Treasure of Jagannath Temple: रत्न भंडार का ताला खोलते ही बेहोश हुए पुरी के SP पिनाक मिश्रा
महाप्रभु जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार 46 साल बाद दोपहर में तय समय पर खोला गया. सोने, गहने, रत्न और आभूषण वाली अकूत दौलत से पर्दा उठ चुका है. मंदिर प्रशासक के मुताबिक बाहरी रत्न भंडार का सामान लकड़ी के 6 बक्सों में शिफ्ट करके सील कर दिया गया. इन्हीं संदूकों में सोने-चांदी के जेवर और बर्तन रखे गए हैं. हालांकि अंदर वाले भंडार का सामान शिफ्ट नहीं किया जा सका, पुरी जिला कलेक्टर ने जो चाबियां दी थीं, उनसे आंतरिक भंडार का कोई भी ताला नहीं खुला. इसलिए ताले को काटना पड़ा. सभी लोग 5 घंटे तक वहां रहे। अब 5-6 दिन के बाद आंतरिक भंडार खोला जाएगा. रत्न भंडार के दोनों हिस्सों में फिलहाल नए ताले लगा दिए गए हैं.
ओडिशा के पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर का आज खजाना खोला गया. इस दौरान भंडार गृह में सरकार के प्रतिनिधि समेत पुरी के कई बड़े अधिकारी मौजूद रहे हैं. इस बीच बताया जा रहा है कि रत्न भंडार का ताला खोलते ही पुरी के एसपी पिनाक मिश्रा बेहोश हो गए.
जिसके बाद उन्हें डॉक्टरों के पास ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. फिलहाल एसपी के बेहोश होने की वजह नहीं सामने आई है.
कीमती सामानों की लिस्टिंग होगी
अधिकारियों ने बताया कि रत्न भंडार में मौजूद सभी कीमती सामानों की डिजिटल लिस्टिंग की जाएगी, जिसमें उनके वजन और निर्माण जैसी डिटेल्स शामिल होंगी. वहीं, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के सुपरिटेंडेंट डीबी गडनायक ने बताया कि इंजीनियर्स की टीम मरम्मत कार्य के लिए रत्न भंडार का सर्वे करेगी.
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46 साल बाद खोला गया है ताला
बता दें कि जगन्नाथ मंदिर का खजाना 46 साल पहले 1978 में आधिकारिक तौर पर आखिरी बार खोला गया था. खजाना खोलने से पहले प्रशासन ने लकड़ी के 6 बड़े संदूक मंगाए थे. इन सभी संदूकों को भंडार गृह के अंदर भेजा गया है. बताया जा रहा है कि एक संदूक उठाने के लिए कम से कम 10 लोगों को लगना पड़ा है