Delhi-Mumbai Expressway : MP के 3 जिलों से गुजरेगा, गरोठ में बनेगा जंक्शन

मालवा के लिए यह एक्सप्रेस-वे नए दरवाजे खोलेगा

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Mumbai : मालवा क्षेत्र की प्रगति के नए दरवाजे खोलने वाला एक बड़ा काम हो रहा है, पर बहुत गुपचुप तरीके से! जब ये काम पूरा होगा मालवा के तीन जिलों रतलाम मंदसौर और झाबुआ के कई गांव विकास की उस धारा से जुड़ जाएंगे, जिसके बारे में कभी सोचा भी नहीं गया होगा। गरोठ जैसा छोटा कस्बा मुंबई और दिल्ली के रास्ते पर होगा और जंक्शन बनेगा।

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे (Delhi-Mumbai Expressway) का काम मध्य प्रदेश में जोरदार ढंग से चल रहा है। विकास की नई इबारत लिखने वाला ये एक्सप्रेस-वे रतलाम, मंदसौर और झाबुआ जिलों से गुजरेगा। MP में इसकी कुल लंबाई 240 किमी से ज्यादा होगी।

यह एक्सप्रेस-वे मालवा के रहने वालों के लिए उन्नति के नए रास्ते खोलेगा। इंदौर-उज्जैन में विकास के पंख लगेंगे और लाभ होगा। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का एक जंक्शन गरोठ के पास बनाया जाएगा।

जानकारी के मुताबिक, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर करीब 1 लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे। मध्य प्रदेश में बन रहे हिस्से में सरकार करीब 10 हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी। इसे 2023 तक बनाने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार ने इसके लिए जमीन का अधिग्रहण कर लिया है। खास बात यह कि इस रास्ते से मुंबई से दिल्ली का सफर करीब 14 घंटों में पूरा होगा। जबकि, अभी 1415 किमी की इस दूरी को तय करने में 26 घन्टे से ज्यादा समय लगता है।

Express Way के मध्य प्रदेश के हिस्से में जो फोरलेन सड़क बनेगी, वह गरोठ से उज्जैन जाएगी। इससे लोग 2 घंटे में इंदौर पहुंच जाएंगे। जानकारी के मुताबिक, गरोठ से उज्जैन तक 135 किमी की सड़क बनेगी। इसके बाद उज्जैन से इंदौर तक बनने वाली सड़क की लंबाई 54 किमी है। यह सड़क गरोठ, उज्जैन और इंदौर के अलावा देवास, बड़नगर और बदनावर को भी जोड़ेगी।

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की झाबुआ जिले में लंबाई करीब 50 किमी, रतलाम में 90 किमी और मंदसौर में करीब 103 किमी है। ये एक्सप्रेस वे 8 इंटर सेक्शन के जरिए जुड़ेगा। इसकी ऊंचाई 3-5 मीटर के बीच होगी। लेकिन, जहां शहर में प्रवेश करने वाले इंटर सेक्शन होंगे, वहां इसकी ऊंचाई 10 मीटर हो जाएगी।

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का जंक्शन मंदसौर जिले के गरोठ में बनाया जा रहा है। गरोठ के पास बरड़िया अमरा में 360 बीघा जमीन पर काम जारी है। इसके लिए रतलाम-मंदसौर-झाबुआ जिलों के 130 से ज्यादा गांवों की 2500 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया है। गरोठ और जावरा में लॉजिस्टिक हब बनाया जाएगा। बसई के पास की जमीन पर उद्योग लगाए जाएंगे। इसी तरह कई जगह कंटेनर जोन भी बनाए जा सकते हैं।