Vacated Old Parliament : दशकों की यादों से बिछुड़ने की पीड़ा, मुड़कर देखते हुए आंखे भी नम हुई!

पुरानी संसद से जाते हुए कई सांसद रुके, मुड़े और खड़े रहे!

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Vacated Old Parliament : दशकों की यादों से बिछुड़ने की पीड़ा, मुड़कर देखते हुए आंखे भी नम हुई!

New Delhi : संसद भवन की पुरानी गोल बिल्डिंग अब खाली हो गई। आजादी के बाद आजाद भारत का अलख यहीं जगा था। देश के कई नेताओं ने अपनी राजनीतिक यात्रा यहीं से शुरू की और उनकी आवाज यहां गूंजती रही। अब, जबकि ये बिल्डिंग खाली हो गई, सांसदों की यादें भी यहीं रह कैद होकर रह गई! सोमवार को जब संसद की बैठक स्थगित हुई तो कई सांसद जाते हुए पीछे मुड़कर देखते रहे। उनके चेहरे पर एक पीड़ा जैसी थी, जो पुरखों का घर छोड़कर जाते हुए किसी को होती है। उनके चेहरे पर यादों की टीस उभरती दिखाई दी।

दिनभर की बैठक में सांसद जब इस भवन में अपना आखिरी भाषण कर रहे थे, तब उनकी निगाह इस गोल बिल्डिंग की छतों में अपना बीता वक़्त ढूंढ रही थी। आजाद भारत की सरकारों के केंद्र में रहा संसद का यह एतिहासिक भवन अब इतिहास में दर्ज हो गया। सोमवार को यहां दोनों सदनों ने अपनी आखिरी बैठक की। सभी को नए संसद भवन में जाने का उत्साह तो दिखा, लेकिन इस भवन को छोड़ने की टीस भी दिखी।

जब दोनों सदनों की बैठक खत्म हुई और शाम को सदस्य सदन से बाहर निकले तो कई पीछे मुड़कर देखते रहे। अधिकांश सदस्यों की चर्चा पुरानी यादों पर केंद्रित रही। नए संसद भवन में केंद्रीय कक्ष जैसा स्थान नहीं होगा, हालांकि सांसदों के बैठने के लिए अन्य कक्ष हैं, लेकिन केंद्रीय कक्ष जैसा कुछ नहीं।

अब संसद के गोल गलियारों की चहलकदमी रुक जाएगी। सांसदों का ज्यादा वक्त अपने घर से ज्यादा इस भवन में बीता। उन्हें यहां एक गर्व अनुभव होता था। अब वो सारा वक़्त और यादें इतिहास बन गया। इस भवन को अंग्रेज शासकों ने बनाया हो, लेकिन आजाद भारत की भी शुरुआत यहीं हुई थी। इसलिए इसकी अपनी अलग पहचान भी है।

पुराने कर्मचारियों को आतंकवादी हमले का वो समय याद है जब सुरक्षा प्रहरियों ने अपनी जान देकर संसद की गरिमा और देश के सम्मान को बचाया था। नया संसद भवन भी इसी परिसर में है। जब सांसद नए संसद भवन से ग्रंथालय व संसदीय सौंध की तरफ जाएंगे तब इसी ऐतिहासिक इमारत की परछाईं से ही निकलेंगे।

कई सांसदों का कहना था कि उनके लिए यह स्वीकार करना आसान नहीं हो रहा कि वे कल से इस भवन में नहीं बैठेंगे। नया भवन अत्याधुनिक है कई तरह की सुविधाओं से युक्त है। लेकिन, जिस तरह अपने पुराने घर के हर कोने से जिस तरह गहरा मोह होता है, वही इस ऐतिहासिक भवन को लेकर देखा गया।