दिन व रात का बराबरी का मुकाबला होगा कल 28 को
कल जितना लंबा दिन, उतनी लंबी होगी रात भी
इक्वीनॉक्स और इक्वीलक्स में अंतर से विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने रूबरू कराया संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल को इस तरह
नर्मदापुरम। कल वो घड़ी आ गई है, जिसमें मध्यप्रदेश के कई नगरों में दिन और रात बराबर होने वाले हैं । मध्यप्रदेश में कल (28 सितंबर शनिवार ) को जितनी अवधि का दिन होगा,रात भी उतनी ही अवधि की अर्थात बराबर होगी। इस बारे में जानकारी देने नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने मीडियावाला को बताया कि खगोल विज्ञान में यह घटना इक्वीलक्स कहलाती है। सारिका ने मीडियावाला से कहा कि कई सालों से सोशल मीडिया में 23 सितम्बर को दिन और रात पूरी तरह बराबर होने के बारे में प्रचारित किया जाता है। उस दिन होने वाली इक्वीनॉक्स की घटना को अनेक लोगों द्वारा दिन –रात इक्वल होने से जोड़ा जाता रहा है जो कि सही तथ्य नहीं है। इक्वीनॉक्स की घटना में सूर्य भूमघ्य रेखा के ठीक ऊपर पहुंचता है। उस दिन मध्यप्रदेश के नगरों में दिन और रात की अवधि में लगभग 400 सेकंड का अंतर ही रहता है। आधुनिक विज्ञान में जहां हम डिजिटल घड़ियों का प्रयोग कर रहे हैं वहां इतने बड़े अंतर को बराबर कैसे मान सकते हैं। सारिका ने बताया कि लोगों को भी इक्वीनॉक्स और इक्वीलक्स में अंतर मालूम होना जरूरी है। मध्यप्रदेश के नगरों में इक्वीनॉक्स की घटना के लगभग 6 दिन बाद इक्वीलक्स की घटना होती है। सारिका ने बताया कि देश के अलग-अलग भागों में दिन रात बराबर होने की घटना अलग -अलग दिनांक को होती है। जहां उत्तरी मध्यप्रदेश में यह घटना 27 सितंबर को हो चुकी है तो दक्षिण में चैन्न्ई में 1 अक्टूबर को तो कन्याकुमारी में 7 अक्टूबर को दिन और रात बराबर होंगे।
प्रयोग करके समझाया –
सारिका ने बच्चों को यह जानकारी रोचक तरीके से देने एक प्रयोग किया। इसमें एक तराजू में एक पलड़ा कर्क रेखा के पास रखा गया तो दूसरा मकर रेखा के पास। संतुलन की स्थिति में दिन और रात लगभग बराबर दिखते है,जैसे – जैसे पलड़ा मकर रेखा की ओर करते हैं तराजू का कांटा दिन की अवधि कम की ओर जाता है। अगर पलड़ा कर्क रेखा की ओर जाता है तो दिन की अवधि ज्यादा होती दिखती है। इसे अलग अलग शहरों में कल होने वाले सूर्योदय और सूर्यास्त के समय मीडियावाला को बताकर सारिका ने अभिव्यक्त किया।
कल 28 सितंबर को भोपाल में सूर्योदय प्रात: 6 बजकर 11 मिनिट पर होकर सूर्यास्त शाम 6 बजकर 10 मिनिट पर होगा। दिन की अवधि 11 घंटे 59 मिनिट और 21 सेकंड होगी। दिन और रात में सिर्फ 39 सेकंड का अंतर होगा।
नर्मदापुरम में सूर्योदय प्रात: 6 बजकर 9 मिनिट पर होकर सूर्यास्त शाम 6 बजकर 9 मिनिट पर होगा । दिन की अवधि 11 घंटे 59 मिनिट और 31 सेकंड होगी। दिन और रात में सिर्फ 29 सेकंड का अंतर होगा।
उज्जैन में सूर्योदय प्रात : 6 बजकर 17 मिनिट पर होकर सूर्यास्त शाम 6 बजकर 16 मिनिट पर होगा। यह अवधि 11 घंटे 59 मिनिट और 23 सेकंड होगी। दिन और रात में सिर्फ 37 सेकंड का अंतर होगा।
रायसेन में सूर्योदय प्रात : 6 बजकर 9 मिनिट पर होकर सूर्यास्त शाम 6 बजकर 8 मिनिट पर होगा । दिन की अवधि 11 घंटे 59 मिनिट और 20 सेकंड होगी । दिन और रात में सिर्फ 40 सेकंड का अंतर होगा।
इंदौर में सूर्योदय प्रातः 6 बजकर 17 मिनिट पर होकर सूर्यास्त शाम 6 बजकर 16 मिनिट के कुछ बाद होगा। दिन की अवधि 11 घंटै 59 मिनिट और 31 सेकंड होगी। दिन और रात में सिर्फ 29 सेकंड का अंतर होगा।
खंडवा में सूर्योदय प्रातः 6 बजकर 15 मिनिट पर होकर सूर्यास्त शाम 6 बजकर 14 मिनिट के कुछ बाद होगा। दिन की अवधि 11 घंटै 59 मिनिट और 48 सेकंड होगी। दिन और रात में सिर्फ 12 सेकंड का अंतर होगा।
जबलपुर में सूर्योदय प्रातः 6 बजकर होकर सूर्यास्त शाम 6 बजे पर होगा। दिन की अवधि 11 घंटै 59 मिनिट और 24 सेकंड होगी। दिन और रात में सिर्फ 36 सेकंड का अंतर होगा।
अंबिकापुर में सूर्योदय प्रात: 5 बजकर 47 मिनिट पर होकर सूर्यास्त शाम 5 बजकर 47 मिनिट पर होगा। दिन की अवधि 11 घंटै 59 मिनिट और 25 सेकंड होगी। दिन और रात में सिर्फ 35 सेकंड का अंतर होगा।
छिंदवाड़ा में सूर्योदय प्रात : 6 बजकर 4 मिनिट पर होकर सूर्यास्त शाम 6 बजकर 4 मिनिट पर होगा। दिन की अवधि 11 घंटे 59 मिनिट और 44 सेकंड होगी। दिन और रात में सिर्फ 16 सेकंड का अंतर होगा।