PM Excellence College: साक्षात्कार के जरिए प्रोफेसरों की होगी नियुक्ति

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PM Excellence College: साक्षात्कार के जरिए प्रोफेसरों की होगी नियुक्ति

भोपाल। प्रधानमंत्री एक्सीलेंस कॉलेज को बेहतर शिक्षण संस्थान बनाने के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने कवायद तेज कर दी है। उच्च शिक्षा विभाग प्रदेश के 53 कॉलेज को अपग्रेड करते हुए पीएम एक्सीलेंस कॉलेज के रूप में परिवर्तित किया है। पीएम एक्सीलेंस कॉलेज में छात्रों को बेहतर शिक्षा मिले इसकों लेकर उच्च शिक्षा विभाग गंभीर है। पीएम एक्सीलेंस कॉलेजों में प्रोफेसरों की नियुक्ति विभाग साक्षात्कार के जरिए करने की दिशा में मंथन कर रहा है। जिससे यहां पढ़ने वाले छात्रों को अच्छी शिक्षा मिल सकें। साक्षात्कार को लेकर विभाग अभी कोई आदेश जारी नहीं किया हैं। उच्च शिक्षा विभाग से जुड़े लोगों ने बताया कि साक्षात्कार की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। बहुत जल्द विभाग साक्षात्कार को लेकर आदेश जारी करने वाला है। पीएम एक्सीलेंस कॉलेज में सहायक प्राध्यापक और प्राध्यापकों की नियुक्ति साक्षात्कार के जरिए होगी। जिससे पीएम कॉलेज में योग्य प्राध्यापकों की नियुक्ति हो सकें। एक जुलाइ को कॉलेजों का विधिवत उद्घाटन होने वाला हैं। इसकों ध्यान में रखते हुए विभाग सभी कार्ययोजनाओें को अंतिम रूप देने में लगा हुआ है।

प्राध्यापकों में जगी उत्सकुता-
पीएम एक्सीलेंस कॉलेज में पढ़ाने के लिए प्राध्यापक भी खासे उत्सुक है। एक ही कॉलेज में लंबे समय से पढ़ाने वाले और तबादला नहीं होने के चलते प्राध्यापक भी दूसरे कॉलेज में जाना चाहते है। प्रदेश के अन्य जिलों के शासकीय महाविद्यालय में पढ़ाने वाले प्राध्यापक जिस कॉलेज से सेवा की शुरूवात की थी। अधिकांश प्राफेसर उसी कॉलेज से रिटायर्ड भी हो गए। प्राध्यापकों को साक्षात्कार की सूचना मिलने पर प्राध्यापक भी खुद को अपग्रेड करने में लगे हुए हैं। जिससे साक्षात्कार में चयन होने में कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।

छात्र भी योग्य प्रोफेसरों की तलाश में-
पीएम एक्सीलेंस कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र भी योग्य प्राध्यपकों की लंबे समय से तलाश कर रहे हैं। उच्च शिक्षा विभाग से जुड़े लोगों ने बताया कि पीएम एक्सीलेंस कॉलेज में पर्याप्त स्टॉफ रखने के लिए विभाग अपनी तरफ से कोई कोर- कसर नहीं छोड़ने वाला है। प्रदेश के अन्य शासकीय महाविद्यालयों में पर्याप्त स्टॉफ नहीं होने से शिक्षा से संबंधी गतिविधियां प्रभावित होती है। विभाग की कोशिश है कि पीएम एक्सीलेंस कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों को पर्याप्त संख्या में प्राध्यापक मिले। अधिकांश कॉलेजों में एक विषय में दो- चार ही प्राध्यापक है जिससे छात्रों का पाठ्यक्रम पूरा नहीं हो पाता है।