Truth Behind News of Taking IAS Hostage : IAS को बंधक बनाने और पीटने की ख़बरों का सच!
Gandhinagar : गुजरात सरकार के मत्स्य निदेशक नितिन सांगवान (IAS : 2016) को राज्य के साबरकांठा जिले में धरोई बांध के पास एक गांव के दौरे के समय बंधक बना लिए जाने की ख़बरें मीडिया में जमकर छाई रही। यहां तक कहा गया कि मछली पकड़ने के कारोबार से जुड़े लोगों के एक समूह ने कथित रूप से इस IAS अधिकारी को बंधक बनाने के साथ उनकी पिटाई भी की। लेकिन, यह जानकारी गलत निकली और बाद में घटना से जुड़ा स्पष्टीकरण जारी किया गया।
इस IAS अधिकारी ने खुद स्पष्ट किया और बताया कि ‘मीडिया में इस घटना की कुछ ज्यादा ही रिपोर्टिंग की। मैं एक निरीक्षण के लिए गया था। वहां सरकार की योजना के लाभार्थी (मुख्य रूप से आदिवासी) होली के अवसर पर यानी 6 मार्च को नशे में धुत थे। एक योजना के कार्यान्वयन में घोर अनियमितताएं थीं। नशे में धुत योजना के लाभार्थियों ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। जैसा बताया गया, वैसा कुछ नहीं हुआ। सब कुछ ठीक है और यह घटना दो दिन पुरानी है। कोई अस्पताल में भी भर्ती नहीं हुआ, जैसा कि कुछ मीडिया ने बताया, न कोई ‘पिटाई’ हुई।’
पुलिस के अनुसार, यह भी संदेह है कि मत्स्य पालन परियोजना में कथित अनियमितताओं का पता चलने के कारण यह घटना हुई। 6 मार्च को गांव के दौरे के दौरान सांगवान के साथ उनके अधीनस्थ कर्मचारी भी थे। पुलिस ने हमले में कथित संलिप्तता के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। अन्य आरोपियों की पहचान और उनकी गिरफ़्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। IAS अधिकारी और उनकी टीम एक मत्स्य परियोजना के निरीक्षण के लिए साबरमती नदी पर बने धरोई बांध के पास अंबावाड़ा गांव गए। यहां राज्य सरकार स्थानीय ठेकेदारों को बांध के पानी में ‘केज कल्चर फिशिंग’ शुरू करने के लिए सब्सिडी देती है।