
केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने IAS संतोष वर्मा के बयान को समाज को बाँटने वाली मानसिकता का खुला प्रमाण बताया
नई दिल्ली: केंद्रीय कोयला और खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने आरक्षण मामले में ब्राह्मण महिलाओं को लेकर IAS अधिकारी संतोष वर्मा के बयान को समाज को बाँटने वाली मानसिकता का खुला प्रमाण बताया। केंद्रीय मंत्री ने कहा यह एक वरिष्ठ अधिकारी का जातिगत व स्त्री-विरोधी बयान है जो घोर आपत्तिजनक है।
केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने एक्स पोस्ट पर IAS संतोष वर्मा के विवादित बयान पर लिखा-
वरिष्ठ अधिकारी का जातिगत व स्त्री-विरोधी बयान घोर आपत्तिजनक, समाज को बाँटने वाली मानसिकता का खुला प्रमाण है।
उन्होंने कहा कि ‘मैं स्वयं ब्राह्मण हूँ… हमारी परंपरा अपमान नहीं, सम्मान सिखाती है’। ‘ऐसे लोग मानवीय संवेदनाओं की परीक्षा में भी फेल हो जाते हैं’।
‘बहन-बेटियाँ दान की वस्तु नहीं’ है। ‘ऐसी सोच निंदनीय, सांस्कृतिक मर्यादा का अपमान’ है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि‘सरकार इस मानसिक दिवालियेपन को बर्दाश्त नहीं करेगी’।
*देखिए केंद्रीय मंत्री की X पोस्ट*
एक वरिष्ठ अधिकारी का इस प्रकार का जातिगत और स्त्री-विरोधी बयान न केवल घोर आपत्तिजनक है, बल्कि समाज को बाँटने वाली मानसिकता का खुला प्रमाण भी है।
मैं स्वयं एक ब्राह्मण हूँ, और हमारी परंपरा ‘सम्मान’ सिखाती है, ‘अपमान’ नहीं।
आप जैसे लोग आरक्षण की बहस तो दूर, बुनियादी मानवीय… https://t.co/eZkaBNCTGO
— Satish Chandra Dubey (@satishdubeyy) November 25, 2025





