतंत्र का पारदर्शी दौर अब सोशल मीडिया के जरिए सूचनाएं हर दिल तक पहुंचाने की काबिलियत साबित कर चुका है। तो आइए आने वाले समय में यात्रा से जुड़ी पल-पल की खबर और आलोचना का आनंद उठाते हैं।