Nursing College Scam : नर्सिंग कॉउंसिल से भेजी मार्कशीट 13 नर्सिंग कॉलेज में रिसीव करने वाला भी कोई नहीं!
Bhopal : नर्सिंग कॉलेजों में हुई गड़बड़ी की सीबीआई जांच कर रहा है। लेकिन, इस जांच टीम में भी काली भेड़ें छुपी है, जिन्होंने बड़ा भ्रष्टाचार किया। अब जांच के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ। 13 नर्सिंग कॉलेज ऐसे मिले जिनमें कोई स्टाफ ही नहीं है। पर, रिपोर्ट में इन्हें सुटेबल बताया गया। इन कॉलेजों को नर्सिंग काउंसिल से भेजी गई मार्कशीट तक रिसीव नहीं की गई क्योंकि वहां कोई स्टाफ ही नहीं था। जबकि, अधिकतर कॉलेजों को सीबीआई ने सूटेबल लिस्ट में दर्ज किया है। सीबीआई ये कार्रवाई हाई कोर्ट के निर्देश पर कर रही है।
ऐसे कॉलेजों में एसआर नर्सिंग कालेज होशंगाबाद, अमलतास नर्सिंग कॉलेज देवास, संजीवनी नर्सिंग कॉलेज बड़वानी भी हैं जो सूटेबल लिस्ट में हैं। नर्सिंग कॉलेज के घोटाले को उजागर करने वाले एनएसयूआई मेडिकल विंग के रवि परमार ने बताया कि जीएनएम फर्स्ट ईयर की मार्कशीट नर्सिंग काउंसिल द्वारा स्पीड पोस्ट से भेजी गई थी। लेकिन, 13 कॉलेजों में कोई जिम्मेदार व्यक्ति मिले ही नहीं मिला जिसे ये सौंपी जाए। इसके बाद मार्कशीट वापस नर्सिंग रजिस्ट्रेशन काउंसिल भोपाल पहुंच गई। नर्सिंग काउंसिल की तरफ से कॉलेज के जिम्मेदारों को निर्देश देते हुए जल्द से जल्द भोपाल आकर मार्कशीट लेने को कहा गया।
मार्कशीट कलेक्ट नहीं करने के बाद कई तरह के सवाल खड़े हुए हैं। यह भी कि क्या नर्सिंग कॉलेज सिर्फ कागजों पर ही चल रहे है! क्योंकि, नर्सिंग काउंसिल में लिखे कॉलेज के पते पर कोई जिम्मेदार व्यक्ति नहीं मिला। इसलिए मार्कशीट वापस भोपाल आ गई है। या फिर सीबीआई जांच के डर से नर्सिंग कॉलेजों ने अपने पते बदल दिए, जिसकी जानकारी नर्सिंग काउंसिल को भी नहीं दी गई।
सुटेबल रिपोर्ट देने वाले भी घेरे में
सिर्फ कागजों में चलने वाले नर्सिंग कॉलेज को सुटेबल रिपोर्ट में शामिल करने वाले भी जांच के दायरे में है। ग्वालियर के तीन प्रोफेसर ने झूठी रिपोर्ट दी थी। श्योपुर के जेएम कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग की फर्जी रिपोर्ट दी गई। यह सत्र 2020-21 के लिए रिपोर्ट दी गई थी। मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर की ओर से तीनों प्रोफेसर को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में पूछा गया कि कैसे आपने कॉलेज की रिपोर्ट जारी की। नोटिस में एसोसिएट प्रोफेसर रेजा राजू के, प्रोफेसर नीरज बंसल और प्रोफेसर गिरूह झा के नाम शामिल है।
सीबीआई जांच के आधार पर जीएम कॉलेज ऑफ नर्सिंग श्योपुर को अनसूटेबल श्रेणी में शामिल किया गया है। प्रदेश में 66 नर्सिंग कॉलेज की मान्यता फर्जीवाड़े की जांच की जा रही है। कॉलेज में निरीक्षण करने वाले कैटेचगरी में आ चुके हैं। जांच में और भी कई बड़े चेहरे के बेनकाब होने की संभावना है।