जब प्रधानमंत्री मोदी ने विदेश मंत्री जयशंकर से रात 12:30 बजे फोन कर पूछा ‘जागे हो’

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जब प्रधानमंत्री मोदी ने विदेश मंत्री जयशंकर से रात 12:30 बजे फोन कर पूछा ‘जागे हो’

न्यूयॉर्क। अमेरिका की यात्रा पर पहुंचे भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने दिलचस्प किस्सों को साझा किया और प्रधानमंत्री मोदी के काम करने के तरीके पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस तरह उनके काम करने के तरीके से पूरी व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन आया है। ‘मोदी @ 20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ पुस्तक पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा, आप पूछते हैं कि क्या प्रधानमंत्री मोदी बदलाव ला सकते हैं, लेकिन मैं कहता हूं प्रधानमंत्री मोदी खुद एक बदलाव का ही परिणाम हैं। उनके जैसा संघर्षपूर्ण जीवन जीने वाला कोई व्यक्ति भारत का प्रधानमंत्री बन गया है, यह दिखाता है कि देश कितना बदल गया है।

इस दौरान विदेश मंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ का एक यादगार किस्से को साझा किया। उन्होंने कहा, बात तब की है जब अफगानिस्तान पर तालिबान ने हमला किया था और भारतीय छात्रों को वहां से निकाले जाने के लिए अभियान चलाया जा रहा था। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने मुझे आधी रात को फोन लगाया, उस वक्त रात के 12:30 बज रहे थे, और सीधे पूछा, जागे हो? मैंने हां में जवाब दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने पूछा टीवी देख रहे हो क्या, वहां क्या हो रहा है वहां? तो इसके जवाब में मैनें बताया कि मदद थोड़ी देर में पहुंच रही है।

जब जोर से बोले-सीधे मुझे बताना

विदेश मंत्री ने इस बातचीत को याद करते हुए आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा, जब मदद पहुंच जाए तो मुझे फोन कर देना। मैंने कहा, सर इसमें दो से तीन घंटे और लगेंगे। जब हो जाएगा तो मैं आपके यहां कार्यालय में सूचित कर दूंगा। इसके बाद पीएम मोदी थोड़ा रुके और उन्होंने जोर देकर कहा, नहीं…,सीधे मुझे फोन करना। विदेश मंत्री ने कहा, किसी प्रधानमंत्री में यह एक विलक्षण गुण है।

इस पूरे मामले को एक समाचार एजेंसी ने ट्विटर के माध्यम से वीडियो जारी कर सार्वजनिक किया है।

इब्सा की दसवीं बैठक की विदेश मंत्री ने की मेजबानी

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस दौरान इब्सा के त्रिपक्षीय मंत्री स्तरीय आयोग की दसवीं बैठक की मेजबानी की। उन्होंने इब्सा की प्रक्रिया की समीक्षा की और इसके कार्यों को भी सराहा। बैठक में ब्राजील के विदेश मंत्री कार्लोस फ्रांका और दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री जोए फाहला भी शामिल हुए।