डेम के गलत वेस्टवियर से हो गयी फसल बर्बाद, पानी के साथ बहे पत्थरों ने उजाड़ी फसलें, 200 बीघा जमीनों की फसलें हुई तबाह 

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डेम के गलत वेस्टवियर से हो गयी फसल बर्बाद, पानी के साथ बहे पत्थरों ने उजाड़ी फसलें, 200 बीघा जमीनों की फसलें हुई तबाह

एक और जहां बारिश का पानी किसानों के लिए अमृत बनकर बरसता है । वहीं राजगढ़ जिले के ख़िलचीपुर तहसील के हिम्मतगढ़ गांव में बारिश का पानी किसानों के लिए मुसीबत बन जाता है। दरअसल 2002 में काली कराड़ पिपलिया कला में डैम बनाया गया था, किसानों का आरोप है कि डेम बनने के दौरान डैम के वेस्ट वियर की दिशा गलत दे दी गई । जिसकी वजह से अधिक बारिश होने और इस गांव के किसानों की जमीन में लगी फसल बर्बाद हो जाती है। वही पानी के साथ खेत की मिट्ठी बहने से खेतो में सिर्फ और सिर्फ पत्थर रह जाते है। इस समस्या से परेशान होकर किसानों ने कही बार इसकी शिकायत मुख्यमंत्री कलेक्टर व अन्य अधिकारियों से कर चुके है । बावजूद उसके आज तक किसानों की समस्या खत्म नहीं हो पाई है।

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इस साल भी बर्बाद हो गई फसल

राजगढ़ मुख्यालय से 35 किलो दूर ख़िलचीपुर तहसील के हिम्मतगढ़ गांव में इस साल अधिक बारिश होने से काली कराड़ पिपलिया कला डैम के पानी से हिम्मगढ़ और पिपलिया कला गांव के किसानों की करीब 200 बीघा जमीन की फसल तबाह हो गई । गांव के जगदीश दांगी ,श्रीनाथ दांगी,रामबाबू दांगी,भंवर लाल, की माने तो डैम का पानी किसानो के खेतों पहुचने से हिम्मगढ़ गांव में भारी तबाही हुई है। यहां खेतो में पानी का भराव होने के कारण किसानों के खेत में लगी मक्का की फसल जमीन पर बिछ गई वही सोयाबीन की फसल नष्ट हो गई है। वही संतरे के बगीचे में लगे पेड़ पानी के साथ बेह गए । डैम का पानी आसपास की जमीन में कटाव होते हुए ,पानी के बहाव के साथ पत्थर किसानों के खेतों में पहुच गए जिसके नीचे उनकी फसल दब गई और खेत पत्थरो में तब्दील हो गए । वही इस गांव में आए पानी के कारण बिजली के पोल सहित 1000 से अधिक पेड़ गिर गए ।

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DM से लेकर CM तक कर चुके है , शिकायत ।

किसानों का कहना है हर साल गांव में अधिक बारिश होने पर उनके खेतों में इसी तरह नुकसान होता है जिसको लेकर वहां कही बार कलेक्टर सहित जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन देकर शिकायत कर चुके। पिछली बार जब पिपलिया कला गांव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे थे तो ग्रामीणों ने अपनी समस्या को लेकर उन्हें भी आवेदन दिया था । लेकिन आज तक कोई भी उनकी समस्या का हल नहीं कर पाया । ऐसे में हिम्मतगढ़ के किसानों की हिम्मत अब टूटती नजर आ रही है ।

पूर्व ऊर्जा मंत्री ने किया दौरा ।

किसानों की जमीन में हुए नुकसान को लेकर पूर्व ऊर्जा मंत्री एवं खिलचीपुर विधायक प्रियव्रत सिंह ने पिपलिया कला गांव का दौरा किया और बताया कि पिपलिया कला डैम में जो वेस्ट वेयर का निर्माण हुआ था । उसके पीछे हिम्मतगढ़ गांव की जमीन आती है । हमने वहां का दौरा किया, उस गांव की जमीन बाढ़ से ध्वस्त हो गई है । और जो वेस्ट वियर के पत्थर किसानों के खोतो में बहकर आए हैं, वह किसानों के खेतों में जम गए हैं । जिससे किसानों की फसल नष्ट हो गई है । और उसमें इतने पत्थर इकट्ठे हो गए हैं कि अगर एक एक किसान दो -दो करोड़ रुपए भी खर्च करें , तो भी जमीनों से पत्थर नहीं हट पाएंगे। यह हुआ है हमारे जल संसाधन विभाग की लापरवाही से । अब इस मामले को लेकर हम कलेक्टर साहब से बात करेंगे इसमें कार्रवाई होना चाहिए और हिम्मतगढ़ के किसानों को उचित मुआवजा फसल के नुकसान का और जमीनों के नुकसान का हमारे किसान भाइयों को मिलना चाहिए ।

इनका कहना है। 

इस मामले को लेकर जब हमने कार्यपालन यंत्री गरिमा अग्रवाल को से बात की उन्होंने बताया कि जल्द से जल्द में उस गांव का निरीक्षण करूंगी ,और वहां पहुंचने के बाद ही, हम ये पता कर पाएंगे कि किसानों की समस्या कैसे हल हो ,उसके बाद ही विभाग द्वारा कोई कार्रवाई की जाएगी ।