Controversy Over ‘Ghazwa-e-Hind’ Poster : इंदौर की मस्जिद पर लगे ‘गजवा-ए हिंद’ पोस्टर पर विवाद, पोस्टर निकलाया

जानिए, क्या मतलब है 'गजवा-ए हिंद' का और क्यों इस पर आपत्ति ली गई!

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Controversy Over ‘Ghazwa-e-Hind’ Poster : इंदौर की मस्जिद पर लगे ‘गजवा-ए हिंद’ पोस्टर पर विवाद, पोस्टर निकलाया 

Indore : यहां के कागदीपुरा इलाके की एक मस्जिद के पर लगे एक पोस्टर को लेकर बवाल हो गया। ‘गजवा-ए-हिंद’ जैसे पोस्टर को लेकर एक हिंदू संगठन ने कड़ी आपत्ति लेते हुए पुलिस प्रशासन से कार्रवाई की मांग की। हिंदू संगठन की आपत्ति के बाद मुस्लिम समुदाय पोस्टर हटा लिया। दीवाली के दूसरे दिन छत्रीपुरा थाना क्षेत्र में बच्चों के पटाखा चलाने को लेकर दो पक्षों में जमकर विवाद और मारपीट हुई। कई वाहनों को नुकसान भी पहुंचाया गया।

संगठन के एक नेता ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा कि इंदौर के कागदीपुरा क्षेत्र में एक मस्जिद पर लगाया गया ‘गजवा-ए-हिंद’ के आतंक को दर्शाता यह पोस्टर प्रशासन की शांति व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रहा है। प्रशासन से निवेदन है तत्काल संज्ञान में लेकर दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करें।

मामला बढ़ता देखकर शिया मस्जिद के सदस्यों ने पोस्टर हटा दिया। शिया समाज मस्जिद के सदस्य जियाउल हक नकवी ने कहा कि भाजपा अपनी राजनीति चमकाने के लिए यह सब कर रहे हैं। यह पोस्टर आज से नहीं, बल्कि लंबे वक्त से लगा हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि इसका ‘गजवा ए हिन्द’ से कोई लेना-देना नहीं है। इस पर जो उर्दू भाषा में लिखा हुआ है, वह पैगम्बर साहब के बारे में लिखा हुआ है कि जिसका मौला है, अली भी उनके मौला हैं। लेकिन, शिकायत की गई है तो हम भी कोई विवाद नहीं चाहते हैं, इसलिए यह पोस्टर हटा लिया गया।

कांग्रेस ने भी भाजपा पर हमला बोला

कांग्रेस के पूर्व महासचिव राकेश सिंह यादव ने कहा कि गजवा ए हिन्द के नाम से आतंक फैलाने वाली बात कही जा रही है, वह झूठ है। पोस्टर में साफ दर्शाया गया है कि अन्याय के खिलाफ संघर्ष करना है। लेकिन, राजनीति लाभ लेने के लिए यह प्रयास किए जा रहे हैं ताकि सांप्रदायिक माहौल खराब हो, हिन्दू-मुस्लिम झगड़े हों जिसका सीधा लाभ सत्ताधारी दल के भाजपा को मिले। मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर संज्ञान में लाया गया है। ये सोची समझी रणनीति के तहत विवाद और झगड़े करवाना चाहते हैं।

कहां से आया गजवा-ए-हिंद

इस्लाम में दुनिया को दो हिस्‍सों में बांटकर देखा गया है। एक, जहां इस्लाम को मानने वालों का शासन है। दूसरा, जहां इस्लाम मानने वाले लोग रहते तो हैं, लेकिन वहां शासन किसी दूसरे धर्म का है। इस्लाम में मुस्लिम शासन वाले देश को दारुल इस्लाम कहा जाता है। वहीं, गैर मुस्लिम शासन वाले देश को दारुल हर्ब कहा गया है।

क्या मतलब है ‘गजवा-ए-हिंद’ का

पोस्टर पर लिखे ‘गजवा-ए-हिंद’ में गजवा का अर्थ ‘इस्लाम को फैलाने के लिए की जाने वाली जंग’ होता है। इस युद्ध में शामिल इस्लामिक लड़ाकों को ‘गाजी’ कहा जाता है। मोटे तौर पर गजवा-ए-हिंद का सीधा मतलब ‘भारत में जंग के जरिए इस्लाम की स्थापना’ करने से है। गजवा-ए-हिंद का मतलब भारतीय उपमहाद्वीप में रहने वाले काफिरों को जीतकर उन्हें मुस्लिम बनाने से है। दुनिया के इस हिस्से में रहने वाले लोगों के साथ युद्ध से है। आसान भाषा में समझें तो गजवा-ए-हिंद का मतलब है जंग जीतकर इसका इस्लाम की स्थापना से है।