सेवा और समर्पण संग नमोमय रहेगा मध्यप्रदेश…स्वच्छता, नमो टीका, नमो उपवन अभियान विशेष

राजनैतिक लक्ष्य की पूर्ति के लिए सेवा-समर्पण में जुटेगी भाजपा

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 कौशल किशोर चतुर्वेदी की विशेष रिपोर्ट
दुनिया के सबसे ताकतवर लोकप्रिय नेता नरेंद्र मोदी (नमो) का जन्मदिन मनाने के लिए मध्यप्रदेश नमोमय रहेगा। 17 सितंबर से सेवा और समर्पण को अभियान बनाकर बूथ, मंडल, जिला और प्रदेश पूरी तरह नमोमय रहेगा। विशेष अभियान के बतौर नमो उपवन बनेंगे, जिसमें स्मृति स्वरूप लोग 71-71 पौधे रोपेंगे। कोरोना वैक्सीनेशन के तहत 71 लाख टीकाकरण का नमो टीका अभियान चलेगा। नमो टीका लक्ष्य के रूप में हर बूथ पर एक सौ ग्यारह टीका लगाने का अभियान चलेगा। सरकार के साथ भाजपा कार्यकर्ता संगठन कदम से कदम मिलाकर चलेगा। जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ता, पदाधिकारी जिला, मंडल, बूथ स्तर पर सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे। दुनिया का सबसे बड़ा राजनैतिक संगठन भाजपा सामाजिक भूमिका के निर्वहन मेें पूरी तरह नमोमय नजर आएगा।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा की मानें तो सामाजिक भूमिका में कार्यक्रमों की लंबी श्रंखला में प्रदेश के एक करोड़ से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ता सेवा का कीर्तिमान रचेंगे। 17 सितंबर को शुरु हुए सेवा समर्पण अभियान में 65 हजार बूथ पर सरकार के साथ संगठन कंधे से कंधा मिलाकर सेवा भाव के साथ समर्पित रहेगा। एक दिन पहले ही प्रत्येक जिले के 71 धर्मस्थलों पर कार्यकर्ता स्वच्छता अभियान चलाएंगे। तो 17 सितंबर को नमो की दीर्घायु की कामना के लिए 71 मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। प्रत्येक मंडल में दिव्यांगों को कृत्रिम अंगों और उपकरण का वितरण होगा। 23 सितंबर को चिकित्सा प्रकोष्ठ से जुड़े 5 हजार डॉक्टर हर जिले में स्वास्थ्य शिविर लगाकर समाज की सेहत की चिंता करेंगे। 25 सितंबर को दीनदयाल जयंती पर अंत्योदय की चिंता होगी। 2 अक्टूबर को बापू जयंती पर कार्यकर्ता स्वच्छता अभियान में जुटेंगे। इसके अलावा भी रक्तदान शिविर , गौरव दिवस वगैरह वगैरह कार्यक्रमों की लंबी श्रंखला भाजपा कार्यकर्ताओं को सामाजिक सरोकारों में संलग्न करेगी। आजादी के अमृत महोत्सव में कार्यकर्ता संकल्प लेंगे, प्रतिज्ञा करेंगे और समाज सेवा में जुटे रहेंगे।
इक्कीसवीं सदी में राजनीति अगर वास्तव में सेवा का पर्याय बनती है, तो निश्चित तौर पर समर्पण का यह सिलसिला किसी भी राजनैतिक दल के लिए उपलब्धियों भरे बादल लाने का पर्याय बनने के लिए काफी है। उपचुनाव वाले क्षेत्रों में जहां इन दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनदर्शन के जरिए जनता के दर्शन कर रहे हैं तो सेवा-समर्पण के जरिए भी भाजपा संगठन के जरिए इन क्षेत्रों में नमो के बहाने ही सही सक्रिय भूमिका में नजर आएगी। भले ही नाम नमो का हो, लेकिन राजनैतिक दल के रूप में पार्टी विजय का संकल्प लेकर उपचुनावों में और 2023 के लिए भी जीत का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ने की तैयारी में है। पार्टी समझ चुकी है कि बैठक, भोजन और विश्राम जैसे शब्द अतीत बन गए हैं, वर्तमान यही है कि बिना विश्राम कार्यकर्ता सेवा-समर्पण के जरिए विजय का संकल्प पूरा करते रहें।