चुनावी समर में आमने-सामने एनडीए और महागठबंधन
लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के मतदान के लिए अब केवल एक दिन शेष है और 20 मई को 6 राज्यों तथा दो केंद्र शासित प्रदेशों की 49 लोकसभा सीटों पर 695 उम्मीदवारों का भाग्य भी इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में कैद हो जायेगा, उसके बाद केवल दो चरण और बाकी रहेंगे तथा 4 जून 2024 का दिन ढलते-ढलते यह साफ हो जायेगा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीसरी पारी खेलेंगे या फिर कोई नया चेहरा सामने आयेगा। इन दिनों भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए और कांग्रेस के अगुवाई वाले इंडिया महागठबंधन के बीच अधिकांश लोकसभा क्षेत्रों में सीधा चुनावी मुकाबला हो रहा है और कहीं-कहीं इंडिया गठबंधन के सहयोगी आपस में भी भिड़ रहे हैं। दोनों गठबंधनों के नेता एक-दूसरे पर आग उगलती जुबान में शाब्दिक हमला कर रहे हैं और यह हर दिन और अधिक तीखा होते जाने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता क्योंकि इसमें कोई किसी से पीछे नहीं रहना चाहता।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह रहे हैं कि यदि केन्द्र में कांग्रेस की सरकार बनी तो वह राम को फिर से टेंट में भेज कर राम मंदिर पर बुलडोजर चलवा देगी वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी का कहना है कि मोदी ने अपनी हार मान ली है और उनका गुड बॉय हो गया। भले ही इंडिया गठबंधन या कांग्रेस ने राहुल गांधी को बतौर नेता प्रोजेक्ट न किया हो लेकिन प्रधानमंत्री और भाजपा नेता इस चुनावी लड़ाई को नरेन्द्र मोदी बनाम राहुल गांधी बनाना चाहते हैं इसलिए उनके निशाने पर कांग्रेस कम राहुल गांधी अधिक हैं।
सबसे अधिक 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तरप्रदेश में असली चुनावी घमासान हो रहा है क्योंकि महागठबंधन भाजपा से अधिक से अधिक सीटें छीनने के प्रयासों में लगा हुआ है जबकि भाजपा को अपनी समूची ताकत 2019 के लोकसभा चुनाव में जीती गई सीटों को बचाने में लगी हुई है। क्योंकि यदि उत्तरप्रदेश में भाजपा की सीटों की संख्या में कमी होती है तो उसकी भरपाई वह कहां से करेगी यह सवाल विपक्षी नेताओं द्वारा उठाया जा रहा है। भाजपा 400 के आसपास सीटें लाने के लिए जी-जान से भिड़ी हुई है तो इंडिया महागठबंधन को भरोसा है कि सरकार उसकी ही बनेगी। आम आदमी पार्टी सुप्रीमो व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दावा कर रहे हैं कि इस बार केंद्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए उत्तरप्रदेश में बाराबंकी और हमीरपुर की चुनावी सभा में प्रधानमंत्री मोदी ने दावा किया कि यदि ये सत्ता में आये तो राम मंदिर पर बुलडोजर चलवा देंगे। उनका यह भी कहना था कि इनके लिए परिवार और सत्ता ही सब कुछ है। उन्होंने सलाह दी कि ये पार्टियां उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस बात की शिक्षा लें कि बुलडोजर कहां चलना चाहिये।
मतदाताओं को सावधान करते हुए मोदी कहते हैं कि ये सत्ता में आये तो आपकी प्रापर्टी का हिस्सा उन्हें सौंप देंगे जो इनके लिए वोट जिहाद करते हैं। मोदी का कहना था कि कांग्रेसी रायबरेली में कह रहे हैं कि वे यहां प्रधानमंत्री को चुन रहे है, ये दिन में सपने देखने जैसी बात है। यह सुनते ही समाजवादी शहजादे का तो दिल ही टूट गया, बस आंसू नहीं निकले पर दिल के सारे अरमॉ बह गये। इस प्रकार मोदी ने राहुल गांधी और अखिलेश यादव की जोड़ी पर एक साथ निशाना साधा।
वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी ने रायबरेली और अमेठी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि मोदी ने हार मान ली है, उनका गुडबॉय हो चुका है और अब 4 जून के बाद मोदी प्रधानमंत्री नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी तथा सबको बराबरी का हक देना ही देश के मुद्दे हैं लेकिन महंगाई पर पूछो तो कहते हैं कि अंबानी परिवार की शादी देखो। कोरोना आया तो कहते हैं कि थाली बजाओ, इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर हर महीने 10 किलो राशन सरकार देगी। अखिलेश यादव ने भी मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो जो कहते थे कि न खायेंगे न खाने देंगे और वे सब डकार गये, अब जनता कह रही है कि इन्हें हटायेंगे। लंबे समय तक रायबरेली का प्रतिनिधित्व करने वाली सोनिया गांधी ने रायबरेली की सभा में बड़े भावुक व मार्मिक अंदाज में वहां के लोगों से कहा कि मैं अपना बेटा आपको सौंप रही हूं, रायबरेली से हमारे परिवार का नाता गंगा के समान पवित्र रहा है। राहुल गांधी आपको निराश नहीं करेंगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ किया है कि वह इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं तथा उसमें शामिल हैं, केन्द्र में कांग्रेस के नेतृत्व में बनने वाली सरकार का समर्थन करेंगी। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उसे प. बंगाल में चुनावी सफलता नहीं मिलने वाली और वह अपनी पिछले चुनाव की परफारमेंस नहीं दोहरा पायेगी उससे नीचे ही जायेगी। चूंकि प. बंगाल में इंडिया गठबंधन के दल आपस में एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं और ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है तो वहीं कांग्रेस और वाममोर्चा एक गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ रहे हैं। इस पर सफाई देते हुए ममता कहती हैं कि बंगाल में नहीं लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया गठबंधन में हैं। अपने एक दिन पूर्व के इस बयान पर कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर बाहर से समर्थन देंगी, पर काफी विवाद होने के बाद ममता ने कहा कि अखिल भारतीय स्तर पर हमने विपक्षी महागठबंधन भारत यानी इंडिया का गठन किया है और हम गठबंधन में रहेंगे। मैंने वह गठबंधन बनाया है और मैं गठबंधन में रहूंगी। बंगाल में कोई कांग्रेस नहीं, यहां कोई सीपीएम नहीं लेकिन अखिल भारतीय स्तर पर हम गठबंधन में रहेंगे, इसमें गलतफहमी की कोई गुंजाइश नहीं है।
और यह भी
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और महाविकास अघाड़ी के नेता उद्धव ठाकरे जिनकी अगुवाई में महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव लड़ा जा रहा है ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह नई पीढ़ी के लिए जगह नहीं बना रहे हैं। नई पीढ़ी के लिए जगह बनाने की बजाए वे तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने को उत्सुक हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जो इन दिनों उत्तरप्रदेश के यादव बहुल इलाकों में भाजपा प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार कर रहे हैं, उन्होंने कांग्रेस व समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग कुछ लोगों को अपने वोट का गुलाम बनाकर रखना चाहते हैं, इनकी मानसिकता ही ऐसी है, पहले अंग्रेजों ने ऐसा किया था अब कांग्रेस भी ऐसा कर रही है वह एक ऐसी पूंछ है जो सीधी नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि मुस्लिम वर्ग के लोग हमारे साथ हैं इसलिए कांग्रेसियों व समाजवादियों के पेट में दर्द हो रहा है।