जिन्दगी भर नहीं भूलेगी वो बरसात की बात-8: साड़ी को पल्लू ओर पटली को कमर घेरे में खोंसकर महारानी लक्ष्मीबाई सी अनुभूति कर आगे बढ़ी।

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जिन्दगी भर नहीं भूलेगी वो बरसात की बात-8:साड़ी को पल्लू ओर पटली को कमर घेरे में खोंसकर महारानी लक्ष्मीबाई सी अनुभूति कर आगे बढ़ी।

माधुरी सोनी मधुकुंज

घनघोर बारिश और नगरीय विकास की धज्जियां उड़ाती मुख्य मार्ग की सड़क पैबंद लगे फटे चिथड़े को बड़े बड़े सुराखों  में दर्शाए सी , मन में डर भर देती है।तीस वर्ष पूर्व श्रावण मास में भोलेनाथ दर्शन हेतु बेटी जो आठ वर्ष की थी ,साथ लेकर पंचेश्वर मंदिर गई।जिन्दगी भर नहीं भूलेगी वो बरसात की बात-8: साड़ी को पल्लू ओर पटली को कमर घेरे में खोंसकर महारानी लक्ष्मीबाई सी अनुभूति कर आगे बढ़ी। https://mediawala.in/tucking-the-pallu-of-the-saree-and-the-patli-in-the-waist-circle-she-moved-forward-feeling-like-queen-lakshmiba/
लौटते समय भयंकर बारिश से MG रोड का पाले वाली रोड से शीघ्र घर पहुंचने की जद्दोजहद से राह पकड़ी।
पाले वाली रोड तक आते आते लगभग पानी का बहाव तीव्र और ऊंचाई अनुमानित स्तर से अधिक तो था,परंतु मन में लगा कि आसान होगा जाना,क्योंकि स्वयं को दबंग जो मानती थी कि क्या कर लेगी ये बरसात , राह की बाधा होगी आसान।
बस फिर क्या बेटी का हाथ थामे धीरे धीरे कदम बढ़ाया।साड़ी को पल्लू ओर पटली को कमर घेरे में खोंसकर महारानी लक्ष्मीबाई सी अनुभूति कर आगे बढ़ी। लगा जैसे जंग जितने जा रही हूँ। एक वियजयी भाव लिए आगे बढ़ रही थी। बीच रास्ते में जो भय और कंपकंपी शुरू हुई वह कल्पना में भी डरा देती है।

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कई बार लोगों की बातें ना मानना बहुत बड़ी गलती हो जाती है। लोगों ने मना किया भी।पर मनचले युवाओं को रोड पार करते देख ,आगे बढ़ने लगी। युवा टोली आदिवासी थी तैराक थी ।भ्रम मेरा अलग था।
बीच रोड में लगने लगा पानी की तीव्रता से पैर पर धक्का लगने लगा। पैर जम नहीं रहे।अब तो मधु घबरा गई ।क्या करूं। हे भगवान मेरी मति को कोई राह दिखाओ।अपने बच्चे के  साथ माँ एक बार तो बहुत घबरा जाती है पर उसे सुरक्षित रखने के लिए झूझती भी वही है।
बेटी रोने लगी। तभी चप्पल निकल कर बह गई।परवाह न करते हुए पैर को धीरे धीरे जमीन से रगड़कर आगे बढ़ी।
लगभग आधा घंटा हो गया । हिम्मत की जंग रंग दिखा गई ।बस भोलेनाथ ने साथ दिया।
आज भी बरसात की वह घटना याद करती हूं,रूह कांप जाती हे अलग अलग विचार सोचकर।
हर बारिश आने पर चेतावनी सी घर परिवार में बताती यह घटना अनहोनी आशंकाओं से बचाती है।

माधुरी सोनी मधुकुंज