अज्ञात और लावारिस शवों की अस्थियां विसर्जन के लिए हरिद्वार समाजसेवियों का दल रवाना
Ratlam : मध्यप्रदेश के रतलाम शहर में एक सामाजिक संस्था ऐसी है जो असहाय,लावारिस और वह लोग जिनका चिकित्सालय में उपचार के दौरान निधन हो जाता है और उनके परिजन या तो नहीं होते या वह मानसिक रोगी होने की वजह से अपना घर,परिजनों और शहर गांव का नाम भुल जाते हैं ऐसे लोगों का निधन होने के पश्चात यह सामाजिक संस्था उनका अंतिम संस्कार करवाती हैं, इतना ही नहीं मृतक की अस्थियों को मुक्तिधाम में सहेज कर रख देते हैं और 1सौ से अधिक अस्थियों के कलश एकत्रित हो जाने पर शहर के किसी समाजसेवी परिवार द्वारा इस अस्थियों के विसर्जन का कार्य सौंपते हैं जो परिवार उन अस्थियों को लेकर हरिद्वार पहुंच कर विधि विधान से उन अस्थियों को गंगा में विसर्जित करते हैं।
यह कार्य विगत 27 वर्ष से काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा किया जाता है।लावारिस या बीमार लोगों के दाह-संस्कार प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात अस्थियों को शहर के भक्तन की बावड़ी स्थित मुक्तिधाम पर समिति की देखरेख में सुरक्षित रखा जाता हैं। अनेक बार मृतक के परिजन के मिलने पर उन्हें अस्थियां सौप दी जाती हैं।इस बार 2 वर्ष से एकत्रित की गई 1 सौ से अधिक शेष अस्थियों को समन्वय परिवार एवं प्रभु प्रेमी संघ द्वारा गंगा नदी में यह अस्थियां विसर्जित की जाना हैं।
इस परोपकारी कार्य को लेकर इस बार भी काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के अध्यक्ष माधव काकानी,श्रीमती संतोष काकानी,सचिव गोविंद काकानी, समाजसेवी तथा पूर्व एल्डरमैन तारा देवी सोनी,निर्मला देवी सोनी, सुरभि रत्नेश राठी,कुमारी प्रिशा रत्नेश राठी अस्थियां लेकर हरिद्वार रवाना हुए।जिन्हें बिदा करने काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सदस्य गौरव काकानी,श्रीमती जागृति गौरव काकानी,कुमारी आध्या काकानी,शिवराम शर्मा,सुशील सोनी,श्रीमती नीलम सुशील सोनी, श्रीमती संगीता गोयल, भक्तन की बावड़ी शमशान व्यवस्था समिति के मनोज बोरवाल,विष्णु नाथ आदि ने नमन आंखों से अस्थियों को विसर्जन हेतु हरिद्वार के लिए रवाना किया।