Hanuman Chalisa: Representative 5 Chaupais: हनुमान चालीसा की 5 चमत्कारी चौपाईयां

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Hanuman Chalisa: Representative 5 Chaupais: हनुमान चालीसा की 5 चमत्कारी चौपाईयां !

डॉ तेज प्रकाश पूर्णानन्द व्यास

कल्पतरु: हनुमान चालीसा में है ये पांच चमत्कारी चौपाई, मनोयोग , श्रद्धा समर्पण से अवचेतन में राम दरबार हनुमान सहित अवगाहन करें। चौपाइयों को सस्वर उच्चारित कर ब्रह्मांड में सकारात्मक आशीर्वाद मांगे।5, 11,21,या 108 बार। 21 दिवस निरंतर पाठ करें । ये चौपाइयां नहीं साक्षात मंत्र हैं । कल्पतरू हैं। आपके उच्च उदात्त सकारात्मक विचार 100% फलीभूत होंगे। पाठ का क्रम जारी रखें ।श्रेष्ठ तो सम्पूर्ण हनुमान चालीसा का पाठ नियमित करना है। मुझे बाल्यकाल 3 वर्ष की उम्र से ग्राम पीपलरवा (देवास) में दादाश्री वेदविद पण्डित श्यामलाल जी व्यास ने हनुमान चालीसा का पाठ मुखाग्र करवा दिया था। प्रतिदिन बचपन में ही राम हनुमान मंदिर के दर्शन को भी ले जाते थे। ऋणी हूं देवतुल्य दादश्री का, जिन्होंने अपने आशीर्वादो से अभिसिंचित किया है।

आइए सर्व प्रथम अंजनीसुत हनुमान जी के नैसर्गिक एवम अद्वितीय गुणों का अवगाहन करें।

अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहम्
दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम् |
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशम्
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि ||

मैं अतुल बल धाम को नमन करता हूँ, सोने के पहाड़ जैसा सुडौल शरीर वाला व्यक्ति, जो ज्ञान के रूप में, अग्रगण्य हैं, दानवों रूपी जंगल को नष्ट कर देता है, सभी गुणों की सम्पदा, वानरस्वामी, श्री रघुनाथ जी के प्रिये भक्त पवनपुत्र श्री हनुमान जी को मैं प्रणाम करता हूं |

किष्किंधा काण्ड में जामवंत द्वारा हनुमान की अपरिमित शक्ति का वर्णन:

कहइ रीछपति सुनु हनुमाना। का चुप साधि रहेहु बलवाना॥
पवन तनय बल पवन समाना। बुधि बिबेक बिग्यान निधाना॥

ऋक्षराज जाम्बवन्त ने श्री हनुमानजी से कहा- हे हनुमान्‌! हे बलवान्‌! सुनो, तुमने यह क्या चुप साध रखी है? तुम पवन के पुत्र हो और बल में पवन के समान हो। तुम बुद्धि-विवेक और विज्ञान की खान हो॥

कौन सो काज कठिन जग माहीं। जो नहिं होइ तात तुम्ह पाहीं॥
राम काज लगि तव अवतारा। सुनतहिं भयउ पर्बताकारा॥

जगत्‌ में कौन सा ऐसा कठिन काम है जो हे तात! तुमसे न हो सके। श्री रामजी के कार्य के लिए ही तो तुम्हारा अवतार हुआ है। यह सुनते ही हनुमान्‌जी पर्वत के आकार के (अत्यंत विशालकाय) हो गए ॥

आइए हनुमान चालीसा के अवगाहन पर आते हैं।

हनुमान चालीसा को महान कवि तुलसीदास जी ने लिखा है। वह भी भगवान राम के बड़े भक्त रहे और भगवान राम हनुमान जी को बहुत मानते थे। इसमें 40 छंद होते हैं, हनुमान चालीसा कहा जाता है।

हनुमान चालीसा का पाठ करना सभी के लिए बहुत लाभदायी होता है। इसका संबंध सिर्फ आपकी आस्था और धर्म से नहीं बल्कि आपकी शारीरिक, मानसिक,धार्मिक और आध्यात्मिक श्रेष्ठ चेतना है। मन सभी मंत्र प्रभावशाली हैं। तो उसे चालीसा पाठ बोला जाता है।

हनुमान चालीसा पाठ में बालाजी महाराज के गुणों का व्याख्यान करके उनके बड़े बड़े कार्यो को बताया गया है | हनुमानजी के चरित्र का बड़ा ही सुन्दर दर्शन इन चालीसा चौपाइयों के माध्यम से होता है | यह इतना शक्तिशाली पाठ है की मन से पाठ करने वाले भक्त के चारो तरफ के कृपा एवम सुरक्षा का चक्र बन जाता है और फिर नकारात्मक शक्तियाँ उसे छू भी नहीं सकती हैं। | मानव मंगलवार , शनिवार या प्रति दिन पाठ करते हैं उन्हें हनुमानजी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और पाठ करने वाले को कई अप्रतिम चमत्कारी लाभ प्राप्त होते है।

हनुमान चालीसा का पाठ पढने से आत्मविश्वास बढ़ता है और मनुष्य का तनाव दूर होता है | यदि आपको कोई डर सता रहा है तो आप यह पाठ पढ़कर उस डर पर विजय प्राप्त कर सकते हैं | हनुमान चालीसा पढने से मन शांत होता है। हिंदू धर्म में हनुमान चालीसा का बड़ा ही महत्व है। हनुमान चालीसा पढ़ने से शनि ग्रह और साढे़साती का प्रभाव कम होता है। हनुमान जी राम जी के परम भक्त हुए हैं। प्रत्येक व्यक्ति के अंदर हनुमान जी जैसी सेवा-भक्ति विद्यमान है।

हनुमान-चालीसा एक ऐसी कृति है, जो हनुमान जी के माध्यम से व्यक्ति को उसके अंदर विद्यमान गुणों का बोध कराती है। इसके पाठ और मनन करने से बल बुद्धि जागृत होती है। हनुमान-चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति खुद अपनी शक्ति, भक्ति और कर्तव्यों का आंकलन कर सकता है।

🔸️🔸️कभी नहीं सताएगी प्रेत बाधा

हनुमान चालीसा की एक चौपाई ऐसी है जिसके पाठ से आप बड़ी से बड़ी बाधा से मुक्ति पा सकते हैं। इसके पाठ से आप भूत,प्रेत, पिशाच और निशाचरों के जाल से बच सकते हैं।

भूत-पिशाच निकट नहीं आवे। महावीर जब नाम सुनावे।।

🔸️🔸️हर रोग का है समाधान

यदि आपका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है या फिर ताउम्र स्वस्थ रहना चाहते हैं तो आप इस चौपाई का पाठ करें। चौपाई के पाठ से आपके रोगों का नाश होता है और पीड़ा दूर होती है

नासै रोग हरै सब पीरा। जपत निरंतर हनुमत बीरा।।

🔸️🔸️बस में होंगी सब सिद्धियां

हनुमान चालीसा की एक-एक चौपाई में जीवन का सार छिपा हुआ है। इसका पाठ हर सिद्धि को प्रदान करता है। इस चौपाई के पास से आप अष्ट सिद्धियों को प्राप्त कर सकते हैं।

अष्ट-सिद्धि नवनिधि के दाता। अस बर दीन्ह जानकी माता।

🔸️🔸️विद्या में होंगे श्रेयस्कर

हनुमान चालीसा की पंक्तियां के पाठ से जहां मन को शांति मिलती है तो वहीं मां सरस्वती कंठ पर बसती हैं। आप इस चौपाई के पाठ से विद्यावान होंगे और प्रतित्पन्नमतिवान होंगे।

विद्यावान गुनी अति चातुर। रामकाज करिबे को आतुर।।

🔸️🔸️संवरेंगे हर काम

समस्याये जीवन का अविभाज्य अंग है। जीवन में उलझनें कम नहीं हो रही हैं तो आप हनुमान चालीसा का पाठ कर दु:खों से मुक्त हो सकते हैं। चालीसा की इस चौपाई से आप अपने जीवन को संवार सकते हैं।

भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचंद्रजी के काज संवारे।।

!! जय जय श्री राम !!मन मंदिर में राम का रख लो प्यारा चित्र
शब्द शब्द हो आरती पंक्ति पंक्ति हो मित्र