यह उमंग, उत्साह और उल्लास के पल हैं…

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यह उमंग, उत्साह और उल्लास के पल हैं…

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रतिदिन पौधरोपण संकल्प के 3 वर्ष पूरे हो गए हैं। देश-दुनिया की अरबों की आबादी में गिने-चुने ऐसे लोग होंगे जो अपने जीवन में सौ पौधे भी लगा पाते हों। वहीं राजनेताओं की गिनती करें तो औपचारिकता छोड़ दें तो शायद ही कोई राजनेता पौधा रोपने का काम कर पाता हो। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का लगातार तीन साल तक हर रोज पौधा रोपण संकल्प की दृढ़ता की पराकाष्ठा है। ऐसे में इन तीन साल की तपस्या की खुशी को समाज के संग साझा करने के हकदार शिवराज सिंह चौहान हैं।संकल्प के तीन साल पूरे होना अपने आप में पर्यावरण सम्मेलन का पर्याय है। इस पर्यावरण सम्मेलन में तो पूरे प्रदेश और देश को शामिल होकर शिवराज के संकल्प को मजबूती देने के लिए करोड़ों हाथ आगे बढ़ाना चाहिए। भोपाल के रविन्द्र भवन में 20 फरवरी 2024 को आयोजित पर्यावरण सम्मेलन में देश भर के प्रसिद्ध पर्यावरणविद् और सामाजिक कार्यकर्ता यही संदेश देंगे। शिवराज सिंह चौहान ने 19 फरवरी 2021 को नर्मदा जयंती के दिन अमरकंटक में प्रतिदिन पौधरोपण का संकल्प लिया था और अमरकंटक के शंभू धारा में पहला पौधा रौपा था। और पर्यावरण संरक्षण को जीवन का मिशन बनाकर प्रतिदिन पौधरोपण के संकल्प को जारी रखा है। इसी कड़ी में पौधरोपण को जन-जन का अभियान बनाने के लिए पर्यावरण सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। शिवराज की यह उपलब्धि वाकई सराहनीय है, प्रेरक है और अनुकरणीय है।  और शिवराज बहुत-बहुत बधाई के पात्र हैं।
19 फरवरी 2021 को नर्मदा जयंती के अवसर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अमरकंटक में गुल बकावली और साल का पौधा लगाकर प्रतिदन पौधरोपण का प्रण लिया था, तब से अब तक हर दिन तीन पौधे के हिसाब से 1095 दिनों में 3238 पौधे लगाए हैं, उनके साथ अब तक 2000 से अधिक लोग पौधरोपण कर चुके हैं। जनवरी 2022 से श्यामला हिल्स स्थित स्मार्ट सिटी उद्यान में अपने जन्मदिवस, विवाह वर्षगांठ या परिजनों की स्मृति में पौधे लगाने के लिए आने वाले लोगों की संख्या बढ़ती चली गई। पूर्व मुख्यमंत्री ने अधिकतर पौधे स्मार्ट सिटी उद्यान में ही लगाए हैं, निरंतर पौधरोपण होने से आज स्मार्ट सिटी पार्क हराभरा दिखाई देता है। आज भी पर्यावरण सम्मेलन में विभिन्न अतिथि 108 पौधे स्मार्ट सिटी पार्क में लगाएंगे। स्मार्ट सिटी पार्क में शिवराज ने पारिजात, सप्तपर्णी, अशोक, कदम्ब, हरसिंगार, बेल पत्र, मौलश्री, शीशम, मुनगा, करंज, गुलमोहर, कचनार, हर्र, मधुकामिनी, अर्जुन, नीम, आंवला, विलायती इमली, हल्दू, नीला गुलमोहर, बॉटल ब्रश, कपूर आदि के पौधे लगाए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, गुयाना गणराज्य के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफ़ान अली, सूरीनाम गणराज्य के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी के साथ भी पौधरोपण किया। पूर्व मुख्यमंत्री ने अन्य राज्यों के प्रवास के दौरान लगभग 16 अलग अलग राज्यों में भी पौधरोपण किया। शिवराज ने प्रतिदिन पौधरोपण के संकल्प के बाद प्रदेशवासियों से भी पौधरोपण की अपील की। सभी अपने जन्मदिन, विवाह की वर्षगांठ, परिजनों की स्मृति सहित अन्य शुभ अवसरों पर पौधरोपण जरूर करें। उनके आह्वान के परिणामस्वरूप राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में पौधरोपण की गतिविधि को विस्तार मिला।
शिवराज की अपील के बाद देश एवं प्रदेश में हजारों लोगों ने पौधरोपण को जन्मदिन, विवाह की वर्षगांठ और परिजनों की स्मृति के साथ शुभकार्यों में अनिवार्य बना लिया। धीरे-धीरे इस अभियान ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि तीन साल में लाखों की संख्या में पौधरोपण हुआ और कई अन्य लोगों ने भी अपने जन्मदिवस व अन्य शुभ अवसरों पर पौधरोपण करने का संकल्प लिया। इस तरह शिवराज का व्यक्तिगत प्रण, समाज का प्रण बन गया। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान के पौधरोपण संकल्प के 3 साल पूरे होने पर रविन्द्र भवन में आयोजित होने वाला पर्यावरण सम्मेलन कई मायनों में विशेष रहने वाला है। जहां कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण को लेकर विशेषज्ञों द्वारा चर्चा की जाएगी।
जब शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री पद से हटे थे, तब उन्होंने वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से स्मार्ट सिटी में पौधरोपण का अनुरोध किया था। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पौधरोपण के तीन साल पूरा होने पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उनके निवास पर पहुंचकर शुभकामनाएं दीं। यह पर्यावरण सम्मेलन वाकई हर दिन पौधरोपण के संकल्प के तीन साल की बड़ी उपलब्धि पर उल्लास, उमंग और उत्साह के पल हैं…।