UGC Guidelines: IPS और SAS अफसर नहीं बन सकेंगे विश्वविद्यालयों में कुलसचिव

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UGC Guidelines: IPS और SAS अफसर नहीं बन सकेंगे विश्वविद्यालयों में कुलसचिव

 

भोपाल: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने विश्वविद्यालय के कुलसचिव की पदस्थापना को लेकर काफी परिवर्तन किए हैं। भारतीय पुलिस सेवा और राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में कुलसचिव नहीं बना पाएंगे। बीयू में पदस्थ उप कुलसचिव आईके मंसूरी 35 वें नंबर के रजिस्ट्रार हैं। रजिस्ट्रार के अभाव में उन्हें प्रभारी नियुक्त किया गया है। यहां तीन आईपीएस और एक राज्य विवि सेवा के अफसर कुलसचिव रह चुके हैं।

यूजीसी के नये मांपदंडों के मुताबिक प्रदेश के विश्वविद्यालयों में कुलसचिव नियुक्त होंगे। अभी तक आईपीएस और राज्य प्रशासनिक के साथ वित्त और वाणिज्य विभाग के अलावा अन्य विभागों के अफसर विश्वविद्यालय में कुलसचिव की कुर्सी पर बैठते रहे हैं। अब ऐसा नहीं होगा। विभाग में कार्यरत राज्य विश्वविद्यालय सेवा के अधिकारी और प्रोफेसर ही कुलसचिव बन पाएंगे। नये निमयों के मुताबिक कुलसचिव के लिए कम से कम 55 फीसदी अंकों के साथ मास्टर डिग्री होना अनिवार्य कर दिया है। शैक्षणिक लेवल 11 और उससे ऊपर के स्तर पर असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कम से कम 15 वर्ष का अनुभव या शैक्षणिक लेवल 12 और उससे ऊपर के लेवल पर आठ वर्ष की सेवा के साथ-साथ शैक्षणिक प्रशासन में तीन वर्ष का अनुभव होना चाहिए। या फिर 15 वर्ष का प्रशासनिक अनुभव जिसमें से 8 वर्ष उप रजिस्ट्रार या उसके समकक्ष पद पर कार्यरत होना चाहिए। यूजीसी ने नियमों में बदलाव कर दिया है। इसलिए उच्च शिक्षा विभाग भी भर्ती नियम में परिवर्तन करने जा रहा है। इसके परिवर्तन होते ही विभाग एमपीपीएससी को कुलसचिव की भर्ती करने के लिए पत्र भेजेगा। तब एमपीपीएससी कुलसचिव की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण कराएगा।

प्रदेश में नहीं एक भी कुलसचिव

प्रदेश में एक दर्जन विश्वविद्यालय हैं, जिसमें एक भी कुलसचिव नहीं हैं। सभी विवि प्रभारियों के भरोसे चल रहे हैं। भोपाल का बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में प्रभारी रजिस्ट्रार के तौर पर सुनील नायक को पदस्थ किया गया था। अन्य विवि में प्रभारी कुलसचिव के तौर पर उप कुलसचिव को नियुक्त किया गया है। उनके अवकाश पर रहने पर प्रभारी का दायित्व सहायक कुलसचिव पर आ जाता है।

 

बीयू में पदस्थ रहे आईपीएस कुलसचिव

अफसर कार्यकाल

डॉ. एसके झा 29.07.2002 से 14.02.2004 तक

अन्वेष मंगलम् 15.03.2004 से 01.102004 तक

योगेश देशमुख 01.10.2004 से 05.042005 तक

राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर को भी मिला मौका

लक्ष्मीकांत द्विवेदी 28.05.2005 से 16.052006 तक