Underground Route of Metro : मेट्रो ट्रेन के अंडरग्राउंड रूट का काम एयरपोर्ट और एमजी रोड दोनों तरफ से शुरू होगा!

मंगलवार सुबह मेट्रो के अधिकारी रीगल तिराहा पहुंचे, 2191 करोड़ में निजी कंपनी को ठेका!

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Underground Route of Metro : मेट्रो ट्रेन के अंडरग्राउंड रूट का काम एयरपोर्ट और एमजी रोड दोनों तरफ से शुरू होगा!

Indore : इंदौर मेट्रो के 6 किमी के प्रायोरिटी कॉरिडोर पर मेट्रो के संचालन का फायदा यह हुआ कि अब बचे हुए रुट पर काम तेजी से पूरा करने का दबाव मेट्रो कॉर्पोरेशन पर आ गया। जो जनप्रतिनिधि अभी तक अंडरग्राउंड रूट को लेकर विरोध कर रहे थे, उन्हें भी अब चुप बैठना पड़ेगा। क्योंकि, उन्हीं के कारण लगभग सालभर अंडरग्राउंड का काम पिछड़ा है। जबकि, मेट्रो कॉर्पोरेशन ने कुछ समय पहले 2191 करोड़ में निजी कंपनी को इसका ठेका दे दिया।

कंपनी ने एयरपोर्ट की तरफ से काम की तैयारी शुरू कर डी। अब एमजी रोड पर भी निशान लगाए जा रहे हैं। मंगलवार सुबह मेट्रो के अधिकारी रीगल तिराहा पहुंचे और वहां स्थित रानी सराय पुलिस मुख्यालय का भी अवलोकन किया। मेट्रो के लिए रानी सराय की जमीन भी ली जा रही है, जहां पर स्टेशन बनेगा।

प्रधानमंत्री ने 31 मई।को इंदौर मेट्रो के यात्री संचालन का वर्चुअली लोकार्पण किया। जो नेता मेट्रो के रुट को लेकर विरोध करते रहे, वे भी इस लोकार्पण समारोह में सबसे अधिक सक्रिय नजर आए। बड़ी संख्या में पहले दिन महिलाओं को भी यात्रा कराई गई। उसके साथ ही इस बात का भी दबाव बढ़ा कि एलिवेटेड के साथ-साथ अंडरग्राउंड रूट पर भी काम शुरू किया जाए।

मेट्रो कॉर्पोरेशन ने केन्द्र सरकार की मंजूरी के साथ एमजी रोड से मेट्रो को अंडरग्राउंड करने की योजना बनाई और हाईकोर्ट परिसर की जगह भी ली जा रही है। जहां से अंडरग्राउंड का काम शुरू होगा और उसके बाद रानी सराय, रीगल पर मेट्रो का अंडरग्राउंड स्टेशन बनना है। वहां से राजवाड़ा, बड़ा गणपति, रामचंद्र नगर होते हुए एयरपोर्ट तक लगभग 9 किलोमीटर का अंडरग्राउंड रूट रहेगा।

मंगलवार सुबह मेट्रो के अधिकारियों ने एमरी रोड का भ्रमण किया। रीगल तिराहा, रानी सराय भी पहुंचे और निशान भी लगवाए जा रहे हैं, वहीं इसके पूर्व एयरपोर्ट की तरफ भी बैरिकेडिंग करते हुए अंडरग्राउंड रूट का काम शुरू करने की तैयारी की जा रही है। क्योंकि, अभी जिस गांधी नगर स्टेशन से मेट्रो का संचालन शुरू किया है उसके आगे से एयरपोर्ट तक अंडरग्राउंड रूट बनना है।

यह मांग भी अब तेज हो गई कि जब तक विजय नगर से एयरपोर्ट को नहीं जोड़ा जाएगा, तब तक मेट्रो के यात्री संचालन का फायदा नहीं मिलेगा। अभी गांधी नगर से विजय नगर तक के एलिवेटेड कॉरिडोर को इस साल के अंत तक शुरू करने के दावे भी किए गए हैं। उसी के साथ गांधी नगर से एयरपोर्ट के हिस्से को भी तैयार करने का दबाव अब मेट्रो कॉर्पोरेशन पर आ गया है।

अंडरग्राउंड रूट में बाधक बनने वाले 1240 पेड़ों को भी हटाया जाएगा। इसके लिए मेट्रो कॉर्पोरेशन ने अभी चार दिन पहले ही 12 लाख 40 हजार रुपए की राशि ऑनलाइन नगर निगम में एक हजार रुपए प्रति पेड़ के हिसाब से जमा करा दी। निगम का दावा है कि इनमें से अधिकांश पेड़ों को कटवाने की बजाय ट्रांसप्लांट करवाएंगे।