NEET Exam : अब ‘नीट यूजी 2024’ के परीक्षा परिणाम में लापरवाही का आरोप!

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NEET Exam : अब ‘नीट यूजी 2024’ के परीक्षा परिणाम में लापरवाही का आरोप!

सबसे बड़ा सवाल मार्किंग को लेकर उठा, 718 और 719 नंबर कैसे आए!

New Delhi : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने मेडिकल एंट्रेंस के लिए 4 जून को ‘नीट यूजी-2024’ परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया। 22 लाख में से करीब 13 लाख छात्रों ने ‘नीट’ परीक्षा पास कर ली। 67 छात्रों ने एआईआर -1 हासिल की। लेकिन, परिणाम की घोषणा के बाद से ही ग्रेस मार्क्स को लेकर विरोध शुरू हो गया। लोगों का कहना है कि ‘नीट’ ने ग्रेस मार्क्स देने में लापरवाही की है। कुछ लोगों ने नीट रिजल्ट (NEET Result 2024) पर सवाल उठाए।

नीट यूजी-2024 के परिणाम पर उठ रहे सवालों के बीच अब एनएसयूआई ने भी इसके खिलाफ विरोध दर्ज कराया। छात्रों ने प्रोटेस्ट करते हुए नीट परीक्षा में धांधली का आरोप लगाते हुए परीक्षा परिणाम रिवाइज करने की मांग की। मांग नहीं माने जाने पर प्रत्येक जिला मुख्यालय पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है।

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ग्रेस मार्क्स के कारण इस साल करीब एक हजार छात्रों की रैंक पिछड़ गई। अभी तक दो से तीन ग्रेस अंक के मामले भी सामने आए। हालांकि, इस बारे में एनटीए ने नोटिस जारी किया है। लेकिन, स्पष्ट नहीं किया कि कितने छात्रों को ग्रेस अंक दिए हैं। ग्रेस मार्क्स से छात्रों के कॉलेज चुनने का फैसला प्रभावित होता है।

‘नीट’ परिणाम पर क्यों उठ रहे सवाल

‘नीट’ परीक्षा का परिणाम 14 जून को प्रस्तावित था। लेकिन, 4 जून, लोकसभा चुनाव नतीजों के दिन जारी किया गया। वहीं 67 छात्रों को 720 में से 720 अंक आए। ऐसे में लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। वहीं फाइनल आंसर-की जारी होने के कुछ ही देर बाद ‘नीट’ का रिजल्ट भी जारी कर दिया गया। जबकि, आमतौर पर ऐसा नहीं होता है।

718 और 719 अंक को लेकर सवाल

‘नीट’ परीक्षा का परिणाम इस बार काफी चौंकाने वाला है। 67 छात्रों ने 720 में 720 अंक हासिल किए। इस बार कट ऑफ भी 137 से बढ़कर 164 अंकों पर पहुंच गया। एनटीए ने कई छात्रों को 718 तो कई छात्रों को 719 अंक दिए। जबकि, ऐसा होना असंभव है। क्योंकि, नीट का पेपर 720 अंकों का होता है, हर सही सवाल पर 4 अंक मिलते हैं और हर गलत जवाब पर एक नेगेटिव मार्किंग होती है।

ये है मार्किंग का तरीका

ऐसे में यदि कोई छात्र सभी सवाल सही करता है, तो उसके 720 अंक आएंगे, एक सवाल छोड़ देता है तो 716 अंक आएंगे। वहीं जिस छात्र ने एक गलत जवाब बनाए, उनका स्कोर 715 रह जाएगा। ऐसे में 718 या 719 अंक हासिल कर पाना मुश्किल है। एनटीए के मुताबिक, अगर ग्रेस मार्क्स दिया भी जा रहा है, तो फिर भी 716 अंक आने चाहिए। ऐसे में जिन छात्रों को 718 या 719 अंक आए हैं, उसके पीछे आखिर क्या कारण है?