BJP: शिवराज सरकार के 3 साल पूरे होने पर उत्सव मनाने की तैयारी

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BJP: शिवराज सरकार के 3 साल पूरे होने पर उत्सव मनाने की तैयारी

भोपाल: लाड़ली बहना योजना की लांचिंग के बाद बीजेपी अब 23 मार्च को शिवराज सरकार के तीन साल पूरे होने पर उत्सव मनाने की तैयारी में जुट गई है। इसके लिए सरकार और संगठन ने योजनाओं के हितग्राहियों के साथ संवाद और सेल्फी विद हितग्राही पर फोकस किया है। साथ ही तीन सालों में सरकार द्वारा किए गए कामों को जनता तक पहुंचाने के लिए किए जाने वाले आयोजनों की रणनीति पर भी मंथन शुरू हो गया है। इसमें मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष समेत वरिष्ठ नेताओं ने विधायकों को भी सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं। विधायकों से कहा गया है कि वे सोशल मीडिया और मैदान में सकारात्मक आक्रमकता के साथ काम करें, जिससे हम गरीब कल्याण और विकास के कामों को जनता के बीच तत्परता के साथ ले जा सकें। विधायकों से एक-एक बूथ के अध्ययन की अपील की गई है।

एंटी इन्कम्बेंसी को प्रो इन्कम्बेंसी में बदलें
प्रदेश संगठन ने जिन इलाकों में पार्टी को एंटी इन्कम्बेंसी की स्थितियों वाले क्षेत्रों में अत्यधिक सक्रिय होकर प्रो इन्कम्बेंसी की स्थिति बनाने के लिए कहा है। कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को प्रदेश संगठन ने साफ किया है कि एन्टी इनकम्बेंसी उनके लिए होती जो कार्य नही करते और जो जनता के लिए कार्य करते हैं उनके लिये प्रो इनकम्बेंसी होती है। यही काम कार्यकर्ताओं की मेहनत की बदौलत मध्यप्रदेश में होगा। कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि सांगठनिक गतिविधियों एवं जनहितैषी योजनाओं के प्रसार के लिए डिजिटल कम्युनिकेशन प्रणाली को और भी मजबूत करें। पार्टी का विचार अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे और लोग इससे जुडें, इस पर फोकस कर काम करना है। संगठन ने यह भी कहा है कि 6 अप्रैल को पार्टी के स्थापना दिवस पर वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के सम्मान कार्यक्रम आयोजित करें और नवमतदाताओं को पार्टी से जोड़ें।

12 हजार शक्ति केंद्रों पर बैठकें
शक्ति केंद्र की बैठकें 13 और 14 मार्च को होगी और 14 मार्च से पार्टी का बूथ विस्तारक अभियान 2.0 शुरू हो जाएगा। सभी मोर्चा और प्रकोष्ठ से भी कहा गया है कि संगठन के साथ वे भी इसके लिए एडवांस प्लानिंग कर बूथ स्तर तक काम करें। कार्य के सुदृढ़ीकरण और कार्य विस्तार के लिए पदाधिकारी अधिक से अधिक प्रवास करें। इस अभियान के लिए अल्पकालीन विस्तारक 12 हजार से अधिक शक्ति केंद्रों तक बैठक करेंगे। इसके बाद मंडल स्तर और शक्ति केंद्र पर समीक्षा बैठकें आयोजित की जाएंगी।