17 मई:World Hypertension Day :”रक्तचाप: खामोश हत्यारा: समय रहते सावधान रहें”

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17 मई:World Hypertension Day :”रक्तचाप: खामोश हत्यारा: समय रहते सावधान रहें”

डॉ. तेज प्रकाश व्यास की विशेष रिपोर्ट 

उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure या Hypertension) को चिकित्सा जगत में Silent Killer यानी “मौन हत्यारा” कहा जाता है। यह ऐसी बीमारी है जो अक्सर बिना लक्षण के धीरे-धीरे शरीर के प्रमुख अंगों जैसे हृदय, मस्तिष्क, गुर्दे और आंखों को नुकसान पहुंचाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, विश्व में लगभग 1.28 अरब वयस्क (30-79 वर्ष) उच्च रक्तचाप से ग्रसित हैं, जिनमें से लगभग 46% लोगों को इस बीमारी का पता ही नहीं होता।

उच्च रक्तचाप क्या है?

रक्तचाप वह दबाव है जो रक्त, धमनियों की दीवारों पर डालता है जब हृदय रक्त को पंप करता है। यह दो मानों में मापा जाता है:

Systolic (ऊपरी संख्या): जब हृदय संकुचन करता है

Diastolic (निचली संख्या): जब हृदय विश्राम करता है

उदाहरण: 120/80 mmHg – यहाँ 120 सिस्टोलिक और 80 डायस्टोलिक है।

उच्च रक्तचाप के कारण:

अत्यधिक नमक का सेवन
मोटापा
मानसिक तनाव
व्यायाम की कमी
अधिक शराब या तंबाकू का सेवन
आनुवंशिक प्रवृत्ति
स्लीप एपनिया
कुछ हार्मोनल गड़बड़ियाँ

शरीर पर प्रभाव:

हृदय: हृदयाघात (Heart Attack), हृदयवृद्धि (Cardiomegaly), Congestive Heart Failure

मस्तिष्क: स्ट्रोक, डिमेंशिया

गुर्दे: किडनी फेलियर

आंखें: दृष्टि कमजोर होना या अंधापन

धमनियां: धमनियों में कठोरता (Atherosclerosis)

17 May 2025 विश्व उच्च रक्तचाप दिवस पर मेदांता चिकित्सालय के मेरे हृदय रोग विशेषज्ञ मित्र डॉ भारत जी रावत द्वारा इंदौर हार्ट क्लब में दी गई यथावत जानकारी सर्व जन हिताय सर्व जन सुखाय:

कब कहें कि आपको उच्च रक्तचाप है? (इलाज शुरू करने का समय) :
अस्पताल में नापा BP:140/90 या अधिक
घर पर लिया BP : 135/85 या अधिक
(लक्ष्य: अधिकांशतः bp 130/80 से कम होना चाहिए)

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बीपी कैसे चेक करें?
1. घर की रीडिंग अस्पताल से बेहतर है।अधिकांश स्वचालित बीपी उपकरण ठीक होते हैं।ऐसा खरीदें जो बांह पर फिट हो (कलाई पर नहीं)
2. यदि बाह पर कपड़े मोटे या तंग हों तो उन्हें हटा दें। बीपी cuff इतना टाइट होना चाहिए कि केवल एक उंगली अंदर जा सके।
3. पिशाब करके ५ मिनिट आराम से बैठें।
4. ध्यान रखें एक घंटे पूर्व चाय कॉफी धूम्रपान न लिया हो।
5. एक कुर्सी पर पीठ टीका कर आराम से बैठें,
6. दोनों पैरों को फर्श पर सीधा रखें
7. एक टेबल पर कोहनी के नीचे तकिया रख कर उसे थोड़ा उठा दे। जांच के दौरान बात न करें.
8. पहली रीडिंग को अनदेखा कर दें, अगली दो रीडिंग का औसत लें।
9. एक बार सवेरे ( गोली लेने से पूर्व) जांच करें और शाम को दोबारा जांच करें।
10. एक हफ़्ते का यह चार्ट अपने डॉक्टर को दें।

नमक युक्त भोजन, तंबाकू और शराब से परहेज करें। वजन नियंत्रण, नियमित व्यायाम, प्राणायाम, अच्छी नींद और अच्छा मूड हमारे बीपी को ठीक रखने में मदद करते हैं।

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क्या आप खर्राटे लेते हैं ? अपने जीवनसाथी से पूछें। स्लीप एपनिया (Obstructive Sleep Apnoea) का पता लगाने के लिए हमें अपनी नींद की जाँच ( sleep study) कराना चाहिए। स्लीप एपनिया अनियंत्रित हाई बीपी का एक बहुत महत्वपूर्ण कारण है।इसके इलाज से मरीज़ों को बहुत फ़ायदा होता है।

अपने और अपने सभी परिवार वालों का आज BP अवश्य जाँच करायें।

आशा है यह जानकारी आपको स्वस्थ रहने में मदद करे। आप सभी स्वस्थ और प्रसन्न रहें। अगले हफ़्ते चर्चा करेंगे किसी और विषय पर।
आप सभी स्वस्थ रहें. शांति के इन क्षणों के लिए प्रभु को धन्यवाद दें।
शुभकामनाएँ

हृदय सुरक्षा में फलों, सब्जियों और पादप पोषक तत्वों की चमत्कारिक भूमिका

आज के बदलते दौर में जब हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और स्ट्रोक जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं, तब वैज्ञानिक शोध यह स्पष्ट कर चुके हैं कि फल, सब्जियां और उनमें उपस्थित पादप पोषक तत्व (Phytonutrients), विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स हमारे हृदय की रक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

चुकंदर हृदय के लिए एक अत्यंत लाभकारी सब्ज़ी है। इसमें प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक नाइट्रेट्स पाए जाते हैं, जो शरीर में जाकर नाइट्रिक ऑक्साइड (NO) में परिवर्तित हो जाते हैं। यह वही ‘मिरेकल मॉलिक्यूल’ है जिसकी खोज पर डॉ. फरीद मुराद को नोबेल पुरस्कार मिला था। यह अणु रक्त वाहिकाओं को फैलाकर रक्त प्रवाह को बेहतर करता है, रक्तचाप को कम करता है और हृदय को अधिक ऑक्सीजन उपलब्ध कराता है।

अनार एक शक्तिशाली फल है जिसमें पॉलीफेनोल्स और विटामिन C प्रचुर मात्रा में होते हैं। यह धमनी कठोरता (Atherosclerosis) को कम करता है, कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करता है और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से हृदय को बचाता है।इसमें अर्जिनिन अमीनो एसिड पाया जाता है। यह भी नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को बढ़ाने में सहायक होता है। यह फल हृदय का परम मित्र है।

पालक, मेथी और धनिया जैसी पत्तेदार हरी सब्जियों में भी भरपूर नाइट्रेट्स होते हैं, जो रक्त संचार में सहायता करते हैं। साथ ही, इन सब्जियों में विटामिन K, फोलेट और पोटैशियम जैसे मिनरल्स हृदय गति को नियंत्रित रखते हैं।

लहसुन एक प्राकृतिक रक्तचाप नियंत्रक औषधि है। इसमें एलिसिन नामक यौगिक होता है, जो रक्त की धमनियों को फैलाता है और LDL कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। लहसुन नियमित रूप से लेने से दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।

टमाटर में पाया जाने वाला प्रमुख एंटीऑक्सीडेंट लायकोपीन हृदय की सूजन को कम करता है और रक्त वाहिकाओं की सुरक्षा करता है। पकाए हुए टमाटर में लायकोपीन का अवशोषण और भी अधिक होता है। टमाटर का सूप बनाइए, शकर रहित । लाइकोपिन का श्रेष्ठ स्त्रोत है।

ब्लूबेरी, जामुन, और स्ट्रॉबेरी जैसे बेरीज़
में एंथोसाइनिन्स होते हैं, जो न केवल हृदय की सूजन को कम करते हैं, बल्कि धमनियों की दीवारों को भी लचीला बनाए रखते हैं, जिससे रक्तचाप नियंत्रित रहता है।

रेड अंगूर हृदय मित्र है।
इसमें अर्जिनिन अमीनो एसिड पाया जाता है। यह भी नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को बढ़ाने में सहायक होता है।

सेब में मौजूद क्वेरसेटिन नामक फ्लावोनॉयड और फाइबर कोलेस्ट्रॉल को घटाते हैं। सेव भी अर्जिनिन अमीनो एसिड का श्रेयस्कर स्त्रोत है। एक सेब प्रतिदिन लेने की परंपरा सिर्फ कहावत नहीं बल्कि हृदय सुरक्षा के लिए वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित सलाह बन चुकी है।

लाल शिमला मिर्च भी हृदय मित्र है।

संतरा, अमरूद और नींबू जैसे खट्टे फलों में विटामिन C प्रचुर मात्रा में होता है, जो एंटीऑक्सीडेंट की तरह कार्य करता है और रक्त वाहिकाओं की सूजन को रोकता है।

तरबूज में मौजूद L-Citrulline अमीनो एसिड शरीर में जाकर नाइट्रिक ऑक्साइड निर्माण में सहायक होता है, जिससे उच्च रक्तचाप में राहत मिलती है।

अलसी के बीज (Flaxseeds) ओमेगा-3 फैटी एसिड, लिगनान्स और फाइबर का अच्छा स्रोत हैं। यह रक्त का गाढ़ापन कम करते हैं और धमनियों में प्लाक जमा नहीं होने देते।

हल्दी में उपस्थित क्यूरक्यूमिन हृदय ऊतकों की सूजन को कम करता है और एंटीऑक्सीडेंट क्रिया के माध्यम से दिल को सुरक्षित रखता है।

पादप पोषक तत्वों में अखरोट भी है सर्वोत्कृष्ट

अखरोट: हृदय सुरक्षा का प्राकृतिक रक्षक

अखरोट (Walnut) को आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा दोनों में “हृदय-मित्र” सुपरफूड माना जाता है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व, विशेषकर ओमेगा-3 फैटी एसिड और शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स, हृदय को संपूर्ण सुरक्षा प्रदान करते हैं।

अखरोट के प्रमुख लाभ और सक्रिय तत्व:

1. ओमेगा-3 फैटी एसिड (Alpha-linolenic acid – ALA):
अखरोट वनस्पति स्रोतों में ALA का सबसे अच्छा स्रोत है। यह हृदय की धमनियों को लचीला बनाता है, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है और हृदयाघात के जोखिम को कम करता है।

2. एंटीऑक्सीडेंट्स (Ellagic acid, Catechins, Melatonin):
अखरोट में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से रक्षा करते हैं, जिससे धमनी कठोरता (atherosclerosis) नहीं होती। Melatonin भी नींद और हृदय धड़कन को नियंत्रित करने में सहायक है।

3. फाइबर और प्रोटीन:
यह कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को रोकता है और वजन नियंत्रण में सहायक होता है, जो दिल के लिए जरूरी है।

4. मैग्नीशियम, कॉपर, और विटामिन E:
ये तत्व रक्तचाप को नियंत्रित करते हैं, हृदय की मांसपेशियों की कार्यक्षमता बढ़ाते हैं और सूजन को कम करते हैं।

 

रात्रि में अखरोट भिगोकर खाने का सही तरीका:

रात में 2 से 4 अखरोट साफ पानी में भिगो दें।

सुबह उठकर इन्हें छिलका हटाकर खाली पेट खाएं।

इन्हें चबाकर धीरे-धीरे खाएं ताकि एंजाइम सक्रिय हों और पाचन बेहतर हो।

भिगोने से इनका phytic acid और enzyme inhibitors निकल जाते हैं, जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ता है।

मस्तिष्क की आकृति जैसे यह फल, स्मरणशक्ति और एकाग्रता बढ़ाने में भी उपयोगी है।

हृदय रोगियों के लिए सुझाव:

नियमित अखरोट सेवन से HDL (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) बढ़ता है और LDL (खराब कोलेस्ट्रॉल) घटता है।

अखरोट खाने के बाद अत्यधिक फैट युक्त अन्य मेवे जैसे काजू आदि एक साथ न लें।

मधुमेह, मोटापा या थायरॉइड के रोगी भी सीमित मात्रा में डॉक्टर की सलाह से ले सकते हैं।

रोज़ाना 2-4 अखरोट भिगोकर खाने से न केवल दिल की सुरक्षा होती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य, नींद और रक्तचाप भी संतुलित रहता है। यह एक सस्ता, सरल और प्राकृतिक उपाय है जिसे हर आयु वर्ग के लोग अपना सकते हैं।

प्राकृतिक पोषण में छिपा है दीर्घायु और स्वस्थ हृदय का रहस्य – अखरोट उसका श्रेष्ठ उदाहरण है।

 

हृदय स्वास्थ्य के लिए व्यावहारिक सुझाव:

प्रतिदिन कम से कम 4-5 रंग-बिरंगे फल और सब्जियाँ अपने आहार में शामिल करें।

चुकंदर या अनार का रस सुबह खाली पेट लेने से नाइट्रिक ऑक्साइड का स्तर बढ़ता है।

लहसुन को कच्चे रूप में या उबालकर खाली पेट लें।

सप्ताह में कम से कम 5 दिन 30 मिनट तेज चलना या योग/प्राणायाम करें।

नमक, चीनी और तले हुए भोजन से परहेज़ करें।

चिंता, तनाव और नींद की कमी से बचें। ध्यान और प्रार्थना हृदय के लिए औषधि हैं।

प्रकृति ने हमें हृदय सुरक्षा के लिए अद्भुत खाद्य औषधियाँ दी हैं – फल, सब्जियाँ और बीजों के रूप में। यदि हम इन्हें अपनाएं, तो न केवल हम उच्च रक्तचाप को नियंत्रित कर सकते हैं, बल्कि जीवन को दीर्घायु और रोग-मुक्त बना सकते हैं। डॉ. फरीद मुराद द्वारा खोजा गया ‘मिरेकल मॉलिक्यूल’ यानी नाइट्रिक ऑक्साइड वास्तव में प्राकृतिक चिकित्सा और पोषण विज्ञान का सबसे बड़ा उपहार है।

स्वस्थ हृदय के लिए आज ही फल और सब्ज़ियों को अपना मित्र बनाएं।
जीवन में रस भरें – अनार, चुकंदर, संतरे और हरी पत्तियों के संग।

Nas Par Nas Chadna : बैठ-बैठे भी नसें चढ़ने लगती है. इसके कारण पैरों में होता है खतरनाक दर्द