6 Professors Suspended : धार्मिक कट्टरता के आरोप में 6 प्रोफेसर निलंबित! 

पांच दिनों में जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे कार्रवाई होगी! 

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6 Professors Suspended : धार्मिक कट्टरता के आरोप में 6 प्रोफेसर निलंबित! 

Indore : सरकारी लॉ कॉलेज के 6 प्रोफेसरों को 5 दिन के लिए निलंबित कर दिया गया। इन पर धार्मिक कट्टरता फैलाने का आरोप है। इस मुद्दे पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज में काफी हंगामा किया। हंगामे के बाद कॉलेज प्रशासन ने ये बड़ा कदम उठाया और जांच का आश्वासन दिया गया।

नवीन शासकीय विधि कॉलेज के 6 प्रोफेसरों पर छात्रों ने कॉलेज का माहौल खराब करने और विवादित टिप्पणियां करने का भी आरोप लगाया। साथ ही आरोप लगाया गया कि शिक्षक छात्राओं को अकेले में कॉफी शॉप और रेस्टोरेंट में बुलाते हैं। बढ़ते हंगामे के कारण कॉलेज प्रबंधन ने प्रोफेसरों पर कार्रवाई की। एबीवीपी के कई कार्यकर्ताओं ने कॉलेज पहुंचकर प्रिंसिपल का घेराव कर दिया था। छात्र नेताओं ने 6 शिक्षकों पर गंभीर आरोप लगाए और धार्मिक कट्टरता फैलाने की बात कही। प्रोफेसरों को तत्काल निलंबित करने की मांग रखी। हंगामे के दौरान कुछ स्टूडेंट भी सामने आए। उन्होंने कहा क्लास में पढ़ाने के दौरान प्रोफेसर राष्ट्र विरोधी मानसिकता का प्रचार प्रसार करते हैं। कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने को लेकर ये प्रोफ़ेसर अकसर टिप्पणियाँ करते हैं।

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शिकायत करते हुए छात्रों ने बताया कि अल्पसंख्यक समुदाय के 5 प्रोफेसरों ने छात्रों को विदेशी शासकों के बारे में बढ़-चढ़कर बताया, वहीं हमारे देश के महान शासकों की बुराई की जाती है। इस्लाम के प्रचार करने वाले प्राध्यापकों को बर्खास्त करने की मांग की गई। साथ ही उनके छात्राओं के साथ छेड़खानी का भी आरोप लगाया गया। 4 घंटे के लिए जबरदस्त हंगामे के बाद कॉलेज के प्राचार्य डॉ इनामुरहमान ने छात्र नेताओं की मांग पर उक्त प्रोफेसरों को 5 दिन तक निलंबित करके मामले की जांच बैठा दी। मामले की रिपोर्ट 5 दिनों के बाद जारी करने का आदेश दिया गया। दोषी पाने पर इन प्रोफेसरों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

छात्राओं को बाहर बुलाने का आरोप

छात्रों का कहना है कि प्रोफेसर ऐसी बातें करते हैं जिनका पाठ्यक्रम से कोई लेना देना नहीं है। छात्राओं को कॉफी शॉप और रेस्टोरेंट में चलने और बाहर मिलने को कहते हैं। इस मामले में छात्राओं ने भी मोर्चा खोल दिया। छात्राओं ने आरोपों को सही बताया। इस दौरान छात्र संगठन एबीवीपी ने प्रोफेसरों को भी बुलाने की बात कही, हालांकि इस दौरान कोई भी मौजूद नहीं था। छात्र संगठन ने प्रोफेसरों को हटाने की मांग की है।