Protest Under Pretext of Displeasure : नागर की नाराजी के बहाने भाजपा के नेता ने अपना विरोध जाहिर किया, विश्नोई मुखर हुए!

सधे शब्दों में उन्होंने रामनिवास रावत पर तंज कसा और इसे CM का विशेषाधिकार बताया! 

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Protest Under Pretext of Displeasure : नागर की नाराजी के बहाने भाजपा के नेता ने अपना विरोध जाहिर किया, विश्नोई मुखर हुए!

Bhopal : नाराज नागर सिंह चौहान को भले ही भाजपा संगठन और मुख्यमंत्री ने विद्रोह करने से मना लिया हो, पर इस प्रसंग ने पार्टी के अंदर मचे विरोध को जरूर सामने ला दिया। भाजपा के कई नेताओं में कांग्रेसियों को तवज्जो दिए जाने और मंत्री बनाए जाने पर विरोध है, पर वे बोल नहीं पा रहे। लेकिन, जबलपुर की पाटन विधानसभा के भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। वे ऐसे मौकों पर अपने विचार बताने से कभी चूकते भी नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वे नेता सौभाग्यशाली हैं, जिन्हें मोहन यादव सरकार में मंत्री बनाया गया। वहीं नागर सिंह चौहान के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि मंत्री को रखना और हटाना मुख्यमंत्री का अधिकार है। इसलिए वे इस विषय में कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं कर सकते। पूर्व कैबिनेट मंत्री अजय विश्नोई का कहना है कि कांग्रेस से आए नेताओं को मंत्री बनाया जा रहा है, यह नेता बड़े सौभाग्यशाली हैं। क्योंकि, ये कांग्रेस के समय भी मंत्री बने और भारतीय जनता पार्टी के सरकार में आने पर भी मंत्री बने। अप्रत्यक्ष रूप से अजय विश्नोई का कहना है कि यह हमारा दुर्भाग्य है कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी मध्य प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली। कांग्रेस से आए नेता मंत्री बने और पुराने लोगों को भाजपा ने घर बैठा दिया।

उल्लेखनीय है कि वर्तमान मोहन यादव सरकार में एदल सिंह कंसाना, रामनिवास रावत, गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर और तुलसी सिलावट ऐसे ही मंत्री हैं, जो कांग्रेस से आए हैं। अजय विश्नोई के अनुसार यह सभी सौभाग्यशाली हैं. वहीं भारतीय जनता पार्टी के पुराने नेता गोपाल भार्गव, अजय बिश्नोई, संजय पाठक और जयंत मलैया जैसे पुराने अनुभव वाले नेता हैं, जिन्हें पार्टी ने घर मैं बैठाकर रखा है।

अजय विश्नोई अक्सर ऐसे मामलों पर कड़ी प्रतिक्रिया देते नजर आते हैं। लेकिन, इस बार उन्होंने बेहद सधे हुए शब्दों में कहा कि यह मुख्यमंत्री का निर्णय है और पार्टी ने जब नागर सिंह चौहान से मंत्रालय छीना है, तो इस संकट के विषय में पार्टी को पहले से पता रहा होगा। यह पार्टी का मामला है. पार्टी इसे अपने स्तर पर निपट लेगी।