Breast Cancer:स्तन कैंसर के कारण, लक्षण और उपचार
पिछले कुछ वक्त से स्तन कैंसर मरीजों की संख्या में वृद्धि देखने को मिला है। स्तन कैंसर पूरी दुनिया में आम बीमारी होती जा रही है। भारत में 100 में से एक महिला स्तन कैंसर का शिकार हो रही है।स्तन कैंसर एक ऐसा कैंसर है, जो स्तन से शुरु होता है। इसमें जब स्तन की कोशिकाएं जरूरत से ज्यादा बढ़ने लगती है। स्तन कैंसर में कोशिकाएं गाँठ का रुप ले लेती है। स्तन कैंसर महिलाओं में ज्यादा होता है। लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि पुरुषों में भी स्तन कैंसर हो सकता है। जानिए कैसे होता है स्तन कैंसर? क्या है इसका उपचार और लक्षण?
यह कैंसर पुरुष में भी देखने को मिलता है, लेकिन बहुत कम। आज के समय में महिलाएं भी अपने पैरों पर खड़ी होना चाहती है। घर के काम के साथ ऑफिस और बच्चे के देखभाल के चलते अपने स्वास्थ पर ध्यान नहीं दे पा रही है। महिलाओं में वैसी बहुत सी आम बीमारियाँ होती है। उसमें से एक स्तन कैंसर है।
स्तन कैंसर के प्रकार
1. इन्वेसिव डक्टल कार्सिनोमा- 80% कैंसर कार्सिनोना डक्टल के द्वारा से फैलता है। इसमें मिल्क डक्ट में चर्बी तेजा से बढ़ने लगती है। इसमें मिल्क वॉल बाहर की ओर तेजी से विकसित होने लगता है।
2. इन्वेसिव लोब्युलर कार्सिनोमा – इसमें कोशिका ऊतक आगे नहीं बढ़ती है। यह मिल्क वॉल के पीछे ही रह जाता है। यह धीरे-धीरे फैलता है। इसमें मिल्क वॉल लाल पड़ जाता है। दर्द शुरु हो जाता है।
वर्तमान में दो अन्य प्रकार के कैंसर भी पाये जा रहे है। इसमें पहला है- इन्फ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर। यह एक प्रतिशत महिलाओं में पाया जाता है। लेकिन यह बहुत तेजी से फैलता है। इसमें महिलाओं की जान जाने का खतर अधिक रहता है। चौथे प्रकार का कैंसर- पेजेट्स डिजीज। इसमें निप्पल का एरिया पूरा काला पड़ जाता है। जिसका सही समय पर इलाज कराने पर ठीक हो सकता है। (Breast Cancer in Hindi)
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
शुरुआत में स्तन कैंसर के लक्षण पता नहीं चलता है। लेकिन ब्रेस्ट कैंसर के प्रकार पर निर्भर करता है। आमतौर में ब्रेस्ट कैंसर में गांठ के लक्षण हो सकते है। लेकिन हर गाँठ कैंसर का लक्षण नहीं हो सकता है। यदि स्तन पर गाँठ का पता चलने पर डॉक्टर से सलाह अवश्य ले।
- स्तन में कठोर गांठ महसूस करना। हमेशा दर्द महसूस करना।
- मिल्क वॉल से गंदे पानी या रक्त का बाहर आना।
- स्तन के आकार में परिवतन होना।
- मिल्क वॉल का लाल पड़ना।
- अपने जीवन शैली में बदलाव करके स्तन कैंसर को कम किया जाता है। नियमित रुप से व्यायाम करने से स्तन कैंसर को कम किया जा सकता है। कुछ और भी टिप्स है जिससे स्तन कैंसर को कम किया जा सकता है। लेकिन हम ये नहीं कह सकते है कि हर महिला पर लागू होता है।
1. नियमित रुप से शारीरिक व्यायाम करना
शारीरिक तौर पर संक्रिय रहकर स्तन कैंसर को कम किया जा सकता है। हर महिला को दिन में कम से कम 30 मिनट शारीरिक व्यायाम करना चाहिए या घर में अच्छे से एक्टिव रहना चाहिए। शरीर में चर्बी न बढ़ने दे। समय-समय पर शरीर का वजन चेक कराते रहना चाहिए। मोटापा भी स्तन कैंसर का कारण हो सकता है।
2. सिगरेट या शराब के सेवन से स्तन कैंसर हो सकता है।
बदलते दौर में महिलाएं भी सिगरेट और शराब के नशे की लत लग चुकी है। शराब महिलाओं के स्तन को प्रभावित करता है। जिससे स्तन का खतरा आम महिलाओं से 10 प्रतिशत बढ़ जाता है। इसके सेवन से बचे। यही नियम सिगरेट पर भी लागू होता है। विशेष रूप से प्रीमेनोपॉज़ल महिलाओं में धूम्रपान स्तन कैंसर को बढ़ावा देता है।
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3. स्तनपान
बदलती दुनिया में महिलाएं अपने शरीर को फिट रखने के लिए अपने बच्चे को स्तनपान नहीं कराती है। आप लम्बे समय तक अपने बच्चे को स्तनपान कराती है तो स्तन कैंसर का खतर कम होता है।
4. गर्भनिरोधक गोलियाँ
35 साल की उम्र में महिलाएं गर्भ से बचने के लिए गर्भनिरोधन गोलियों का इस्तेमाल करती है। जो स्तन कैंसर होने का खतर अधिक रहता है। इन गोलियां को बंद करके आप इसे कम कर सकती है। खासतौर पर उन महिलाओं का गर्भनिरोधक गोलिया बंद कर देनी चाहिए जो धूम्रपान करती है। यदि स्तन कैंसर के लक्षण दिख रहे हो।
5. पौष्टिक आहार का सेवन
Breast Cancer in Hindi: स्तन कैंसर से बचने के लिए संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए। अपने आहार में फल, जूस और हरी पत्तेदार सब्जी को शामिल करना चाहिए। बाहर से फास्ट फूड जैसे- बर्गर, चाउमीन, कोल्डड्रिंग का सेवन नहीं करना चाहिए।
उन महिलाओं को खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए जिसके परिवार, माँ या बहन में से किसी को भी स्तन कैंसर की शिकायत हो तो उन्हें विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसीलिए महिलाओं को अपने परिवार के इतिहास को जानना महत्वपूर्ण हो जाता है।
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