Stampede in Uttar Pradesh BJP
Lucknow : पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले BJP को एक साथ कई झटके लगे। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस्तीफा दे दिया। कुछ देर बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने की घोषणा की। स्वामी प्रसाद के समर्थन में विधायक बृजेश प्रजापति, भगवती प्रसाद सागर और रोशन लाल वर्मा ने भी BJP का साथ छोड़ दिया है। भगवती प्रसाद सागर का इस्तीफा अभी सार्वजनिक नहीं हुआ है। भाजपा में मची भगदड़ पर अखिलेश यादव ने कहा 22 में सबके मेल मिलाप से सकारात्मक राजनीति का ‘मेला होबे!’ क्योंकि, भाजपा की ऐतिहासिक हार होगी।
भाजपा का साथ छोड़ने में औरैया के विधूना सीट से विधायक विनय शाक्य का नाम सामने आया है। शाक्य सुबह से लापता हैं। उनकी बेटी रिया शाक्य का आरोप है कि उनके पिता का अपहरण हो गया है। उन्होंने चाचा देवेंद्र शाक्य पर अपहरण का आरोप लगाया। चर्चा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के अलावा मंत्री धर्म सिंह सैनी समेत 4 और विधायक SP ज्वाइन कर सकते हैं।
स्वामी प्रसाद ने इस्तीफा मेल किया है और शाहजहांपुर विधायक रोशनलाल वर्मा इसकी हार्ड कॉपी लेकर राजभवन पहुंचे। उन्होंने पत्र में पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार, नौजवानों और छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों के प्रति सरकार के उपेक्षात्मक रवैये को इस्तीफे की वजह बताया। स्वामी प्रसाद का कहना है कि जो लोग खुद को बड़ा तोप समझ रहे हैं, वे 2022 के चुनाव में दग जाएंगे। मौर्य पर 4 महकमों की जिम्मेदारी थी। वो कैबिनेट में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री थे। उनकी बेटी संघमित्रा मौर्य बदायूं से भाजपा सांसद हैं।
मौर्य के इस्तीफे की वजह
अपने इस्तीफे में स्वामी प्रसाद मौर्य ने लिखा ‘माननीय राज्यपाल जी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है। किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं।’