Today’s thought…! We are the Best – Why Compare: ईर्ष्या किसी के जीवन को नर्क बना सकती है…!
ईर्ष्या करने वाला व्यक्ति कभी शांति से नहीं रहता…!
जीवन में जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, हम दूसरों से उनकी संपत्ति, उनकी उपलब्धियों, उनके व्यक्तित्व से प्रेरणा लेने की जगह तुलना करना शुरू कर देते हैं, और यही हम सब के जीवन में दुःख का जहर घोल देती है…!
आचार्य रजनीश ने कहा था, “खुश रहने के लिए कोई दूसरा रास्ता नहीं है…,अपनी सोच में बड़े बनो…, अच्छे इन्सान बनो…, खुद से प्यार करो और स्वयं का सम्मान करने के साथ साथ दूसरे का सम्मान करो…, खुशनसीब हो तुम कि भगवान ने तुम्हें यह जीवन जीने के लिये दिया है…, जब ऐसा तुम सोचोगे , तुम्हारे लिए स्वर्ग के द्वार खुल जायेंगे…, सच तो यह है कि, वे द्वार तो सदैव खुले थे – लेकिन तुमने उनकी ओर देखा ही नहीं था… तुम तो दूसरों को देखने में व्यस्त थे… तुम दूसरों से अपनी तुलना करने में व्यस्त थे…”!
खजुराहो लोकसभा से डॉ मनोज यादव बने इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी : वीडी शर्मा से होगा मुकाबला
कितना सही कहा था उन्होंने – हमें यह महसूस करना चाहिए कि हम सभी अपने आप में वास्तविक हैं… कोई एक दूसरे की फोटोकॉपी नहीं हैं। प्रत्येक व्यक्ति का अपना अपना व्यक्तित्व है और वह अतुलनीय है। बस हम एक दूसरे से तुलना करना बंद कर दें, ईष्या करना बन्द कर दें, जीवन स्वर्ग बन जायेगा, क्योंकि हमारे दुःख का एक कारण है ईष्या करना…!
ईर्ष्या के कारण ही हम स्वार्थी बन जाते हैं और अपने चारों ओर नर्क बना लेते हैं…, हम प्रतिदिन कष्ट और दूसरे से तुलना करने में लगे रहते हैं…!