Uma Overturned : शराबबंदी के मुद्दे पर उमा भारती पलटी, आंदोलन भी स्थगित!

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Uma Overturned : शराबबंदी के मुद्दे पर उमा भारती पलटी, आंदोलन भी स्थगित!

Bhopal : मध्यप्रदेश में पूर्ण शराबबंदी का हंगामा करने वाली पूर्व CM उमा भारती अपनी आदत के मुताबिक अपनी मांग से पलट गईं। उन्होंने 2 अक्टूबर को घोषित आंदोलन भी स्थगित करने का एलान कर दिया। CM शिवराज सिंह से मिलने के बाद उनका बयान था कि शराब सिर्फ मध्यप्रदेश की नहीं, पूरे देश की समस्या है। सरकार को शराब से मिलने वाले राजस्व का विकल्प खोजना होगा।

मध्यप्रदेश में शराबंदी के लिए आवाज उठाने वाली, शराब की दुकानों पर पत्थर और गोबर तक फेंकने वाली पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के तेवर ठंडे पड़ गए। गांधी जयंती पर 2 अक्टूबर को आंदोलन की चेतावनी देने वाली बीजेपी नेत्री उमा भारती पलट गई। शराबबंदी के मुद्दे पर उमा भारती ने मीडिया से कहा कि शराब मध्यप्रदेश की ही नही, पूरे देश की समस्या है। मैंने कभी पूर्ण शराबबंदी की बात नहीं की। सरकार में रहते मैंने भी कभी शराबबंदी नहीं की, तो मैं दूसरे को कैसे कह सकती हूं। लेकिन, सरकार को राजस्व के दूसरे विकल्प ढूंढना चाहिए। मैं पूर्ण शराबबंदी का समर्थन जरूर करती हूं, पर ये नहीं हो सकता। शराब को लेकर केंद्र कोई नीति नहीं बना सकता, पर राज्यों को नीति बनाना चाहिए। शराब कभी भी किसी प्रदेश की अर्थव्यवस्था नहीं बनना चाहिए।

उमा भारती ने कहा कि प्रदेश की नई शराब नीति महिलाओं और युवाओं के हित में नहीं है। उमा भारती ने कहा कि शराब वितरण प्रणाली को दुरुस्त किया जाना चाहिए। नियम इतने कठिन हों कि लोग सार्वजनिक स्थानों पर शराब न पी सकें। शराब और नशाखोरी पूरे देश की समस्या है और राज्यों को इसके लिए नियम बनाने चाहिए।

सभी आंदोलन निरस्त किए

उमा भारती ने शराबबंदी को लेकर 2 अक्टूबर का आंदोलन निरस्त करने की घोषणा की। लेकिन, वे महिलाओं के साथ भोपाल के लिली टॉकीज चौराहे पर सीमित सभा जरूर करेंगी। मिंटो हॉल गांधी प्रतिमा पर सीमित महिलाओं के साथ पैदल मार्च भी करेंगी।

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर उमा भारती ने कहा कि राहुल पहले पदयात्रा कर लेते तो फायदा होता। कांग्रेस पार्टी को फायदा पहले हो सकता था, अब नहीं होगा। अब बीजेपी बहुत ज्यादा मजबूत हो गई है। बीजेपी पुरानी विचारधारा और नई तकनीक एक साथ लेकर चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि 15 से 20 साल तक बीजेपी को कोई नहीं हटा सकता।

उमा भारती ने कहा कि प्रदेश में क्षेत्रीय और जातिगत संतुलन बिगड़ गया है। ग्वालियर और विन्ध्य में जाति समीकरण सबसे ज्यादा बिगड़ा। बुंदेलखंड में भी ऐसी स्थिति बनी है और कभी भी इन इलाकों में संघर्ष भड़क सकता है।