

अधूरे भवन की आड में चला रहे थे 4-4 कालेज,BU और RGPV की निरीक्षण टीम को मिले केवल 3 छात्र, चपरासी से लेकर प्राचार्य तक नदारद
भोपाल:भोपाल जिले में रातीबड के ग्राम खरपा के एक भवन में संचालित अखिल भारतीय शिक्षा एवं प्रशिक्षण कालेज, अखिल भारतीय कालेज आफ मैनेजमेंट, अखिल भारतीय फार्मेसी कालेज में डिग्री और डिप्लोमा कालेज संचालित हो रहे हैं। 21 जनवरी को बरकतउल्ला विश्वविद्यालय और गुरुवार को राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने निरीक्षण कर लिया है। यकायक हुए दो विवि के निरीक्षण ने कालेज के फर्जीवाड़े का भांडाफोड दिया है। बीयू ने नोटिस देकर जवाब मांगा और आरजीपीवी नोटिस देने की तैयार कर रहा है।
खरपा में एक भवन में अखिल भारतीय शिक्षा एवं प्रशिक्षण कालेज, अखिल भारतीय कालेज आफ मैनेजमेंट, अखिल भारतीय फार्मेसी कालेज में डिग्री और डिप्लोमा का संचालन हो रहा है। चारों कालेज को BU और RGPV से संबद्धता प्राप्त है। निरीक्षण के दौरान सामने आया है कि भवन के पास एक और निमार्णाधीन भवन है। इसकी कहानी भी बड़ी अजीब है। अब कोई टीम निरीक्षण करने आती है, तो उन्हें आश्वासन दिया जाता है कि कालेज के पास बनी निमार्णाधीन एक दो माह में पूरा हो जाएगा। इसके बाद दूसरे कोर्स को वहां शिफ्ट कर दिया जाएगा। इस आश्वासन के भरोसे निरीक्षण सफल होता रहा है।
अब BU के कुलगुरू की चार सदस्यी टीम को कालेज प्रबंधन गुमराह करने में असफल रहे और उनकी पोल खोल दी गई। इसी तरह का चकमा देने की कोशिश बुधवार को आरजीपीवी का औचक निरीक्षण करने आए आरजीपीवी के इलेक्ट्रिनिक विभाग के प्रभारी एचओडी संजय शर्मा, फार्मेसी डीन सुमन रामटेके, रिसर्च आफिसर केके केशरी और डिप्टी रजिस्ट्रार राजेश भार्गव की गई, लेकिन वे उनके धोखे में नहीं आए और कालेज का बारीकी से परीक्षण किया।
कालेज संचालक द्वारा किए जा रहे फर्जीवाड़े की पोल रिपोर्ट तैयार कर ली है। ये रिपोर्ट आज रजिस्ट्रार डॉ. मोहन सेन के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी। इसके बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
*प्राचार्य से चपरासी तक गायब*
आरजीपीवी की टीम को मौके पर प्राचार्य, कोड 30 के तहत प्रोफेसर, अधिकारी के साथ कर्मचारी और विद्यार्थी तक नहीं दिखाई दिए। अखिल भारतीय फार्मेसी कालेज को बीफार्मा की 100 सीटों पर संबद्धता दी गई है। उसे फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया(पीसीआई) से मान्यता प्राप्त है। निरीक्षण में 100 में से तीन विद्यार्थी ही उपस्थित थे। टीम ने विद्यार्थियों का उपस्थिति रजिस्टर को देखा तो सामने आया कि विद्यार्थियों की उपस्थिति लगी ही नहीं हैं। टीम ने इसका फोटो निकाल लिया है।