Rahul Gandhi जल्द शुरू करेंगे भारत जोड़ो यात्रा-2

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Rahul Gandhi जल्द शुरू करेंगे भारत जोड़ो यात्रा-2

राहुल गांधी की पहली भारत जोड़ो यात्रा की सफलता  के बाद अब दूसरे चरण की यात्रा जल्द ही शुरू होने के आसार दिखाई दे रहे  हैं , राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता की बहाली भी इस यात्रा में  उत्साह वर्धक मानी जा रही है .  गुजरात विधानसभा में विपक्ष नेता अमित चावड़ा ने पार्टी नेता राहुल गांधी को अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दूसरे चरण को पश्चिमी राज्य गुजरात से शुरू करने का न्योता दिया है। वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का दूसरा चरण गुजरात से मेघालय तक होगा।के मुताबिक, राहुल गांधी की पदयात्रा का दूसरा चरण सितंबर महीने में शुरू हो सकता है। यात्रा के पहले चरण में कांग्रेस का उद्देश्य जमीनी स्तर पर लोगों का जुड़ना, उनकी चिंताओं को समझना और समर्थन जुटाना था। राहुल गांधी ने 150 दिनों में 14 राज्यों की पैदल यात्रा की थी।

बताया जा रहा है कि ऐसा राहुल गांधी के निर्देश पर किया जाना प्रस्तावित है। बीजेपी बनाम विपक्ष की 2024 में लड़ाई को देखते हुए बदली राजनीति के तहत और एकजुटता का संदेश देने के लिए राहुल गांधी के साथ समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव, राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद भी हमाराही बन सकते है। कांग्रेस के प्रदेश महासचिव बदरुद्दीन कुरैशी का कहना है कि यात्रा का रूट और तारीख जल्द फाइनल हो जाएगी।

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कांग्रेस से सीनियर नेता की माने तो भारत जोड़ो यात्रा-2 को शुरू करने की पार्टी की पूरी तैयारी है। यात्रा से जुड़े रणनीतिकारों ने तीन तिथि- स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त, 12 सितंबर और गांधी जयंती 2 अक्टूबर, में से किसी एक से याक्षा शुरू करना प्रस्तावित हैं। वैसे खुद राहुल गांधी चुनाव में कम वक्त होने के चलते 15 अगस्त से ही यात्रा निकालने की मंशा जता चुके हैं।

 यात्रा वैसे तो गुजरात के पोरबंदर (महात्मा गांधी का जन्मस्थल) से शुरू होगी और समापन त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में होना प्रस्तावित है।वहीं, इस यात्रा को लेकर विपक्ष नेता अमित चावड़ा ने कहा कि ये यात्रा बीते साल सितंबर में शुरू हुई थी और 12 राज्यों और दो केंद्र शासित इलाकों से होकर गुजरी थी। इस यात्रा ने बीजेपी को डरा दिया था। अमित चावड़ा ने आगे कहा कि हम एक बार फिर संसद में राहुल गांधी की दहाड़ सुन पाएंगे।

दरअसल, वेस्ट यूपी पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का पूरा फोकस हैं। बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री, संगठन के राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेश के मंत्री, संगठन के लोगों, राज्यसभा सांसदों को वेस्ट यूपी में एक एक सीट पर लगाया हुआ हैं। बीजेपी 2019 में सबसे ज्यादा सीट वेस्ट यूपी से ही हारी थी। जिनमें सहारनपुर, बिजनौर, नगीना, अमरोहा, मुरादाबाद, संभल, रामपुर शामिल हैं। रामपुर बाद में उपचुनाव में बीजेपी ने जीत ली थी। इसलिए इस बार इन सीटों को जीतने की फिराक में बीजेपी पूरी कोशिश कर रही हैं। यहां वे पिछड़े समाज के नेताओं को लगातार पार्टी से जोड़ रही हैं। सोमवार को ही पूर्व मंत्री साहब सिंह सैनी और पूर्व राज्यसभा सांसद राजपाल सैनी को बीजेपी में शामिल किया है।

राहुल गांधी भारत जोड़ों यात्रा यूं तो कन्याकुमारी से कश्मीर तक 136 दिन में चार हजार किलोमीटर चली थी, लेकिन यूपी में सिर्फ दो दिन में 120 किलोमीटर चली थी। तीसरे दिन सुबह ही हरियाणा पहुंच गई थी। यात्रा वेस्ट यूपी के गाजियाबाद से एंट्री कर शामली, बागपत जिले से गुजरी थी वह भी बाहरी छोर से होकर। तब कांग्रेस पर यूपी की उपेक्षा का आरोप लगने तो पार्टी के थिंक टैंक ने दावा किया था यात्रा के दूसरे चरण में यूपी खासकर वेस्ट यूपी पर खास ध्यान दिया जाएगा।

कांग्रेस के सीनियर नेता के मुताबिक यात्रा का अभी रूट साफ नहीं हुआ है। लेकिन सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, देवबंद, मेरठ, बागपत, बिनजौर, मुरादाबाद, नगीना, संभल, रामपुर, बरेली, बदायूं, अलीगढ़ आदि लोकसभा सीटों से गुजर सकती है। कांग्रेस जिस जिले में खुद को मजबूत मान रही है, वहां ज्यादा वक्त यात्रा का गुजारा जाएगा। बताया जा रहा है कि यात्रा के दौरान कांग्रेस का कुनबा बढाओ अभियान चलाने का भी प्रोग्राम हैं।

यानी दूसरे दलों के असरदार और कद्दावर नेताओं को यात्रा के दौरान कांग्रेस की सदस्यता दिलाई जाएगी।

वेस्ट यूपी के कई बड़े मुस्लिम नेताओं पर पार्टी की नजर हैं। कांग्रेस के प्रदेश महासचिव बदरुद्दीन कुरैशी का कहना है कि तैयारी पूरी है। वेस्ट यूपी की करीब 25 सीटों पर फोकस रहेगा। जल्द यात्रा की तिथि और रूट फाइनल हो जाएगा। ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने की रणनीति है। कांग्रेस के मेरठ के प्रवक्ता हरिकिशन आंबेडकर का कहना है कि एक यात्रा प्रदेश अध्यक्ष की तरफ से निकाली जानी है। इस यात्रा के लिए मेरठ, बागपत, हापुड़ आदि का प्रोग्राम तय हो गया हैं। करीब 20 हजार लोगों इस यात्रा में शामिल होंगे। एक दो दिन में यात्रा के पड़ाव का स्थान फाइनल कर दिया जाएगा।