करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष भंवर सिंह पर गोली चली, गंभीर घायल, अस्पताल में भर्ती
जयपुर: राजस्थान में भी अब अन्य प्रदेशों की तर्ज पर राजनीतिक द्वन्द होने लगा है। इसका एक उदाहरण आज उदयपुर में देखने को मिला।
रविवार को उदयपुर के भूपाल नोबेल्स संस्थान में श्री राजपूत करणी सेना की बैठक के दौरान करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष भंवर सिंह को आम आदमी पार्टी (आप) के एक कार्यकर्ता जिसका नाम दिग्विजय सिंह बताया जा रहा है,ने गोली मार दी।फ़ायरिंग की इस घटना से सभा में अफ़रातफ़री और हड़बड़ी मच गई।आरोपी को वहाँ मौजूद लोगों ने दबोच लिया। आरोपी फ़िलहाल पुलिस की हिरासत में है।
पीठ की हड्डी में गोली लगने से श्री राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष भंवर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए है । उन्हें इलाज के लिए उदयपुर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है।जहाँ उनकी हालात स्थिर बताई जा रही है।
बैठक में मौजूद करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने गोली मारने वाले व्यक्ति को पकड़ा और उसकी बुरी तरह से पिटाई कर दी। इसके बाद उसे पुलिस को सौंप दिया गया। आरोपी आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता दिग्विजय सिंह बताया जा रहा है जोकि पूर्व में करनी सेना में ही था ।पुलिस उससे गहनता से पूछताछ कर रही है कि आखिर उसने भंवर सिंह को गोली क्यों मारी?प्रारम्भिक जानकारी के अनुसार गोली मारने की वजह आपसी रंजिश बताई जा रही है।
उल्लेखनीय है कि आगामी 23 सितंबर को राजपूत करणी सेना का स्थापना दिवस हैं. उसी की तैयारी और 17 सूत्रीय सरकार से मांगों को लेकर बीएन यूनिवर्सिटी के कुम्भा सभागार में बैठक चल रही थी. बैठक के बाद में जलपान किया जा रहा था. उसी समय दिग्विजय सिंह बाठेड़ा जो उदयपुर जिले के ही रहने वाले हैं, उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष भंवर सिंह सलाडिया को फायरिंग कर दी।इससे उनके रीढ़ की हड्डी में गोली लगी।दिग्विजय सिंह बाठेड़ा पहले करणी सेना के जिलाध्यक्ष थे। वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्राथमिक रूप से यह सामने आया है कि दिग्विजय सिंह बाठेड़ा को जिलाध्यक्ष पद से हटाया गया गया था ।इसी बात का गुस्सा उसके अंदर था। इसी कारण फायरिंग की गई।हालांकि अभी आरोपी दिग्विजय सिंह से गहन पूछताछ की जा रही है।
*आरोपी को भीड़ से निकाला बाहर*
दरअसल, एक वीडियो में दिखाई दे रहा है कि भीड़ आरोपी की बेरहमी से पिटाई कर रही है और उसी बीच पुलिस आरोपी को छुड़ाकर निकाल ले गई। पुलिस घटना की सूचना पर नहीं पहुंची जबकि संयोग से उदयपुर जिले के गोगुंदा थाना के थानाधिकारी शैतान सिंह थाने के दो कांस्टेबल के साथ एक मामले में जा रहें तों उनकी नज़र घटना स्थल पर पड़ी।
इंस्पेक्टर शैतान सिंह ने बताया कि हमने देखा कि बीएन यूनिवर्सिटी के सामने भीड़ है और आवाजें आ रही हैं. फिर किसी से पूछा तो पता चला कि यहां फायरिंग हुईहै । स्थिति की नाजुकता को देखते हुए वे भीड़ को कंट्रोल करने पहुंचे और भीड़ में से एक युवक के हाथ से बंदूक छीनी और आरोपी को निकाल कर भूपालपुरा थाने लाया गया।
प्रदेश अध्यक्ष भंवर सिंह को उन्हीं के भूतपूर्व पदाधिकारी और जिलाध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने आपसी विवाद के चलते पीठ के पास से गोली मार दी. पुराना विवाद यह था कि भंवर सिंह ने आरोपी को उनके पद से बर्खास्त करा दिया था. इसके पीछे क्या वजह थी ये पूछताछ में सामने आएगी. फिलहाल भंवर सिंह को गीतांजली अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है. राहत की खबर ये है कि पीड़ित अब खतरे से बाहर है और मुलजिम पुलिस हिरासत में है।
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